न्याय पाने के लिए कलेक्टर से मिलने 70 किमी पैदल निकला पूरा परिवार

भोपाल, मंगलवार 25 जुलाई 2023

‘‘छह मामलों में संज्ञान’’

मप्र मानव अधिकार आयोग के मान. अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने ‘‘छह मामलों में संज्ञानलेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

खबर नेशन/ Khabar Nation

मवेशी खुला छोड़ा तो जुर्माने के साथ जूते मारने की मुनादी

शहडोल जिले में मवेशियों को खुला छोड़ने पर जुर्माना और जूते मारने संबंधी वायरल वीडियो पर भ्रामक जानकारी फैलाने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया में जससिंहनगर विकासखंड अंतर्गत नगनौड़ी ग्राम पंचायत का वीडयो वायरल हुआ। इसमें मवेशियों को खुला छोड़ने पर 500 रू. जुर्माना और पांच जूते मारने के साथ ही सोहागपुर विकासखंड अंतर्गत खैरहा में एक हजार रूपये जुर्माना और 25 जूते माने की बात कही जा रही है। वीडियो पर सीईओ जिला पंचायत ने बताया कि दोनों ही वीडियो की जांच करवाई जा गई। दोनों में सरपंच-सचिव द्वारा ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया। खैरहा में चैकीदार ने स्वयं ही मनमानी मुनादी की। चैकीदार को पद से हटा दिया गया है। नगनौड़ी में निजी व्यक्ति द्वारा स्वयं ही गलत मुनादी की गई थी। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर शहडोल से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

खेत में बने तालाब में नहाने गये चार बच्चों की मौत

सिवनी जिले के कुरई थानांतर्गत धोबीसर्रा गांव में बीते रविवार को घर से कुछ दूर खेत में बने तालाब में नहाने के दौरान चार मासूम बच्चांे की डूबने से मौत हो गई। मृतकों में ऋषभ (5), आरव (6), आयुष (8) व रितिक (10) शामिल हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, सिवनी से प्रकरण की जांच कराकर मृत चारों बच्चों केे वैध वारिसों को शासन की योजना/नियमानुसार देय मुआवजा राशि प्रदाय के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।

पांच अलग-अलग घटनाओं में गाज गिरने से सात की मौत

मप्र के पांच जिलों में अलग-अलग घटनाओं में गाज गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। छतरपुर जिले के बक्सवाहा थानाक्षेत्र के कर्री और कछार गांव के बीच बीते शनिवार को बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे खड़े दो मजदूरों की गाज गिरने से मौत हो गई। नरसिंहपुर जिले के ग्राम भैसापाला हार में गाज गिरने से खेत में काम कर रहे एक नाबालिग की मौत हो गई। मृतक का एक साथी भी गाज से गंभीर रूप से झुलस गया। दमोह जिले के जबेरा थानाक्षेत्र के चंडीचोपरा गांव में घर के बाहर खड़े एक व्यक्ति की गाज गिरने से मौत हो गई। कटनी जिले के खड़ौला गांव में बारिश से बचने के लिए झोपड़ी में छुपे लोगों पर गाज गिरने से इसकी चपेट में आये एक नाबालिग की मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से झुलस गये। इसी प्रकार रायसेन जिले के मंडीदीप क्षेत्र के निशानखेड़ा और नूरगंज में बारिश के दौरान गाज गिरने से दो दिनों में दो लोगों की मौत हो गई। ये दोनों मृतक किसान थे और अपने काम करने के दौरान बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे खड़े हो गये। तभी उन पर गाज गिरी और उनकी मौत हो गई। गाज गिरने से मौत होने के इन सभी मामलांे में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने क्रमशः कलेक्टर, छतरपुर, नरसिंहपुर, दमोह, कटनी व रायसेन से प्रकरण की जांच कराकर सभी मृतकों केे वैध वारिसों तथा घायलों के समुचित उपचार के लिए उन्हें शासन की योजना/नियमानुसार देय मुआवजा राशि प्रदाय के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में सभी कलेक्टर्स से एक माह में जवाब मांगा है।

नशे में बनियान पहनकर स्कूल पहुंच गया शिक्षक

विदिशा जिले में शिक्षा विभाग की बदतर हालत का एक मामला सामने आया है। जिले के कई सरकारी स्कूलों में शिक्षक पहुंच ही नहीं रहे हैं। इस आलम का नमूना तब सामने आया, जब जिला परियोजना समंवयक (डीपीसी) व सहायक परियोजना समंवयक निरीक्षण करने नटेरन ब्लाॅक के एक स्कूल पहुंचे। यहां की प्राथमिक शाला नौरिया बंद मिली। छात्रों ने बताया कि शिक्षक अपने गांव गये हैं। जब शिक्षक नर्बदा प्रसाद को बुलवाया गया, तो वे नशे की हालत में बनियान पहने ही स्कूल आ गये। डीपीसी के मुताबिक शिक्षक के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की जायेगी। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, विदिशा सेे प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगकर कहा है कि विद्यार्थियों को प्राप्त शिक्षा पाने के मौलिक/मानव अधिकारों का संरक्षण हो, यह हर हालत में सुनिश्चित करें।

न्याय पाने के लिए कलेक्टर से मिलने 70 किमी पैदल निकला पूरा परिवार

राजगढ़ जिले के खेड़ीगांव निवासी देवसिंह गुर्जर का परिवार चिलचिलाती धूप और गर्मी में सड़कों पर थाली बजाते हुए पैदल चलता नजर आया। दरअसल ये लोग कलेक्टर राजगढ़ से मिलकर उनसे न्याय की गुहार लगाने के लिए निकले हैं। उनके गांव से राजगढ़ 70 किमी दूर है। देवसिंह की शिकायत है कि उनकी चार बीघा जमीन पर उनके गांव के ही भगवान सिंह गुर्जर, फूलसिंह गुर्जर और मानंिसंह गुर्जर ने अवैध कब्जा कर लिया है। मामला कोर्ट से फाईनल हो चुका है। फैसला देवसिंह के पक्ष में आया है, फिर भी गांव के उपरोक्त दबंगों 19 जुलाई की रात देवसिंह के खेत में खड़ी फसल को ट्रेक्टर चलाकर नष्ट कर दिया। देवसिंह ने थाने और जहां-तहां शिकायत की, पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई, इसलिये ये लोग कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाने निकले हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, राजगढ़ से प्रकरण की जांच कराकर पीड़ितों की समस्या के स्थायी समाधान के लिए की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

छात्राओं की साईकिलें और पुस्तकें अधिकारियों ने बेंच दीं

निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर ब्लाॅक में पदस्थ एक उच्च श्रेणी शिक्षिका ने अपने ही विभाग के अधिकारियों पर छात्राओं को मिलने वाली साईकिलें एवं पाठ्य पुस्तकों को अनाधिकृत रूप सें बेंच देने का आरोप लगया है। उच्च श्रेणी शिक्षिका ने कलेक्टर निवाड़ी से इस मामले में बीईओ कार्यालय, पृथ्वीपुर में भारी भ्रष्टाचार होने की शिकायत की है। पर शिक्षिका की शिकायत करने के एक माह बीत जाने के बाद भी कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा संबंधित दोषी अधिकारियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जिन छात्राओं की साईकिलें और पाठ्य पुस्तकें नहीं मिली हैं, उन्होनें सीएम हेल्पलाईन में भी शिकायत कर दी है। हैरत की बात यह है कि छात्राओं की शिकायत का निवारण करने की बजाय दोषी अधिकारियों द्वारा इन छात्राओं के माता-पिता को धमकाया जा रहा है कि शिकायत वापस ले लो, वरना उनके बच्चों के नाम स्कूल से काट दिये जायेंगे। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर निवाड़ी से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

मप्र मानव अधिकार आयोग के हस्तक्षेप पर मृतक की पत्नी को मिले दो लाख रूपये

मप्र मानव अधिकार आयोग के हस्तक्षेप पर मृतक की पत्नी को अंत्येष्टि एवं अनुग्रह सहायता (राहत राशि) के रूप में राज्य शासन से दो लाख रूपये मिल गये हैं। मामला छिंदवाड़ा जिले का है। आयोग के प्रकरण क्रमांक 9174/छिंदवाड़ा/2021 के अनुसार ग्राम कोडाखूरी, ग्रा.प. झापिया, तहसील जुन्नारदेव, जिला छिंदवाड़ा निवासी आवेदिका बेलकुंवर नर्रे पति स्व. प्रताप शाह नर्रे ने आयोग में आवेदन लगाया था कि उसके परिवार का गरीबी रेखा का राशन कार्ड, संबल कार्ड खोने के बावजूद दिनांक 22 सितंबर 2019 को उसके पति मृत्यु हो जाने के पश्चात उसे अब तक अंत्येष्टि एवं अनुग्रह सहायता के रूप में राहत राशि नही मिल पायी है। उस पर परिवार के पांच लोगों को पालने की जिम्मेदारी हैं। आवेदिका ने आयोग से हस्तक्षेप कर उसे उसका वाजिब हक/न्याय दिलाकर यथाशीघ्र राहत राशि दिलाने का अनुरोध किया था। आवेदन मिलते ही आयोग ने मामला दर्ज कर लिया और कलेक्टर छिंदवाड़ा से जवाब-तलब किया। आयोग ने मामले की निरंतर सुनवाई की। अंततः कलेक्टर छिंदवाड़ा ने प्रतिवेदन दिया है कि प्रकरण की जांच करायी गई आवेदिका राहत राशि पाने के लिये पात्र पायी गई। अतः आवेदिका बेलकुंवर नर्रे को संबल योजना के तहत अनुग्रह सहायता मंजूर कर उसके बैंक खाते में दो लाख रूपये जमा कर दिये गये हैं। चूंकि आवेदिका को उसका देय लाभ मिल चुका है, अतः आयोग में यह मामला अब समाप्त कर दिया गया है। 

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गौरव चतुर्वेदी

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