विचाराधीन बंदी की धर्मपत्नी को मिला पांच लाख रूपये का भुगतान

भोपाल,  , अगस्त 2023

खबर नेशन/ Khabar Nation

ना आॅक्सीजन सिलेंडर, न ही सुरक्षा यंत्र, जहरीली गैस में उतारा, पांच की मौत

मुरैना जिले के नूराबाद थानाक्षेत्र के धनेला गांव मंे संचालित साक्षी फूड प्राॅडक्टस फैक्ट्री में बीते बुधवार को टिकटौली गांव निवासी पांच युवक एक-एक से फैक्ट्री के टैंक में बिना आॅक्सीजन सिलेंडर एवं सुरक्षा उपकरणों के सफाई के लिये नीचे उतरे। टैंक में जहरीली गैस होने के कारण पाचों युवकों की दम घुटने से मौत हो गई। हादसे के बाद फैक्ट्री मालिक व मैनेजर ताला लगाकर भाग गये। एसपी मुरैना का कहना है कि मृतकों की शाॅर्ट पीएम रिपोर्ट आने के बाद तथ्यों के आधार पर मामला दर्ज किया जायेगा। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, मुरैना से प्रकरण की जांच कराकर दोनों मृतकों के वैध वारिसों को शासन की योजना/नियमानुसार देय मुआवजा राशि प्रदाय के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है। साथ ही पूछा है कि फैक्ट्री के नियमों के पालन में क्या उपेक्षा हुई है ?

कुएं में मिली लाश, ग्रामीणों ने जताई हत्या की आशंका

शाजापुर जिले के टोलखेड़ी गांव में बीते मंगलवार को 17 वर्षीय युवक राजेश बागरी का शव कुएं में मिला। ग्रामीणों व परिजनों का आरोप है कि राजेश बागरी की गतदिनों कुछ लोगों ने राजेश की हत्या कर दी और हत्या को आत्महत्या बताने के लिये उसके शव को कुएं में फेंक दिया। इस बात से गुस्साये ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया और उन्होंने हाईवे पर जाम लगा दिया। एसडीओपी का कहना है कि यदि घटना को लेकर कोई जिम्मेदार है तो वह बख्शा नहीं जायेगा। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, शाजापुर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में जवाब मांगा है।

आयोग की अनुशंसा पर

विचाराधीन बंदी की धर्मपत्नी को मिला पांच लाख रूपये का भुगतान

मप्र मानव अधिकार आयोग द्वारा केन्द्रीय जेल, उज्जैन में निरूद्ध एक विचाराधीन बंदी की मृत्यु के संबंध में राज्य शासन को अनुशंसा करने पर मृतक बंदी की धर्मपत्नी को पांच लाख रूपये मुआवजा राशि का भुगतान हो गया है। मामला उज्जैन जिले का है। आयोग के प्रकरण क्र. 6708, 7582, 5580/उज्जैन/2020-2021 के अनुसार केन्द्रीय जेल, उज्जैन में निरूद्ध विचाराधीन बंदी सिराजुद्दीन उर्फ सिराज द्वारा जेल में दो नवम्बर 2020 को आत्महत्या कर ली थी। आयोग ने मामला दर्ज कर लिया और मामले की निरंतर सुनवाई की। आयोग ने राज्य शासन को अंनुशंसा की थी कि मृतक बंदी के वैध वारिसों को पांच लाख रूपये मुआवजा राशि दे दें। अपनी अनुश्ंासा में यह भी कहा कि राज्य शासन चाहे, तो यह राशि दोषी लोक सेवकों से वसूल कर सकता है। अंततः आयोग की गई अनुशंसा पर राज्य शासन द्वारा मृतक की धर्मपत्नी श्रीमती समीम बी को पांच लाख रूपये मुआवजा राशि का भुगतान कर दिया गया है। चूंकि मृतक बंदी की धर्मपत्पी को आर्थिक मुआवजा राशि मिल जाने से आयोग में यह मामला अब समाप्त कर दिया गया है।

सबसे बड़ा सर्वे :

मध्यप्रदेश का सबसे भ्रष्ट मंत्री कौन?

जवाब देगी जनता 

मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 में संभावित हैं। विपक्षी दल कांग्रेस मध्यप्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहा है। खबर नेशन यह नहीं कहता कि सभी मंत्री भ्रष्ट हैं।

जनता जनार्दन भी कई मंत्रियों के भ्रष्टाचार का शिकार हुई है। आखिर क्या है वस्तु स्थिति?

कौन है मध्यप्रदेश का भ्रष्ट मंत्री

जनता फैसला करेगी।

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धन्यवाद

गौरव चतुर्वेदी

खबर नेशन

9009155999

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