आठ मामलों में संज्ञान

Khabar Nation

भोपाल

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने विगत दिवस के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ’आठ मामलों में स्वतः संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

सीवेज की समस्या से डाॅक्टर परेशान

भोपल शहर के जहांगीराबाद स्थित 
रसूल अहमद पल्मोनरी मेडीसिन सेंटर में सीवेज की समस्या से डाॅक्टरों को भारी परेशाानी का सामना करना पड़ रहा है। सीवेज ओवरफ्लो होने के कारण गटर का पानी का रिसाव डाॅक्टरों के कक्ष में हो रहा है। डाॅक्टरों का कहना है कि भयानक दुर्गन्ध से हम सभी स्टाॅफ को परेशान होना पड़ रहा है। अधीक्षक, मेडीसिन सेंटर का कहना है कि समस्या का स्थाई समाधान किया जा रहा है। इसके लिये शासन से बजट मांगा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं (म.प्र.), भोपाल से मामले की जंाच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

अस्पतालों में नहीं मिल रहा बुजुर्गों को इलाज

प्रदेश के जिला अस्पताल में 
जीरियाटिक सेंटर अब तक नहीं खुलने से बुजुर्गों को इलाज के दौरान कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के सभी सात जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जीरियाटिक सेंटर खोलने का प्लान तैयार किया गया था। जिस पर अभी तक कोई अमल शुरू नहीं किया गया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं   (म.प्र.), भोपाल से मामले की जंाच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

बिल्डर की लापरवाही के चलते अंधेरे में रहने को मजबूर रहवासी

भोपाल जिले केे कोलार क्षेत्र में 
कजलीखेड़ा स्थित बोरदा में बनी चिनार 7 माइल काॅलोनी के रहवासियों को पिछलेे 25 दिनों से अंधेरे में रहने को मजबूर है। रहवासियों का कहना है कि बिल्डर द्वारा अब तक बिजली बिल जमा नहीं कराया है। जिसके कारण बिजली कंपनी ने काॅलोनी का एचटी कनेक्शन काट दिया है। जबकि हम सभी रहवासी हर माह बिल्डर को 13 रूपये प्रति युनिट के हिसाब से राशि दे रहे हैं। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमडी, म.प्र. मध्यक्षेत्र विद्युत वि.क.लि. भोपाल एवं कलेक्टर, भोपाल से मामले की जांच कराकर रहवासियों की समस्या के समाधान हेतु उचित कर्यावाही कराकर तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

 उपचार के अभाव में फिर एक प्रसूता की मौत

सीहोर जिले के जिला अस्पताल में 
इलाज के अभाव में फिर एक प्रसूता महिला की मौत का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार ग्राम कोलूखेड़ी इछावर निवासी 22 वर्षीय लक्ष्मी बारेला को डिलीवरी के लिये जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही से उनकी बेटी की मौत हो गई। जबकि अस्पताल प्रबंधन मौत की वजह हार्ट अटैक बता रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार ने सीएमएचओ, सीहोर से मामले की जांच कराकर प्रसूता से सम्बन्धित जिला अस्पताल के अभिलेख की प्रतियों के साथ-साथ शव परीक्षण रिपोर्ट आदि अन्य सुसंगत दस्तावेजों सहित की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

मशीन की चपेट में आने से मजूदर की मौत

मैहर जिले के बठिया गांव में 
एक मजदूर की पत्थर तुड़ाई करते समय क्रेशर मशीन की चपेट में आने से मृत्यु होने की घटना सामने आई है। गांव में एक क्रेशन प्लांट है, जहां जयपाल पटेल मजूदरी करता था। घटना के बाद परिजानों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर हंगामा कर दिया। इधर क्रेशर मालिक ने मृतक के परिजन को 20 लाख रूपये मुआवजा राशि और पत्नी को पेंशन देने का आश्वासन दिया, तब हंगामा शाांत हुआ। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, मैहर से प्रकरण की जांच कराकर मृतक के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि तथा अन्य अनुरोध के संबंध में की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

माता-पिता के साथ बेटे ने की दरिंदगी और मारपीट

बैतूल जिले के मुलताई तहसील में 
स्थित टेमझिरा ग्राम में बेटे द्वारा अपने ही माता-पिता के साथ दरिंदगी और मारपीट करने की घटना सामने आई है। पीड़ित पिता ने बताया कि उनका छोटा बेटा आर्मी की छुट्टी में घर आया था। वह हमारी चार एकड़ जमीन बेचने का दवाब बनाकार लाखों रूपयें मांग रहा है। रूपये नहीं दिये तो पत्नी और मुझसे बेरमही से मारपीट करने लगा। पिटाई से बदहवास होकर जब हमने पानी मांगा तो उसने एक बाल्टी में पेशाब कर दी और वही मुझे पिला दिया। बेटे के चंगुल से बचने के बाद बुर्जुग दंपत्ति को ग्रामीणों ने मुलताई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, बैतूल से घटना की जांच कराकर दोषी व्यक्ति के विरूद्व विधि अनुसार कार्यवाही के साथ ही वृद्ध दंपत्ति की सुरक्षा एवं देखभाल तथा उन्हे निवास में सुरक्षित रहवास की व्यसस्था के सम्बन्ध में की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट

धार जिले की ग्राम पंचायत मुलथान के मजरा रायनपाड़ा मेें 
झाबुआ जिले से लापता युवती की तलाश करने के लिये गये दो पुलिसकर्मियों पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। हमले में प्रधान आरक्षक, सिपाही और साथ आए युवती के स्वजन गंभीर रूप से घायल हो गये। प्रधान आरक्षक साबिर मोहम्मद का कहना है कि वह आरक्षक के साथ गुमशुदा एक युवती की तलााश के लिये गंाव पहंुचे। इस दौरान एक आरोपी सुनील एवं अन्य आरोपियों ने उन्हें खेत में घेर लिया और हथियारों से हमला बोल दिया। उन्हें काफी दूर तक घसीटा भी गया। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ जूटी रही, लेकिन किसी ने भी पुलिस कर्मियों को पिटाई से नहीं बचाया। सभी घायल को बदनावर लाकर मेडिकल करवाया गया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, धार से मामले की जांच कराकर दोषी व्यक्तियों के विरूद्व की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

दो नर्सों के हवाले स्वास्थ्य केंद्र

ग्वालियर जिले के विकासखंड घाटीगांव के बरई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में
 डाॅक्टरों द्वारा समय पर नहीं पहंुचे का मामला सामने आया है। यहां 12 बजे तक कोई डाॅक्टर्स ही नहीं पहुंचता। केंद्र में सिर्फ दो नर्साें के सहारे चल रहा है। जानकारी के अनुसार विकासखंड घाटीगांव के जनपद सदस्य रामप्रकाश चैरसिया ने भी अस्पताल से नदारह डाॅक्टरों की शिकायत की थी। लेकिन विभागीय खानापूर्ति के बाद जांच कागजों में सिमट गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, ग्वालियर से मामले की जांच कराकर सभी चिकित्सकों की उपस्थिति उनके मुख्यालय पर ही रहे, यह सुनिश्चित कराकर स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रभावी रूप से उपलब्धता सुनिश्चित कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है। 

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