दो शिक्षकों ने हाथ-पैर पकड़ टेबल पर लिटाया, तीसरे ने पाईप से पीटा

भोपाल,  सितम्बर 2023

‘‘तेरह मामलों में संज्ञान’’

मप्र मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने ‘तेरह मामलों में संज्ञानलेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

खबर नेशन/ Khabar Nation

हाईटेंशन लाईन की चपेट में आने से युवक की मौत

भोपाल शहर के रातीबड़ थानाक्षेत्र के ग्राम सेमरी निवासी फिरोज खान बीते शनिवार की सुबह ग्राम रसूलिय गोसांईं स्थित डेयरी फार्म पर ट्रैक्टर में भूसा लादने गया था। भूसा भरते समय वह अचानक ही ऊपर से गुजरी हाईटेंशन विद्युत लाईन की चपेट में आ गया। फिरोज को तत्काल एक निजी अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमडी, मध्यक्षेत्र विविकंलि, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर मृतक के वैध वारिसों को शासन की योजना/नियमानुसार देय मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।

जेपी अस्पताल: मर्चुरी मंे शव रख भूले, बदबू आई तब पुलिस बुलाई

जयप्रकाश अस्पातल, भोपाल में एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। जिम्मेदार मर्चुरी में स्ट्रेचर पर ही शव रखा छोड़कर भूल गये। जब तीन दिन बाद शव से बदबू आने लगी, तो मरीजों एवं अस्पताल के कर्मचारियों ने इस पर आपत्ति ली। इसके बाद आनन-फानन में पुलिस को बुलाकर शव सौंपने के कार्यवाही की गई। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, स्वास्थ्य सेवाएं, संचालनालय, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।

जबतक बनता है पर्चा, तब तक डाक्टर्स की अस्पतालों से हो जाती है रवानगी

जयप्रकाश अस्पातल, भोपाल में हर दिन मरीजों की परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं। अस्पताल मंे आने वाले मरीजों के पर्च बनने में एक से डेढ़ बज जाता है, तब तक तो डाक्टर्स अपने चैबर्स से घरों की ओर अपनी रवानगी डाल रहे हैं। जेपी अस्पताल से लेकर हमीदिया, कमला नेहरू एवं शाकिर अली अस्पताल मंे भी यही समस्या बनी हुई है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, स्वास्थ्य सेवाएं, संचालनालय, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन मंे जवाब मांगा है।

ड्रैनेज की समस्या से परेशान दुकानदार, सड़कों पर भर रहा गंदा पानी

भोपाल शहर की बिट्टन मार्केट में जलनिकासी की भारी समस्या हो रही है। कई बार दुकानों के सामने पानी जमा हो जाता है। इसका असर दुकानदारों के कारोबार पर पड़ रहा है। कई बार इसकी शिकायत नगर निगम के वरिष्ठ कार्यालयों में की गई, परंतु अबतक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, नगर निगम, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।

15 करोड़ का 9.5 एमएलडी वाला एसटीपी, फिर भी तीन नाले तालाब में गिरा रहे सीवेज

भोपाल शहर की सबसे खूबसूरत झील शाहपुरा लेक को नगर निगम सीवेज व अन्य गंदगियों से नहीं बचा पा रहा है। 15 करोड़ की लागर से बना 9.5 मिलियन लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) पानी का ट्रीटमेंट करने की क्षमता रखने वाले एसटीपी लगाये जाने के बावजूद भी बड़े गंदे नालों का सीवेज शाहपुरा लेेक में मिल रहा है। झील के चारों तरफ किनारों पर जगह-जगह गंदगी ही गंदगी नजर आती है। इस झील में पंचशील नाला, आम्रपाली नाला एवं मनीषा मार्केट की ओर से आने वाले नाले सीधे तौर पर झील में मिलकर उसे गंदा कर रहे हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, नगर निगम, भोपाल एवं क्षेत्रीय संचालक, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।

जेपी अस्पताल के भरोसे छह लाख आबादी, लेकिन तीन विभागों में विशेषज्ञ नहीं, तीन ओपीडी भी बंद

जयप्रकाश अस्पातल, भोपाल अनदेखी का शिकार होता जा रहा है। इसका खामियाजा इस अस्पातल में आने वाले मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। शहर की करीब छह लाख की आबादी इस अस्पताल के भरोसे है। यहां डेंटल डिपार्टमेंट, सोनोग्राफी एवं एनेस्थेसिया विभाग में विशेषज्ञों की कमी है। चिकित्सक विशेषज्ञों की कमी के कारण दातों को ईलाज कराने आने वाले मरीजों को 15 से 20 दिनों तक इंतजार करना पड़ता है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, स्वास्थ्य सेवाएं, संचालनालय, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन मंे जवाब मांगा है। साथ ही यह भी कहा है कि जेपी अस्पताल की अव्यवस्थाओं एवं कमियों के संबंध में निरंतर शिकायत/प्रकाशन होना प्रतीत होता है, इस संबंध में भी समग्र जांच कराकर प्रतिवेदन दें।

मरीजों की कतार को डाक्टर्स का इंतजार

जिला अस्पातल, सीहोर में उपचार की आस लेकर अस्पताल की ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों संख्या एक हजार से उपर है। यहां डाक्टर्स के लापरवाह रवैये से मरीज परेशान हैं। डाक्टर्स समय से पहले ही ओपीडी में आने वाले मरीजों को छोड़कर चले जाते हैं और अस्पताल की व्यवस्था नर्सिंग स्टाॅफ के हवाले हो जाती है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, स्वास्थय सेवाएं, संचालनालय, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है। साथ ही यह भी कहा है कि जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं एवं कमियों के संबंध में निरंतर शिकायतें प्रकाशित हो रहीं हैं, इस संबंध में भी विशेष जांच कराकर प्रतिवेदन दें।

दो नाबालिग समेत पांच डूबे, दो के शव मिले, तीन लापता

नर्मदापुरम् जिले के पिपरिया थानाक्षेत्र में ग्राम डूमर में बीते शनिवार को दूधी नदी में नहाने गये पांच नाबालिग बच्चे गहरे पानी में डूब गये। दो बच्चों के शव तो मिल गये परंतु तीन अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, नर्मदापुरम् से प्रकरण की जांच कराकर दोनों मृत बालकों के वैध वारिसों को शासन की योजना/नियमानुसार देय मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।

दो बच्चियां पानी में डूबीं, मौत

अनूपपुर जिले के राजेन्द्रग्राम थानाक्षेत्रांतर्गत ग्राम पंचायत बसनिहा के बरटोला गांव में बने वाॅटरशेड के तालाब की मेढ़ पर खेलते-खेलते दो बच्चियां फिसलकर गहरे पानी में चलीं गईं। जिनकी डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने पीएम करवाने के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिये। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, अनूपपुर से प्रकरण की जांच कराकर दोनों मृत बच्चियों के वैध वारिसों को शासन की योजना/नियमानुसार देय मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।

न्यायालय परिसर मंे जहरीला पदार्थ खाया, मौत

हरदा जिले के खिरकिया नगर के व्यवहार न्यायालय के परिसर में विनोद पिता शोभाराम ने जहरीला पदार्थ खा लिया। पुलिस उसे ईलाज के लिये सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गई, किंतु हालत नाजुक होने से उसे जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया, जहां डाक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक ने पुलिस पर प्रताड़ना के आरोप लगाये हैं। माामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी, हरदा से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में जवाब मांगा है।

दो शिक्षकों ने हाथ-पैर पकड़ टेबल पर लिटाया, तीसरे ने पाईप से पीटा

ग्वालियर शहर के गोला का मंदिर थानाक्षेत्र के डीडीनगर में संचालित प्राइम कोचिंग क्लासेस में बीते शनिवार को कक्षा आठवीं के छात्र को दो शिक्षकों ने हाथ-पैर पकड़कर टेबल पर लिटाया और तीसरे शिक्षक ने उसे प्लास्टिक के पाईप से बुरी तरह से पीटा। शिक्षकों द्वारा बेरहमी से की गई पिटाई के कारण छात्र को गंभीर चोटें आईं हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, ग्वालियर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में जवाब मांगा है।

दो माह से पेंशन के लिये तरस रहे हजारों वृद्ध और दिव्यांग

बैतूल जिले में लगभग एक लाख साठ हजार पेंशनधारी हैं, जिन्हें लगभग दो माह से पेंशन नहीं मिल पा रही है। पेंशनधारी जब पेंशन की जानकारी लेने बैंक जाते हैं, तो बैंक कर्मचारियों द्वारा कह दिया जाता है कि अभी उनकी पेंशन खाते मंे नहीं आई है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि किसी कारणवश पेंशन नहीं आई होगी, तो इसे चैक कराकर समस्या का समाधान करेंगे। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, बैतूल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। साथ ही पूछा है कि वृद्धजन एवं दिव्यांगजन को समय-समय पर पेंशन मिलने, केवायसी के संबंध में आ रही कठिनाई को शासकीय स्तर पर आवश्यक सहायता उपलब्ध करा समाप्त करने तथा वृद्धजन एवं दिव्यांगजन की विशिष्ठ श्रेणी को देखते हुये उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या ना हो, इसके लिये सुनिश्चित व्यवस्था करने के संबंध में भी की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दें।

दो नाबालिगों के साथ सामूहिक दुराचर

दतिया शहर के एक रेस्टोरेंट में दो नाबालिगों किशोरियों के साथ सामूहिक दुराचार का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार राजगढ़ चैराहा पर स्थित राधिक रेस्टोरेंट के पास आरोपियों ने किशोरियों को पकड़ लिया और डरा-धमकाकर रेस्टोरेंट के अंदर ले गये, जहां बारी-बारी से उनके साथ दुराचार की घटना को अंजाम दिया। पीडित किशोरियों ने थाने पहुचंकर रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी, दतिया से प्रकरण की जांच कराकर पीड़ित बालिकाओं की सुरक्षा व देखभाल के संबंध मंे की गई कार्यवाही के बारे में 15 दिन में जवाब मांगा है।

सबसे बड़ा सर्वे :

मध्यप्रदेश का सबसे भ्रष्ट मंत्री कौन?

जवाब देगी जनता 

मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 में संभावित हैं। विपक्षी दल कांग्रेस मध्यप्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहा है। खबर नेशन यह नहीं कहता कि सभी मंत्री भ्रष्ट हैं।

जनता जनार्दन भी कई मंत्रियों के भ्रष्टाचार का शिकार हुई है। आखिर क्या है वस्तु स्थिति?

कौन है मध्यप्रदेश का भ्रष्ट मंत्री

जनता फैसला करेगी।

हम शीघ्र ही सर्वे प्रक्रिया आपके समक्ष चालू कर रहे है। आग्रह है आप खबर नेशन डॉट कॉम द्वारा करवाए जाने वाले सर्वे में अपना मत प्रकट करें। आपके निर्णय को प्रकाशित किया जाएगा लेकिन आपका नाम गोपनीय रखा जाएगा।

धन्यवाद

गौरव चतुर्वेदी

खबर नेशन

9009155999

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