लापरवाही के कारण गई, मासूम की जान

भोपाल, शुक्रवार, आठ सितम्बर 2023

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग का 29वां स्थापना दिवस कार्यक्रम

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के मुख्यातिथ्य में ‘‘शिक्षा का अधिकार - मानव अधिकार’’ पर कार्यक्रम 13 सितम्बर को

खबर नेशन/ Khabar Nation

अपने स्थापना वर्ष से ही मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग प्रतिवर्ष मानव अधिकारों के संरक्षण की दिशा में जनसंवेदना प्रसार हेतु समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता रहा है।

 इसी अनुक्रम में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग द्वारा अपने 29वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम बुधवार, 13 सितम्बर 2023 को सुबह 10ः30 बजे से आर.सी.व्ही.पी. नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी, भोपाल के लघु सभागार (आॅडिटोरियम) में होगा। कार्यक्रम का केन्द्रीय विषय ‘‘शिक्षा का अधिकार - मानव अधिकार’’ रखा गया है। कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य जन सामान्य, अधिकारियों व विधि विद्यार्थियों को शिक्षा के अधिकार अधिनियम बारे में विस्तार से अवगत कराना एवं उन्हें इस अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में सक्रिय होने के लिये संवेदनशील बनाना है।

आयोग के 29वे स्थापना दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान होंगे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार उपस्थित रहेगें। कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय कार्यवाहक अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी करेंगे। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय सदस्य श्री राजीव कुमार टंडन विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

 इसके अलावा आमंत्रित न्यायमूर्तिगण, न्यायाधीशगण, मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग, भोपाल की प्रमुख सचिव श्रीमती स्मिता भारद्वाज, आयोग में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री बी.बी. शर्मा, राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारीगण, स्कूल शिक्षा विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारीगण, आयुक्त लोकशिक्षण संचानालय, संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र सहित भोपाल के विभिन्न शासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत सौ विद्यार्थीगण भी प्रतिभागी के रूप में उपस्थित रहेंगे।

‘‘17 मामलों में संज्ञान’’

म.प्र. मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने ‘‘17 मामलों में संज्ञानलेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

डिलीवरी के बाद सौंपा नवजात का शव

भोपाल के हमीदिया अस्पताल के गायनिक विभाग में एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां इलाज के दौरान क नवजात की मौत हो गई। परिजन शव लेकर घर चले गये। उसका अन्तिम संस्कार करने के अगले ही दिन हमीदिया अस्पताल से मृत नवजात के पिता को फोन पहंुचा कि आपकी बच्ची भूखी है। दूध पिलाने के लिये कोई क्यों नहीं आ रहा है। इससे परिजन पशोपेश में आ गये और बीते बुधवार को हमीदिया अस्पताल पहुंचे। अस्पताल वालों ने कहा कि आपकी फाईल क्लोज हो चुकी है। रोते-धोते परिजन हमीदिया अस्पताल से थाने पहंुचे और शिकायत दर्ज कराई। मृत बच्ची की दादी ने सीएम से मामले की जांच कराने की मांग की है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं संचालनालय, मप्र, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।

सरपंच के बेटे और उसके तीन दोस्तों ने युवती के साथ की ज्यादती, आरोपी फरार

भोपाल शहर के बैरागढ़ इलाके में चार लोगों ने यहीं की रहने वाली एक युवती के साथ ज्यादती की। बैरागढ़ पुलिस केे अनुसार बैरागढ़ निवासी 22 वर्षीया एक युवती से योगेश मेवाड़ा, दिनेश मालवीय, सद्दा गांधी व धर्मेन्द्र मालवीय उर्फ जावेद ने झांसे में लेकर उसका शोषण किया। पुलिस ने पीड़िता का बयान लेकर चारों आरोपियों पर मामला दर्ज कर फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में जवाब मांगा है।

नवविवाहिता की संदिग्ध मौत

भोपाल जिले के बैरसिया इलाके के ललरिया गांव में एक नवविवाहिता की संदिग्ध मौत होने का मामला सामने आया है। मृत युवती के भाई का कहना है कि उसकी बहन मुस्कान खान के पति अरमान खान ने जेवरात न देने पर उसकी बहन को मार डाला। क्योंकि उनकी बहन आत्महत्या नहीं कर सकती थी। उसे मारकर फंदे में लटकाया गया है। उसने पुलिस से न्याय दिलाने और अरमान केे खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी भोपाल (देहात) से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में जवाब मांगा है।

कदम-कदम पर खतरा....बरेला की डगर पर चलना जरा संभलकर

भोपाल शहर के वार्ड-7 के लालघाटी स्थित बरेला गांव में आवाजाही के लिये बनाई गई गली के समानांतर एक नाला भी है, जिसे कवर्ड नहीं किया गया है। इसी गली से बरेला के रहवासी आना-जाना करते हैं। खुला नाला होने की वजह से यह बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरा बना रहता है। गौरतलब है कि नाले के दोकनों तरफ घर बने हैं, लेकिन एक तरफ के घरों आवाजाही के लिए नाले पर फर्शिया रखकर अस्थाई रास्ता बनाया गया है। इसी गली में बच्चे खेलते रहते हैं, ऐसे में कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं कमिश्नर, नगर निगम भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर जोखिमपूर्ण स्थिति के समाधान एवं जन सुरक्षा के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।

दबंग ने पूर दिया जलकूप, पानी के लिये त्राहि-त्राहि

छतरपुर जिले के बक्सवाहा विकासखंड की वाजना ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लागई है कि उनके गांव के 60 साल पुराने जलकूप का गांव के ही एक दबंग व्यक्ति ने  पुराव कर दिया है। इससे पूरे गांव के लोग पेयजल के लिये त्राहि-त्राहि कर पानी लेने के लिये यहां-वहां भटक रहे हैं। दबंग व्यक्ति गांव वालों ंसे मारपीट और गाली-गलौच भी करता है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, छतरपुर से प्रकरण की जांच कराकर ग्राम वाजना के निवासियों के लिये पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था कर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

मिड-डे-मील खाने के बाद 15 बच्चे बीमार, अस्पताल में भर्ती

सीधी जिले के वनांचल कुसमी के कचपेच गांव की प्राथमिक शाला में मिड-डे-मील खाने के बाद 15 बच्चे फूड पाॅइजनिंग का शिकार हो गये। इन बच्चों की बिगड़ती हालत को देखते हुये उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन बीमार बच्चों के परिजनों ने बच्चों को बेहतर इलाज नहीं मिलने का आरोप लगाया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, सीधी से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

देपालपुर के सरकारी स्कूल में एक बेंच पर पांच-पांच छात्राएं, शौचालय के दरवाजे भी टूट

इंदौर जिले के देपालपुर नगर के सबसे बड़े शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भारी गंदगी और अव्यवस्थाओं का आलम हैं। यहां छात्राएं अधिक और कक्ष कम होने के कारण एक-एक कक्षा में छात्राएं ठूंस-ठूंस कर बैठने को मजबूर हैं। यहां एक बेंच में पांच-पांच छात्राएं बैठती हैं। गंदगी से भरे शौचालय के दरवाजे भी टूटे हुये हैं और इस विद्यालय में पीने के पानी की भी कमी है। सफाईकर्मी विद्यालय प्रागंण में सप्ताह में सिर्फ एक बार सफाई करता है। छात्राओं को पढ़ने के लिये लायब्रेरी में कक्षा लगाकर पढ़ाई करनी पढ़ रही है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, इंदौर से प्रकरण की जांच कराकर एक माह में जवाब मांगा है।

मुरैना के टिकटौली जंगल में शिकारी की गोली लगने से वृद्ध की मौत

मुरैना जिले के टिकटौली के जंगल में शिकारी की गोली लगने से 65 साल के एक वृद्ध की मौत हो गई। शिकारी टिकटौली जंगल में खरगोश आदि जानवरों का शिकार कर रहा था। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी, मुरैना से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

जादू-टोने के शक में युवक के गले में जूते-चप्पल की माला पहनाकर पूरे गांव में घुमाया

छिंदवाड़ा जिले के बारहबरियारी गांव में कुछ लोगों ने जादू-टोने के शक में एक युवक के साथ अमानवीय बर्ताव किया। लोगों ने पीड़ित युवक के गले में जूते चप्पल की माला पहनाकर उसे पीटते हुये पूरे गांव में घुमाया। बीते बुधवार को घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस हरकत में आई और दोषियों पर सख्त कार्यवाही की बात कही। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, छिंदवाड़ा से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही एवं ऐसी कुरीति के खिलाफ जन जागरूकता के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

जर्जर स्कूल भवन व जहरीले सर्पो के डर के बीच, पढ़ते है नौनिहाल

विदिशा जिले की ग्यारसपुर जनपद केन्द्र के अंतर्गत् हैदरगढ संकूल के बांसादेही एकीकृत माध्यमिक शाला में स्कूल के विद्यार्थी डर के साये में पढाई कर रहे है। यहां 73 बच्चें दर्ज है। स्कूल के विद्यार्थी बताते है कि स्कूल भवन की छत व दीवारें पूरी तरह जर्जर हो चुकी है, इनमें दरारें आ चुकी है जिससे बाहर से सांप कक्षा के अंदर आ जाते है। स्कूल भवन के आस-पास बड़ी-बड़ी झाडियां व घास हैं एवं साफ-सफाई बिल्कुल नही होती है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं डी.ई.ओ. विदिशा से प्रकरण की जांच कराकर इस स्कूल भवन की साफ-सफाई एवं आवश्यक मरम्मत एवं विद्यार्थियों की सुरक्षा के संबंध में किये गए उपायों के बारे में पालन प्रतिवेदन सहित तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

दो सौ लोगों की बस्ती के लोग चार माह के लिए हो जाते है कैद

सागर जिले की खुरई तहसील की निवारी ग्राम पंचायत की नई बस्ती शंकरपुरा निवासी अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के तीस से अधिक घरों में दो सौ से ढाई सौ ग्रमीण निवास करते है परंतु इस गांव में बिजली, पानी, चिकित्सा, सडक आदि सुविधाये ंतो छोडियें, इस बस्ती तक पहुंचने के लिए सरकारी सार्वजनिक रास्ता तक नही है। ऐसे में बारिश के चार महीने इस बस्ती के लोग अपने-अपने घरों में कैद हो जाते है। ग्रामीणों ने जहां-तहां शिकायत व आवेदन लगाये है परन्तु अब तक सार्वजनिक रास्ता नही बन पाया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर सागर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।

मूलभूत सुविधाओं से आज भी वंचित है ग्रामीण

नर्मदापुरम् जिले के सिवनी मालवा के अंतर्गत् आने वाली ग्राम पंचायत फरीदपुर के पारदी टोलें में रहने वाले तीन सौ लोगों की आबादी को आज भी मूलभूत सुविधायें नही मिल पाई है। इस टोलें में न तो रोड है और न ही शौचालय। सरकारी मुलाजिमों ने इन्हें प्रधानमंत्री आवास दिलाने का आश्वासन दिया, परन्तु आज भी यहां के लोग झुग्गी-झोपडियों में रहने को मजबूर है। इन्हें शासन की किसी भी योजना का लाभ नही दिया जा रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर नर्मदापुरम् से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।

108 एम्बुलेंस में नहीं थी आॅक्सीजन, अस्पताल पहुंचने से पहले डेढ़ महीने की बच्ची की मौत

छतरपुर जिले के नौगांव से एक डेढ़ महीने की बीमार बच्ची को जिला अस्पताल छतरपुर तक लाने के लिए जो एम्बुलेंस मिली, उसमें आॅक्सीजन नहीं थी। इससे छतरपुर पहुंचने से पहले ही बीमार बच्ची ने दम तोड़ दिया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं सी.एम.एच.ओ. छतरपुर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही  तथा मृत बच्ची के परिजनों को शासन की योजना/नियमानुसार दी जाने वाली मुआवजा राशि प्रदाय के संबंध में एक माह मंे जवाब मांगा है।

गाज गिरने से दो छात्रों की मौत

जबलपंुर जिले के जौलीहारी निवासी दो छात्र अपने दो अन्य साथियों के साथ किसी अन्य खेत में घूमने गये थे। इसी दौरान तेज बारिश होने लगी, तो वे सभी एक पेड़ के नीचे खड़े हो गये। तभी आकाशीय बिजली (गाज) उन पर गिरी। इससे दो छात्रों आशिक विश्वकर्मा एवं विपिन काछी की मौके पर ही मौत हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर जबलपुंर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही तथा दोनों मृत छात्रों के परिजनों को शासन की योजना/नियमानुसार दी जाने वाली मुआवजा राशि प्रदाय के संबंध में एक माह मंे जवाब मांगा है।

लापरवाही के कारण गई, मासूम की जान

सीहोर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाड़कुई में एक माह की नवजात बच्ची को समय पर उपचार न मिलने के कारण उसकी अकाल मौत हो गई। बच्ची का पिता बीमार बच्ची को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाड़कुई पहुंचा था। यहां उसे कई घंटे इंतजार करना पड़ा। डाक्टर अस्पताल से नदारद मिले। इससे बच्ची को इलाज नहीं मिला और उसकी मौत हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं सी.एम.एच.ओ. सीहोर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध मंे तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

महिला हेडमास्टर ने छात्रा को अश्लील फिल्म दिखाई

दतिया जिले के कुलैथ के सरकारी स्कूल में पदस्थ एक महिला हेड मास्टर ने सातवीं कक्षा की एक छात्रा को अपने मोबाइल में अश्लील फिल्म दिखाई। इसके बाद उसी मोबाइल से स्कूल के एक शिक्षक को फोन लगाकर छात्रा की बात कराई और छात्रा से कहां कि इन सर से रोज बात कर लिया करों, तो वे तुम्हें पास कर देगें और हर महीनें पांच सौ रूपयें देगें। मामले में परिजनों ने दोषी शिक्षकों पर केस दर्ज करा दिया गया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक एवं जिला शिक्षा अधिकारी, दतिया से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।

धर्मांतरण के दबाव से परेशान युवती ने, एसपी आॅफिस में खा लिया जहर

सागर शहर की छोटी बजरिया क्षेत्र की निवासी एक युवती अपनी फरियाद लेकर बीते मंगलवार को एसपी आॅफिस आई थी। वह कुछ लोगों द्वारा उसपर धर्मान्तरण कर लेने का दबाव डालने से परेशान होकर एसपी आॅफिस में एसपी से मिलकर दोषियों पर कार्यवाही करने की गुजारिश लेकर आई थी। वह कई घंटो तक एसपी से मिलने का इंतजार करती रही और अंततः परेशान होकर एसपी आफिस के बाहर परिसर में आकर उसने कीटनाशक पी लिया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी सागर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

सबसे बड़ा सर्वे :

मध्यप्रदेश का सबसे भ्रष्ट मंत्री कौन?

जवाब देगी जनता 

मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 में संभावित हैं। विपक्षी दल कांग्रेस मध्यप्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहा है। खबर नेशन यह नहीं कहता कि सभी मंत्री भ्रष्ट हैं।

जनता जनार्दन भी कई मंत्रियों के भ्रष्टाचार का शिकार हुई है। आखिर क्या है वस्तु स्थिति?

कौन है मध्यप्रदेश का भ्रष्ट मंत्री

जनता फैसला करेगी।

हम शीघ्र ही सर्वे प्रक्रिया आपके समक्ष चालू कर रहे है। आग्रह है आप खबर नेशन डॉट कॉम द्वारा करवाए जाने वाले सर्वे में अपना मत प्रकट करें। आपके निर्णय को प्रकाशित किया जाएगा लेकिन आपका नाम गोपनीय रखा जाएगा।

धन्यवाद

गौरव चतुर्वेदी

खबर नेशन

9009155999

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