कीचड़ भरे रास्ते से खटिया पर ले गये प्रसूता को

भोपाल,  जुलाई 2023

‘‘छह मामलों में संज्ञान’’

मप्र मानव अधिकार आयोग के माननीय सदस्य श्री राजीव कुमार टंडन ने ‘‘छह मामलों में संज्ञानलेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

खबर नेशन/ Khabar Nation

नाइजीरियन कैदी से जेल में मारपीट, पीड़ित ने किया इंकार

भोपाल शहर की केन्द्रीय जेल में बीते मंगलवार को एक वकील द्वारा जेल में बंद नाइजीरियन कैदी से मारपीट और खाना नहीं देने और पत्नी की मुलाकात तक नहीं करने देने की शिकायत किये जाने मामला सामने आया है। वहीं नाइजीरियन कैदी फ्रांसिस इमेका ने मारपीट किये जाने से इंकार करते हुये हर सप्ताह पत्नी से बात करने की पुष्टि की है। मामले में जेल अधीक्षक का कहना है कि जेल मुख्यालय से सलाह के बाद मामला पुलिस को सौंप देंगे, ताकि शिकायत की जांच हो सके। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने अधीक्षक, केन्द्रीय जेल, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर 15 दिन में जवाब मांगा है।

चार अलग-अलग क्षेत्रों में पानी में डूबने से छह की मौत

मप्र के पांच जिलों में अलग-अलग घटनाओं में पानी मंे डूबने से दो युवकों सहित चार बच्चों की मौत हो गई। पहला मामला भिंड जिले का है। भिंड जिले के उमरी थानाक्षेत्र के विलाव गांव में दो बच्चे गुलफाम और सोनू भैंस चराने के लिये घर से निकले थे। गांव के तालाब में जब भैंसे चली गईं तो दोनो बच्चे भी तालाब में नहाने के लिये उतर गये। उन्हें तालाब की गहराई का अंदाजा नहीं था, जिस कारण वह गहरे पानी में डूब गये। ग्रामीणों ने बच्चों को डूबता देख उन्हें बचाने का प्रयास किया और दोनांे बच्चों को पानी से बाहर निकाला। इसके बाद बच्चों को इलाज के लिये अस्पताल ले गये, जहां डाक्टर्स ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मर्ग कामय कर प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। दूसरा मामला शिवपुरी का है। जहां शिवपुरी के पिछोर थानाक्षेत्र के वीरपुर गांव में नहाते समय एक बच्चे की मौत हो गई। बीते रविवार को बिजेन्द्र पाल (10 वर्ष) अपने छोटे भाई के साथ तालाब मंे नहाने गया था। नहाते समय वह गहरे पानी में डूब गया और वह बाहर नहीं आया। किनारे पर बैठे छोटे भाई ने भागकर परिजनों को बुलाया। लेकिन देर हो जाने के कारण बच्चे की मौत हो गई। तीसरा मामला इंदौर जिले क है। इंदौर जिले के खुडैल स्थित हत्यारी खोह में नहाते समय दो युवकों की मौत हो गई। दोनों मृतक अपने चार दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गये थे। यहां पार्टी मनाने के बाद झरने में नहाने उतर गये और गहराई में चले गये, जिस कारण पानी में डूबने से दोनों युवकों की मौत हो गई। चैथा मामला जबलपुर जिले का है। जबलपुर जिले की परियाटी नदी मंे नहाने गये दो छात्र नदी के तेज बहाव में बह गये। वहां मौजूद लोगों ने एक छात्र को तो बचा लिया लेकिन दूसरा छात्र पे्रम झारिया पानी के तेज बहाव में बह गया। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू शुरू किया, लेकिन छात्र का सुराग नहीं लग सका। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने क्रमशः कलेक्टर, भिंड, शिवपुरी, इंदौर एवं जबलपुर से प्रकरण की जांच कराकर सभी मृतकों केे वैध वारिसों को शासन की योजना/नियमानुसार देय मुआवजा राशि प्रदाय के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में सभी कलेक्टर्स से जवाब मांगा है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अल्ट्रासाउण्ड मशीन नहीं, मरीजों को जाना पड़ रहा है भिंड और ग्वालियर

भिंड जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मौ में अल्ट्रासाउण्ड मशीन नहीं होने एवं डाक्टर्स की कमी होने से गर्भवती महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मंे प्रतिमाह 70 से 80 गर्भवती महिलाओं की डिलेवरी होती है। लेकिन यहां अल्ट्रासाउण्ड मशीन नहीं होने से गर्भवती महिलाओं को डिलेवरी से पहले जांच कराने के लिये या तो भिंड शहर में जाना पड़ता या शहर से दूर दूसरे जिले (ग्वालियर) जाना पड़ता है। जिस कारण गरीब वर्ग की गर्भवती महिलाओं को जांच कराने एवं आवागमन में आर्थिक मार झेलनी पड़ती है। साथ ही अस्पताल में चैकीदार नहीं होने से अस्पताल परिसर में अवारा पशु आकर बैठ जाते है, जो अस्पताल परिसर मं गंदगी फैला रहे हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, भिंड से प्रकरण की जाचं कराकर जवाब मांगा है। साथ ही पूछा है कि 01. अल्ट्रसाउण्ड मशीन कब लगी थी ? 02 क्या मशीन के रखरखाव का एएमसी किया गया था ?

जेल मंे कैदी को नंगा कर जूते का हार पहनाया, जुलूस निकाला

इंदौर जिले की सेंट्रल जेल में बलात्कार एवं हत्याकांउ की आजीवन कारावास काट रहे खंडवा निवासी बबलू को नंगा कर जूते का हार पहनाकर जुलूस निकालने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार जेल प्रहरी ने बताया कि बबलू की बैरक के पास गढ्ढा खोदा तो उसमें एक थैली मिली। थैली मंे तंबाकू की पुडिया और नौ हजार एक सौ रूपये मिले थे। जेलर ने बबलू को जेल की चैक में बुलाकर नंगा किया और जूतों की माला पहना दी। इसके बाद ढोल-ढमाके के साथ उसका जुलूस निकाला। जबकि बबलू का कहना है कि वह पैसा और तंबाकू एक साल पहले लाया था। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने महानिदेशक, जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं, जेल मुख्यालय, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर घटना से संबंधित सीसीटीव्ही फुटेज सुरक्षित कर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।

कीचड़ भरे रास्ते से खटिया पर ले गये प्रसूता को

सीहोर जिले की इच्छावर तहसील के ग्राम सुआखेड़ी में बीते मंगलवार को कीचड़ भरे रास्ते से प्रसूता को खटिया पर लिटाकर अस्पताल ले जाने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार सुआखेडी गांव में लेागों को कच्ची सड़के से आवागमन करना पड़ता है। बारिश के समय में यह कच्ची सड़क कीचड़ मंे बदल जाती है। गांव में सड़क नहीं होने से स्कूल के बच्चों को कीचड़ भरे रास्ते से स्कूल जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने इस समस्या के समाधान के लिये जनप्रतिनिधियों को अवगत कराय गया, किंतु हर बार जनप्रतिनिधियों द्वारा केवल आश्वासन ही दिया जाता है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, सीहोर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।

बच्चे का इलाज कराने गई महिला के साथ डाक्टर ने किया दुराचार

गुना जिले के फतेहागढ़ थानाक्षेत्र के ग्राम जैतपुरा में झोलाछाप डाक्टर महेन्द्र सिंह धाकड़ के क्लीनिक पर अपने बच्चे का इलाज कराने गई एक महिला के साथ डाक्टर ने चाकू की नोंक पर दुराचार करने का मामला सामने आया है। मामला एक माह पुराना है। लेकिन महिला ने बीते दिन इस घटना की जानकारी अपने पति को दी। महिला अपने पति के साथ थाना पहुंची और बीते सोमवार आरोपी डाक्टर पर मामला दर्ज कराया। जानकारी के अनुसार महिला बीते 30 जून को शाम छह बजे अपने पांच साल के बच्चे का इलाज कराने महेन्द्र सिंह धाकड़ के क्लीनिक पर गई थी। तभी महेन्द्र धाकड़ ने बुरी नियत से महिला का हाथ पकड़ा और एक कमरे में ले गया। यहां उसने महिला के साथ दुराकर की घटना को अंजाम दिया। जब महिला चिल्लाई, तो आरोपी ने गले पर चाकू रख दिया। पुलिस ने आरोपी डाक्टर पर दुराचार का मामला दर्ज कर लिया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी एवं सीएमएचओ, गुना से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में में जवाब मांगा है।

मप्र मानव अधिकार आयोग के हस्तक्षेप पर सुरखित भवन मंे संचालित हो रहा स्कूल

मप्र मानव अधिकार आयोग के हस्तक्षेप पर असुरक्षित घोषित बिल्डिंग मंे संचालित शासकीय प्राथमिक विद्यालय क्रमांक-1, ब्यावरा स्कूल के छात्रों को सुरक्षित भवन में संचालित स्कूल मंे पढ़ाया जा रहा है। मामला राजगढ़ जिले का है। आयोग के प्रकरण क्रमांक 8398/राजगढ़/2022 के अनुसार मप्र मानव अधिकार आयोग ने राजगढ़ जिले के ब्यावरा नगर में कई शासकीय संस्था असुरक्षित घोषित हो चुके भवनों में लगने की खबर पर संज्ञान लिया था। खबर के अनुसार ऐसे असुरक्षित और जर्जर भवनों में स्कूल, छात्रावास व आश्रम संस्था भी संचालित थे, जबकि नगर पालिका प्रशासन के तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा उक्त बिल्डिंग को जर्जर होने के चलते असुरक्षा की दृष्टि से इसका उपयोग नहीं करने को कहा गया था। किंतु विभाग द्वारा स्कूल को कहीं और शिफ्ट नहीं किए जाने पर इस जीर्णशीर्ण भवन में स्कूल लगाना पड़ रहा था। जर्जर भवन से सटे अतिरिक्त कक्ष में बच्चे बैठने को मजबूर थे। मामले में आयोग ने कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी, राजगढ. से जवाब मांगा था। जिला शिक्षा अधिकारी इस आशय का प्रतिवेदन देकर अवगत कराया है कि शासकीय प्राथमिक विद्यालय क्रमांक-1, ब्यावारा को खाली कराकर क्षतिग्रस्त बिल्डिंग को नगर पालिका ब्यावरा द्वारा तोड़ने की कार्यवाही की जा रही है तथा शासकीय प्राथमिक विद्यालय क्रमांक-1 स्कूल के बच्चों को प्राथमिक स्कूल एनएच ब्यावरा के खाली भवन में सुरक्षित तौर पर संचालित किया जा रहा है। चूंकि समस्या का निराकरण हो गया है, अतः आयोग में अब इस प्रकरण की कार्यवाही को समाप्त किया गया है। 

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गौरव चतुर्वेदी

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