मानव अधिकार आयोग ने मांगा बारह मामलों में संज्ञान

Khabar Nation 

भोपाल


मप्र मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ‘बारह मामलों में संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

अस्पताल में एक्सरे फिल्म नहीं, मरीज हो रहे परेशान

भोपाल जिले के हमीदिया अस्पताल में एक्सरे फिल्म की कमी से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों का कहना है कि उनका एक्सरे तो हो रहा है, लेकिन एक्सरे फिल्म नहीं मिलने से उन्हें कम्प्यूटर स्क्रीन का मोबाईल से फोटो खीचंकर डाॅक्टर को दिखाना पड़ रहा है। मामलंे में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त/संचालक स्वास्थ्य सेवाएं (म.प्र.) संचालनालय भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का एक माह में जवाब मांगा है।

रोड तक झूल रही मोटी केबलंे, हादसे का खतरा

भोपाल जिले के चूनाभट्टी इलाके में खंभों से सड़क पर पांच फीट तक मोटे-मोटे केबलों का मकड़जाल फैले होने के कारण राहगीरों एवं दो पहिया व चार पहिया वाहन चालकों के साथ बड़ा हादसा होने का हमेशा खतरा बना रहता है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।  

काॅलोनी में लगा कचरें का ढेर, रहवासी पेरशान

भोपाल जिले के खानूगांव इलाके की काॅलोनियों में कचरा वाहन नहीं पहंुचने के कारण यहां कचरे का ढेर बनता जा रहा है। रहवासियों का कहना है कि कचरा गाड़ी हफ्ते में सिर्फ एक दिन आती है, जिससे लोग घरों का कचरा रास्ते में ही फैंक देते है। कचरे के ढेर से फैलने वाली गंदी बदबू से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, नगर निगम भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में प्रतिवेदन मांगा है।

मंडी में खाली पड़े प्याऊ सेे किसान-व्यापारी एवं ग्राहक परेशान

भोपाल जिले के पंडित लक्ष्मीनारायण कृषि उपज मंडी, करोंद में किसान, व्यापारी, हम्माल तथा मंडी में आने वाले ग्राहकों को प्याऊ से पानी नहीं मिलने का मामला सामने आया है। मंडी परिसर में अलग-अलग पाॅइंट पर 6 से अधिक प्याऊ बने हुये है, लेकिन पानी एक से भी नहीं आता है। मंडी परिसार में साफ-सफाई नहीं होने के चलते यहां के सभी प्याऊ खत्म होने की कगार पर है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

दो क्षेत्रों को जोड़ने वाली सीढ़ियां बदहाल

भोपाल जिले के वार्ड-21 में पुराना कबाड़खाना स्थित महात्मा गंाधी मार्ग और कायस्थपुरा रोड को जोड़ने वाली सीढ़ियों की हालत बदहाल है। जिस कारण अक्सर बुजुर्ग, महिलायें एवं बच्चे लड़खड़ाकर गिर जाते हैं। इस संबंध में कई बार नगर निगम अधिकारियों को शिकायत की जा चुकी है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, नगर निगम भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।


सिटीजन पोर्टल पर थानों के नंबर गलत, अधिकतर लगते ही नहीं

भोपाल जिले में म.प्र. पुलिस ने क्राइम एंड क्रिमिनल टैªकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स लागू किया था, जिसमें पुलिस थाने के लैंडलाइन नंबर गलत दर्ज हंै। पोर्टल पर उपलब्ध पुलिस थानों के नंबर ही नहीं थाना प्रभारियों के नंबर भी अधिकांश लगते ही नही हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस महानिदेशक, मध्यप्रदेश, पुलिस मुख्यालय, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।

नौवीं की छात्रा के साथ युवक ने की छेड़छाड
भोपाल जिले के बैरागढ़ में रहने वाली नौवीं की छात्रा के साथ उसके ही मोहल्ले के एक युवक द्वारा छेड़छाड़ और अश्लील हरकत करने का मामला सामने आया है। 14 वर्षीय किशोरी का कहना है कि जब वह पास की दुकान पर सामान लेने जा रही थी, तभी युवक ने उसके साथ छेड़छाड़ की। किशोरी ने थाने जाकर मामला दर्ज कराया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में प्रतिवेदन मांगा है।

लापता युवक का नर्मदा नदी में मिला शव

खरगोन जिले में एक नवम्बर को लापता हुये युवक का शव बीते शुक्रवार को नर्मदा नदी में मिला है। मृतक के पिता ने बताया कि रूपेश तीन साल से मानसिक रोगी था और कुछ दिन पहले बिना बताए स्कूटी लेकर घर से निकल गया था। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, खरगोन से प्रकरण की जांच कराकर मृतक के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

घर में घुसकर युवती से की छेड़छाड़़


इंदौर जिले के चंदन नगर थानाक्षेत्र में बीते शनिवार को 21 वर्षीय युवती कोे घर में अकेला देख पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति ने घर मंे घुसकर युवती के साथ छेड़खानी करने लगा। युवती द्वारा विरोध करने पर युवक उसके साथ मारमीट करने लगा और जान से मारने की धमकी देकर युवती के घर से भाग निकला। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मारपीट और छेड़छाड़ का केस दर्ज किया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, इंदौर से प्रकरण की जांच कराकर दोषी व्यक्ति के विरूद्ध की गई कार्यवाही तथा पीड़ित महिला की सुरक्षा के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

स्कूल में पीने का पानी खराब
अनूपुर जिले के पारसेलकलां कस्बे के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में 153 बच्चों के पास पानी पीने का एक मात्र साधन हैंहपंप है। इसके अलावा पीने के पानी का कोई विकल्प नहीं है। हैंडपंप का पानी भी दूषित है, जो पीने योग्य नहीं है। विद्यालय प्राचार्य द्वारा कई बार उच्च शिक्षा अधिकारियों को इसके संबंध में शिकायत की है, लेकिन अभी तक इस समस्या का हल नहीं निकल पाया है। मामले में संज्ञान लेकर मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी, अनूपुर से मामले की जांच कराकर स्कूल के विद्यार्थियों व अन्य के लिये स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था के संबंध में की गई कार्यवाही का तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

महिलाओं के साथ बदसलूकी-छेड़छाड़ से परेशान हुआ परिवार
विदिशा जिले के गंजबासोदा के ग्राम रजौदा में रहने वाले मोहन बाबू वंशकार और उसके परिवार पर पड़ोस में रहने वाले जाटव परिवार द्वारा उनके साथ बदसलूकी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि उनके जमीन विवाद के चलते जाटव परिवार उनके घर पर पथराव करने के साथ मारपीट करते हैं। साथ ही महिलाओं से छेड़छाड़ एवं बच्चियों को उठा ले जाने की धमकी देते हैं। पीड़ित परिवार द्वारा एसपी कार्यालय में कई बार शिकायत भी दर्ज कराई है। मामले में संज्ञान लेकर मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, विदिशा से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

अस्पताल की लापरवाही से तीन साल के बच्चे की मौत
विदिशा जिले के एक निजी अस्पताल की लापरवाही से तीन साल के बच्चे की मौत हो जाने का मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही से बच्चे की जान गई है। बच्चे को जब अस्पताल लाया गया था तो वह स्वस्थ्य था। परिजन बच्चे केे पैर में लगी राड निकलवाने आए थे। अस्पताल प्रंबधन का कहना है कि बच्चे के आॅपरेशन के दौरान उसकी हार्टबीट कम होने से उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं सीएमएचओ, विदिशा से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

आयोग के हस्तक्षेप से हुई मृतक बंदी के शव को उसके गांव भेजने की व्यवस्था

मप्र मानव अधिकार आयोग द्वारा हस्तक्षेप करने पर एक मृतक बंदी के शव को अंतिम संस्कार हेतु भोपाल से उसके बैतूल जिले में स्थित पैतृक गांव में भेजे जाने की व्यवस्था शासकीय स्तर पर सुनिश्चित की गई है। आयोग के प्रकरण क्रं. 8289/बैतूल/2023 के अनुसार आवेदिका लक्ष्मी कुमरे द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बैतूल के सचिव को लेख किया था, कि मेरे पुत्र बंदी राजाराम कुमरे को इलाज के लिये हमीदिया अस्पताल, भोपाल लाया गया था और इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो चुकी है। आवेदिका ने हमीदिया अस्पताल, भोपाल के शव परीक्षण उपरांत मृतक बंदी राजाराम कुमरे के शव को बैतूल भिजवाने की व्यवस्था का निवेदन किया गया था।


आयोग ने मामले में संज्ञान लेकर प्रकरण दर्ज किया। प्रकरण में तत्काल कार्यवाही आवश्यक होने से गंाधी मेडिकल कालेज के अधिष्ठाता एवं डीआईजी जेल से चर्चा की गई जिससे जेल के बंदी की मृत्यु होने पर उसके शव का उसके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार हेतु भेजे जाने की व्यवस्था की जा सके। इस संबंध में सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बैतूल नेे सूचित किया कि मृतक बंदी के शव को भोपाल से उसके पैतृक गांव शासकीय स्तर से पहंुचाया गया है।

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