कचरा संग्रहण केन्द्र में मिले तीन शव

सात मामलों में संज्ञान’’

मप्र मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने विगत तीन दिवसों के समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लघन केसात मामलों में संज्ञानलेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

खबर नेशन/ Khabar Nation

गड्ढे में डूबने से मजदूर की मौत

रायसेन जिले में सलामतपुर के दीवानगंज में बुधवार शाम को एक केमिकल्स फैक्ट्री के पीछे बने गड्डे में मजदूर की पानी में डूबकर मौत हो गई। मजदूर जीके केमिकल्स फैक्ट्री दीवानगंज में मेंटेनेंस का काम करता था। ड्यूटी के बाद दो मजदूरों के साथ फैक्ट्री परिसर में पीछे की तरफ तालाबनुमा गड्ढे में भरे पानी में नहाने गया था, तभी अचानक मजदूर पानी में डूब गया और उसे पानी से बाहर निकालकर अस्पताल लाया गया, जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, रायसेन से प्रकरण की जांच कराकर एक माह में प्रतिवेदन मांगा हैं।

कचरा संग्रहण केन्द्र में मिले तीन शव

धार जिले के घताबिल्लोदा गांव की पुलिस को कचरे संग्रहण केन्द्र में मिले तीन शव। जिसमें एक ही परिवार के पति, पत्नि और बच्चे तीनो के शव बरामत हुये। तीनों मृतक घताबिल्लोदा ग्राम के रहने वाले थें। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, धार से प्रकरण की जांच कराकर एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

इसी प्रकार धार जिले के बच्चनपूर ग्राम में गांव के पास बने तालाब में डूबने से दो बच्चों की मृत्यु हो गई है। इस मामलें में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, धार से जांच कराकर मृतकों के वेद उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/निमनानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशी के सम्बन्ध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

गर्भवती महिला की मौत, परिजनों ने लगाये आरोप

बुरहानपुर जिले के जिला चिकित्सालय अस्पताल में एक गर्भवती महिला मरिज की इलाज के दौरान गुरूवार को मृत्य ुहो गई। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के डाॅक्टरों और अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही से गर्भवती महिला मरिज की मृत्यु हुई है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओं, बुरहानपुर से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

छेड़छाड़ की शिकार बनी महिला सुरक्षा गार्ड

भोपाल शहर के निशातपुरा थानाक्षेत्र में अस्पताल कंस्ट्रकशन साईड पर अपने पति के साथ काम करने वाली 31 वर्षिय महिला सुरक्षा गार्ड को अपने सुपरवाईजर द्वारा छेड़छाड़ का शिकार बनना पड़ा। पीड़ित महिला द्वारा पुलिस को बताया गया कि बुधवार सुबह 11 बजें जब वह अपनी डियूटी पूरी करके  अपने घर जा रहीं थी, तभी साईट सुपरवाईजर ने उसका हाथ जबरन पकड़ लिया और छेड़छाड़ करने लगा। महिला द्वारा बार-बार मना करने पर भी वह नहीं माना। पीड़ित महिला आरोपी की हरकतों से तंग आकर उसने निशातपुरा थानाक्षेत्र में छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर 15 दिन में जवाब मांगा है।

क्लीनिक सील होने के बाद भी इलाज जारी

बैतूल जिले की आमला तहसील में बीते दो महीने पहले बीएमओ द्वारा बंद किये गये क्लीनिक को डाॅक्टर फर्जी तरीके से इलाज कर रहा है। वर्ष 2018 में शासन द्वारा क्लीनिक सील होने के बावजूद भी डाॅक्टर ने इलाज करना बंद नहीं किया है। पहले डाॅक्टर फर्जी तरीके से एक फोटो काॅपी दुकान की आड़ में क्लीनिक संचालित कर रहा था। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं सीएमएचओं, बैतूल से प्रकरण की जंाच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

युवती को सांप ने डसा, अस्पताल में भर्ती

बैतूल जिले के सारनी क्षेत्र में खुले में शौच के लिये गई 18 वर्षीय युवती को सांप के काटने से स्वास्थ्य बिगड़ने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार के लिये भर्ती कराया गया। परिजनों का कहना है कि 4 वर्ष पूर्व घर के पास पंचायत के माध्यम से शौचालय का निर्माण कराया गया था, पंरतु उसकी गुणवत्ता खराब होने के कारण एक वर्ष में ही शौचालय टूट गया। ऐसी स्थिति में घर के सभी परिवार वालें बाहर खुले शौचालय जाने को मजबूर हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, बैतूल से प्रकरण की जांच कराकर पीड़िता युवती को शासन की योजना नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि और पीड़िता के निवास पर बनवाये गये शौचालय के एक माह में ही नष्ट हो जाने के सम्बन्ध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

जिले में झोलाछाप डाॅक्टरों पर नहीं हो रही कार्यवाही

अशोकनगर जिले में कई इलाको में कई संख्याओं में झोलाछाप डाॅक्टर के अवैध क्लीनिक संचालित हो रहे हैं। एक झोलाछाप डाॅक्टर द्वारा पूर्व में महिला को गलत इंजेक्शन लगाने के आरोप में जेल भी जा चूंका है। लेकिन इस सभ के बावजूद मौसमी बीमारियों के प्रकोप के कारण झोलाछाप डाॅक्टरों की क्लीनिक धड़ड़ले से संचालित हो रही है। जिससे मरिजों की जान हानि होने की संभावना है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, अशोकनगर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

सबसे बड़ा सर्वे :

मध्यप्रदेश का सबसे भ्रष्ट मंत्री कौन?

जवाब देगी जनता 

मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 में संभावित हैं। विपक्षी दल कांग्रेस मध्यप्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहा है। खबर नेशन यह नहीं कहता कि सभी मंत्री भ्रष्ट हैं।

जनता जनार्दन भी कई मंत्रियों के भ्रष्टाचार का शिकार हुई है। आखिर क्या है वस्तु स्थिति?

कौन है मध्यप्रदेश का भ्रष्ट मंत्री

जनता फैसला करेगी।

हम सर्वे प्रक्रिया आपके समक्ष चालू कर रहे है । दी गई लिंक पर अपना मत देकर सर्वे प्रक्रिया में भाग ले  । आग्रह है आप खबर नेशन डॉट कॉम द्वारा करवाए जाने वाले सर्वे में अपना मत प्रकट करें। आपके निर्णय को प्रकाशित किया जाएगा लेकिन आपका नाम गोपनीय रखा जाएगा।

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धन्यवाद

गौरव चतुर्वेदी

खबर नेशन

9009155999

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