छब्बीस मामलों में संज्ञान

Khabar Nation 

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी एवं माननीय सदस्य श्री राजीव कुमार टण्डन जी ने विगत दिवस में विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ‘छब्बीस मामलों में संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
भोपाल शहर के शाहजहांनाबाद थानाक्षेत्र स्थित कुम्हारपुरा में
 बीते शनिवार को एक नवविवाहित की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु होने का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार बीते गुरूवार को पति-पत्नि के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया और दोनों के बीच मारपीट हुई थी। मामले मे संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में जवाब मांगा है।        

मनचले ने की किशोरी से छेड़छाड़
भोपाल जिले के जहांगीराबाद क्षेत्र में 
एक राह चलते युवक ने 11 वर्षीय नाबालिग किशोरी के साथ अश्लील छेड़छाड़ कर दी। पुलिस के अनुसार झदा काॅलोनी, जहांगीराबाद में रहने वाली किशोरी जब घर से दुकान जा रही थी, तभी युवक ने उसे रोक लिया और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। किशोरी द्वारा विरोध करने पर युवक ने उसे जान से मारने की धमकी देकर वहां से भाग गया। मामले मे संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर बालिका की सुरक्षा एवं दोषी व्यक्ति के विरूद्ध की गयी कार्यवाही के संबंध में प्रतिवेदन 15 दिन में जवाब मांगा है।

छात्रवृत्ति नहीं आने से उधार लेकर फीस चुका रहे छात्र

मध्यप्रदेश के पारंपरिक एवं इंजीनियरिंग काॅलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं
 को अब तक पिछले वर्ष की छात्रवृत्ति नहीं मिल सकी है। इस वजह से छात्र अपनी फीस जमा नही कर पा रहे है। छात्रों को अपनी फीस जमा करने के लिये उधार लेना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, उच्च शिक्षा, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।  

चुनाव ड्यूटी करने वाले कर्मियों को नही मिला मानदेय

भोपाल जिले में चुनाव ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को 
मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। वहीं इंदौर जिले में चुनाव ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को मानदेय का भुगतान कर दिया गया है। कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम चुनाव की ड्यूटी का भी भुगतान अब तक नहीं हुआ है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

सड़क पर बने डिवाइडर से हो रहे हादसे
भोपल शहर के हबीबगंज नाके से सावरकर सेतु तक बने रोड़ 
के डिवाइडर का कुछ हिस्सा सड़क के लेवल तक आ गया है। डिवाइडर के ऊपर ब्लिंकर भी नहीं है। जिस कारण रात के समय डिवाइडर दिखना बंद हो गये है। जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस कमिश्नर भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

अस्पताल में एंजियोप्लास्टी नहीं होने से मरीज पेरशान

भोपाल जिले के हमीदिया अस्पताल में
 पिछले 20 दिन से भर्ती हार्ट पेशेंट को एंजियोप्लास्टी नहीं मिलने से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। काॅर्डियोलाॅजी डिपार्टमेंट ने अधीक्षक और डीन कार्यालय को कई पत्र भी लिखे हैं, लेकिन जिम्मेदारों का इस ओर ध्यान नहीं है। मामले मे संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने संचालक, स्वास्थ सेवाएं म.प्र. संचालनायल, भोपाल से मामले की जांच कराकर गंभीर मरीजों के लिये आवश्यक सामग्री/दवाएं हमीदिया अस्पताल मे तत्काल उपलब्ध हो सके, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित कराकर 15 दिन में जवाब मांगा है।  

बीना ग्रीन नेट लगाए हो रहा भवन निर्माण, मजदूरों को जान का खतरा


भोपाल शहर के कई क्षेत्र में बड़ी-बड़ी इमारतें बिना ग्रीन नेट का उपयोग कर बनाई जा रही है। जिससे मजदूरों की जान का खतरा बना हुआ है। बीना ग्रीन नेट से धूल उड़ रही है और पूरे शहर में एयर पाॅल्यूशन हो रहा है। जिससे पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। नगर निगम के अपर आयुक्त का कहना है कि हमारी टीमें लगातार स्पाॅट फाइन कर रही है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, नगर निगम भोपाल से मामले की जांच कराकर जन स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिये की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है। केवल स्पाॅट फाईन पर्याप्त नही है। ऐसे प्रदूषण फैलाने वाले तथा जन स्वास्थ्य के लिये हानिकारक कार्यों के लिये आवश्यक सुरक्षात्मक उपाय संबंधित संस्था/व्यक्ति से सुनिश्चित कराने के उपरान्त ही भवन निर्माण की अनुमति दे। इस संबंध में स्पष्ट प्रतिवेदन मांगा है।

तीन साल में ही उधड़ने लगी सड़क

भोपाल शहर के बावडियाकलां ओवर ब्रिज 
की सड़क उधड़ने लगी है। तीन साल पहले बने ओवर ब्रिज मेंटेनेंस न होने के कारण खराब हो रहा है। ब्रिज पर एक दर्जन से ज्यादा गडढ्े हो गये है और साथ ही कंस्ट्रक्शन जाॅइंट खुलने से इसमें लगे लोहे के सरिये बाहर निकल रहे है। जिससे बड़ा हादसा हो सकता है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, नगर निगम भोपाल से मामले की जांच कराकर जोखिमपूर्ण उखड़े रास्ते के संबंध में उचित कार्यवाही कर प्रतिवेदन 15 दिन में मांगा है।

सड़क पर बह रहा गंदा पानी, रहवासी परेशान

भोपाल जिले के कोलार क्षेत्र में वार्ड 83 निर्मला देवी मार्ग में
 पीछले कई दिनों से बह रहे सीवेज के गंदे पानी से मुख्य मार्ग में दुकानदारों और रहवासियों को दिक्कतों का सामना और लोगों को आवागमन में परेशान होना पड़ रहा है। हालात यह है कि बारिश हो या ना हो पूरी सड़क पर कीचड़ ही कीचड़ और गंदा पानी जमा रहता है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, नगर निगम भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन 15 दिन में मांगा है।

यात्रियों के सिर पर गिर रहा जर्जर छत का प्लास्टर


भोपाल जिले के नादरा बस स्टैंड की खस्ता और जर्जर हालत से यहां आने वाले यात्रियों को भारी मुसिबतों का सामना करना पड़ रहा है। स्टैंड के जर्जर छत का प्लास्टर आये दिन यात्रियों के सिर पर गिर रहा है। जिससे लोगों के लिये हादसे की वजह बन रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, भोपाल से जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

रेलवे स्टेशन पर दो दर्जन कुत्तों का आतंक


भोपाल शहर के बड़े रेलवे स्टेशन में स्ट्रीट डाॅग का आंतक दिनोदिन बढ़ने का मामला सामने आया है। टिकट काउंटर से लेकर सभी छह प्लेटफाॅर्म पर दो दर्जन से भी ज्यादा स्ट्रीट डाॅग यात्रियों के आसपास ही मंडराते रहते है। इससे यात्रियों और छोटे बच्चों को हादसा होने का खतरा रहता है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, नगर निगम भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह मेें मांगा है एवं साथ ही पता करे कि आवारा पशुओ के विरूद्ध गत 3 माह में क्या कार्यवाही की गई है।
 

अस्पताल में लिफ्ट के लिये लंबा इंतजार


भोपाल शहर के हमीदिया अस्पताल में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दोनों ब्लाक की लिफ्ट ओवर लोड रहती है, जिससे लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी गर्भवती एवं बुजूर्ग मरीजों को हो रही है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने अधीक्षक, हमीदिया अस्पताल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह मेें मांगा है। मरीजों की लिफ्ट कबसे लगी है? लिफ्ट कब से खराब है? लिफ्ट का वार्षिक रखरखाव अनुबंध (एएमसी) कराया गया है अथवा नही? सुधार रख रखाव के लिये कौन उत्तरदायी है?

सिविल अस्पताल में मूल-भूत सुविधा के लिये मरीज परेशान


भोपाल जिले के बैरागढ़ सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों को मूलभूत सुविधाओं के लिये आये दिन परेशान होना पड़ रहा है। यहां बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिये अलग से पर्चे की कोई व्यवस्था नहीं है। सबसे ज्यादा पेरशानी गर्भवती महिलाओं को होती है। जो पर्चा बनाने के लिये घंटो लाइन में खड़े रहती है। मरीजों का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन जानबूझकर काउंटर की संख्या नहीं बढ़ा रहे है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन 15 दिन में मांगा है।

ठेला लगाने वाले ने युवती से किया दुष्कर्म


भोपाल जिले के कमला नगर इलाके में बाईक शो-रूम में काम करने वाली युवती से एक युवक द्वारा घर में घुसकर मारपीट और दुष्कर्म करने की घटना सामने आया है। घटना गत 12 नवंबर की है। शो-रूम के एक कमरे में ही रहती थी और शो-रूम के सामने नारियल पानी का ठेला लगाने वाले युवक ने उसके कमरे में जबरन घुस करकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता आरोपी से डरकर अपने गांव चली गई। इसके बाद स्थानीय पुलिस थाने कालापीपल थाना, जिला शाजापुर में दर्ज कराई है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

सूचीबद्ध अपराधी ने किया कर्मचारी पर हमला


भोपाल जिले के छोला क्षेत्र में बीते शनिवार को एक सूचीबद्ध अपराधी और उसके साथी ने निजी कंपनी के कर्मचारी नरेश शर्मा के ऊपर तलवार से सिर पर वार कर दिया। जानकारी के अनुसार जब नरेश पास की दुकान पर बीड़ी खरीदने पहंुचा, तो आरोपी सूचीबद्ध अपराधि नितेश उसके पास आ गया और उससे बीड़ी मागने लगा। जब नरेश ने बीड़ी देने से इंकार किया तो गुस्से में आकर आरोपी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर उस पर हमला कर दिया और वहां से भाग गये। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन 15 दिन में मांगा है।

वनकर्मियो ने किया सामूहिक दुष्कर्म


बुरहानपुर जिले में बीते शनिवार को वन विभाग की आमगांव चैकी में तैनात दो वनकर्मियों द्वारा  सरकारी आवास में 17 वषीर्य आदिवासी किशोरी से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार आरोपित सूरज और निलेश ने 18 नवंबर की रात अपने दो अन्य साथियों के साथ वन चैकी में शराब पार्टी की। इसके बाद गांव से खाना बनाने के लिये किशोरी को बुलाया और किशोरी से दुष्कर्म किया। किशोरी की शिकायत पर पुलिस ने वनकर्मियों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, बुरहानपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है। एवं पीड़ित बालिका के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की व्यवस्था और उससे आवश्यकतानुसार परामर्श की व्यवस्था के संबंध में भी प्रतिवेदन मांगा है।

मतदान केंद्र पर करंट लगने से एक युवक की मौत


हरदा जिले के सिविल लाइन थानाक्षेत्र के ग्राम धनगांव में बीते शुक्रवार को मतदान केंद्र में एक युवक की करंट लगने से मौत का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार चारों लोग केंद्र में लगे टेंट पाइप को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जा रहे थे। इसी दौरान ऊपर से गुजर रही 1 केवी की लाइन के सम्पर्क में आने से चारों को करंट लग गया। जिसमें एक 27 वर्षीय सुनील पवार नामंक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं अन्य तीनों घायलों को उपचार के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, हरदा से जांच कराकर शासकीय कर्मियों के कहने पर सहायता कर रहे सुनील पवार की विघुत करंट से हुई मृत्यु के संबंध मे शासन की योजना/नियमानुसार उसके वैध उत्तराधिकारियों को देय आर्थिक मुआवजा राशि आदि के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

रोजगार नहीं होने से मजदूरों की हालत बदतर


पन्ना जिले में हीरा और पत्थर की खदाने बंद होने से लाखों मजदूर बेरोजगार होकर पलायन को मजबूर हो रहे है। जिले के आदिवासी ग्रामिण मजदूर कोसों दूर पैदल चलकर लड़की बेचने को मजबूर है।  मनरेगा योजना अंतर्गत अधिकांश काम मशीनों से होने से ग्रामिण आदिवासी लड़की का बोझ सर पर ले जाकर उसे बेचने पर मजबूर है। मामले मे संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, पन्ना से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

शिकायत करने थाने पहंुचा पति, पुलिस बोले चुनाव बाद आना


इंदौर जिले के बाणगंगा के श्विकंठ नगर में रहने वाले एक युवक की अपनी लुटेरी पत्नी को खोजने के लिये कई क्षेत्र में 1800 किमी बाइक से सफर किया। जब वह थक-हारकर इंदौर पहंुचा और पुलिस थाने में पत्नी की शिकायत करने पहंुचा तो पुलिस ने कहा कि अभी चुनाव है, चुनाव बाद आना। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, इंदौर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

खेलते समय टंकी में गिरी बच्ची, मौत


बैतूल जिले के पाढर चैंकी क्षेत्र में एक तीन वर्षीय बच्ची की पानी की टंकी में डूबने से मौत हो गई है। पाढर चैकी प्रभारी का कहना है कि बीते गुरूवार को घर में खेल रही बच्ची आयशा पिता अशोका खेलते-खेलते बच्ची पानी की टंकी में डूब गई। बच्ची को अस्पताल लेकर पहंुचे, जहां डाॅक्टर ने मृत घोषित कर दिया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, बैतूल से जांच कराकर मृतका बच्ची की मृत्यु के संबंध में शासन की योजना/नियमानुसार उसके वैध उत्तराधिकारियों को देय आर्थिक मुआवजा राशि आदि के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

गाड़ी में आग लगाकर हमला, मां, बेटे और भतीजे की हत्या


शिवपुरी जिले में नरवर थाने के चकरामपुर गांव में बीते शुक्रवार को एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर जानलेवा हमला कर दिया। इसमें महिला उसके देवर और भतीजे की मौत हो गई जबकि पति, दो बेटे और एक भतीजा गंभीर रूप से घायल हो गये है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, शिवपुरी से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

झाड़ियां काटने से रोका तो दबंगों ने किया हमला


मुरैना जिले में बीते रविवार को दबंगों द्वारा दलितों पर लाठी-कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है। जिसमें सात दलितों को गंभीर चोट आई है। जानकारी के अनुसार दलितों ने जब दंबगों को जबरन झाड़िया़ काटने से रोका तो उन्होंने दलित परविार वालों पर हमला कर दिया। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ क्राॅस मुकदमा कायम किया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, मुरैना से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

एंम्बुलेंस नही आने पर आॅटो में जन्मी बच्ची


शिवपुरी जिले के तेंदुआ थानाक्षेत्र के टोंगरा गांव में बीते रविावर को एक प्रसूता द्वारा नवजात को आॅटो में जन्म देने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार प्रसूता के परिजनों ने 108 एंम्बुलेंस को सूचना दी थी, लेकिन एम्बुलेंस प्रसूता को लेने समय पर गांव नहीं पहुंच पाई और ना हीं प्रसूता को एएनएम व आशा कार्यकर्ता की मदद मिल पाई। इसके पहले ही प्रसूता ने नवजात को जन्म दिया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, शिवपुरी से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

पुलिस ज्यादती के शिकार हुये बंगाली डाॅक्टर


पन्ना जिले के धरमपुर थानान्तर्गत माखनपुर ग्राम में धरमपुर थाना पुलिस द्वारा ग्राम निवासी अलिप विश्वास व परिवार सहित को विगत 11, 12 नवंबर की रात्रि बेरहमी से मारपीट करने की घटना सामने आई है। उक्त मामलें के संबंध में पूर्व में भी पीड़ित द्वारा शिकायत की गई थी। जिसकी जांच अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अजयगढ़ को सौपी गई थी लेकिन अब तक देाषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, पन्ना से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

दबंगों ने जमीन पर किया कब्जा


छतरपुर जिले के ग्राम ढ़डारी में कुछ दबंगों ने अहिरवार समाज की आधा दर्जन महिलाओं की जमीन पर कब्जा कर लिया है। और जमीन छोड़ने के बदले में एक लाख रूपये की मांग की जा रही है। पीड़ित महिलाओं ने सिविल लाइन थाने में इस संबंध में ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस द्वारा अभी तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गई है। मामले मे संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, छतरपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

चिकित्सकों के समय पर न बैठने से मरीज परेशान


अशोकनगर जिले के जिला अस्पतला में आने वाले मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। चिकित्सकों के समय पर न बैठने से उन्हें घंटों इंतजार करना पडता है और विशेषज्ञ डाॅक्टर उपलब्ध नहीं रहते है। जिससे मरीज बिना उपचार कराएं ही वापिस अपने घर चले जाते है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, अशोकनगर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन 15 दिन में मांगा है।

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