खंबे पर केबल का मकड़जाल और रोड़ पर टूटकर बिखरे तार

भोपाल, ‘‘सात मामलों में संज्ञान’’


मप्र मानव अधिकार आयोग के मान अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने सात मामलों में संज्ञानलेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
 

खबर नेशन / Khabar Nation

 

खंबे पर केबल का मकड़जाल और रोड़ पर टूटकर बिखरे तार
 

भोपाल शहर के जुमेराती स्थित जनकपुरी में सड़के के आसपास लगे बिजली व अन्य खंभों पर केबल-तार लटक रहे हैं, जिसकी वजह से वहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खंबों पर केबल का मकडजाल दिखाई देता है और सड़क पर केबल के इतने टुकड़े है कि उन्हें गिनना भी मुश्किल है। केबल के इन टुकडों पर लोग कचरा फेंकते हैं। ऐसे में किसी दिन कचरे में आग लग गई, तो उसकी चिंगारी केबल तक जा सकती है। इससे कोई दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कमिश्नर, नगर निगम, भोपाल एवं कार्यपालन यंत्री, मप्र मध्य क्षेत्र वि.वि.कं.लि., भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

कलेक्ट्रेट के बाहर छह माह से लावारिस खड़ी हैं एंबुलेंस

जिला कलेक्ट्रेट भोपाल के पास राज्य अल्पसंख्यक आयोग के मुख्य द्वार के दोनों तरफ तीन एंबुलेंस धूल खा रहीं हैं, जबकि रोड़ के दूसरी तरफ भी तीन 108 एंबुलेंस कंडम हो रही हैं। एक एंबुलेंस को तो ढंका गया है, जबकि अन्य लावारिस खड़ीं हैं। एक 108 एंबुलेंस पिपलानी पेट्रोल पंप चैराहे पर भी धूल खा रही हैं। यह कब से और क्यों खड़ीं हैं ? इसकी जानकारी न तो एनएचएम अफसर दे पा रहे हैं और न ही एनएचएम के प्रभारी संचालक बता रहे हैं। चूंकि सम्पत्ति लावारिस होना बताया गया है और इसके संबंध में कोई जानकारी भी नहीं होना बताया गया है। अतः मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से 15 दिन में जवाब मांगा है।

शहर के भीतर जा रहीं बसें बिगाड़ रहीं ट्रैफिक

भोपाल शहर में जिला प्रशासन व पुलिस के सख्त आदेश के बाद भी बस संचालक अपनी बसों को शहर के भीतर लगातार चलाकर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को बिगाड़ रहे हैं। उन्हें ट्रैफिक पुलिस व आरटीओ का कोई भय नहीं है कि चालानी कार्यवाही और पैनल्टी की जा सकती है। कुछ बसों पर कार्यवाही तो की गई, पर बस संचालकों का असहयोगात्मक रवैया बना हुआ है। इसी का नतीजा है कि बसें हलालपुर व नादरा से आईएसबीटी तक आवागमन कर रहीं हैं और ट्रैफिक अमले को मुंह चिढ़ाते हुये उनके ड्रायवर-कंडक्टर दिन भर शहर में यहां-वहां गुजरते हैं। यह मुद्दा जिला यातायात समिति की बैठक में भी उठ चुका है, पर बस संचालकों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर बसों के परमिट की शर्तों के अनुरूप संचालन एवं शहरवासियों की जोखिमपूर्ण स्थिति के निवारण हेतु की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

चंबल नदी में चार युवक डूबे, एक की मौत

भिण्ड जिले में बीते बुधवार को फूफ निवासी चार युवक चंबल नदी में नहाने उतरे, जिनमें से दो युवक गहरे पानी में डूब गये। सूचना मिलते ही फूफ थाना पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से रेस्क्यू किया। रेस्क्यू टीम ने एक युवक का शव निकाल लिया और दूसरे की तलाश जारी है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, भिण्ड से प्रकरण की जांच कराकर मृतक के वैध वारिसों को शासन की योजनानुसार मुआवजा राशि दिये जाने के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।

दो बच्चियों की कुएं में डूबने से मौत

धार जिले के बाग थानांतर्गत खण्डलाई गांव में दो मासूम बच्चियों की कुएं में डूबने से मौत हो गई। मृत बच्च्यिों की मां सपना ने बताया कि दोनों बेटियां खेत में खेलते-खेलते कुएं में कब गिर गई, पता ही नहीं चला। मां ने कुएं के पास जाकर देखा, तो बच्च्यिों कुएं में गिरी हुईं थीं। मां ने कुएं में छलांग लगा दी। तब तक बच्च्यिों की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों का कहना है कि पति पप्पू और सपना के बीच विवाद हुआ था। सपना ने गुस्से में मासूम बच्च्यिों को कुएं में फंेक दिया और खुद भी कुएं में कूद गई। पुलिस जांच कर रही है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, धार से प्रकरण की जांच कराकर मृत बच्चियों के वैध वारिसों को शासन की योजनानुसार मुआवजा राशि दिये जाने के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।

पति ने की नवविवाहिता की हत्या

इंदौर शहर के धार नाकाक्षेत्र में एक पति ने अपनी नवविवाहित पत्नी की निर्मम हत्या कर दी। पति ने पत्नी के चेहरे, पीठ, गर्दन व पेट पर चाकू से 10 से ज्यादा बार वार किये, जिससे उसकी मौत हो गई। बीते माह 21 मई को ही दोनों की शादी हुई थी। युवती के परिजनों का आरोप है कि ससुराल में बेटी को दहेज के लिये परेशान किया जा रहा था। आरोपी पति भी जख्मी है, उसका इंदौर में ही इलाज चल रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, इंदौर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।

खतरनाक साबित हो सकती हैं टूटी और बिना रैलिंग की पुलियाएं

नर्मदापुरम जिले के इटारसी शहर के आसपास ऐसी अनेक पुलियाएं हैं, जिनकी या तो रैलिंग पिछली बरसात में टूट गई थीं या फिर उन पर रैलिंग बनायी ही नहीं गईं। ऐसी पुलियाओं में सोनासांवरी और इटारसी के मध्य पहाड़ी नदी की पुलिया, मेहरागांव व इटारसी के मध्य की पुलिया, न्यास बायपास की पुलिया, नयायार्ड रोड़ पर इटारसी और नयायार्ड की पुलियाएं शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर पुलिया ऐसी हैं, जिन पर यातायात सर्वाधिक होता है। यदि बारिश के पूर्व इन पुलियाओं की रैलिंग नहीं बनीं तो ये मानव जीवन के लिये खतरनाक साबित हो सकतीं हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, नर्मदापुरम एवं अधीक्षण यंत्री, लोक निर्माण विभाग, नर्मदापुरम से प्रकरण की जांच कराकर शीघ्र आवश्यक सुरक्षा प्रबंध कराकर की गई कार्यवाहियों के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

 

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