फल-फूल रहा झोलाछाप डाक्टर्स का अवैध कारोबार

भोपाल,  अगस्त 2023

‘छह मामलों में संज्ञान’’

मप्र मानव अधिकार आयोग के मान. अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी एवं माननीय सदस्य श्री राजीव कुमार टंडन ने ‘छह मामलों में संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

खबर नेशन/ Khabar Nation

जमूसर कला पंचायत के आरोग्य स्वास्थ्य केन्द्र में ताला

भोपाल जिले के बैरसिया क्षेत्र के जमूसर कलां पंचायत का स्वास्थ्य आरोग्य केन्द्र पर हमेशा ताला लगा रहने से ग्रामीणों को ईलाज के लिये भटकने एवं प्रायवेट क्लीनिकों में ईलाज कराने को मजबूर हैं। जब इन ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की, तो जिला पंचायत, भोपाल के उपाध्यक्ष ने बीते मंगलवार को यहां का निरीक्षण किया। उनके द्वारा ग्रामीणों की इस समस्या से सीईओ, जिला पंचायत एवं सीएमएचओ, भोपाल को भी अवगत कराया गया।  मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में जवाब मांगा है।

करंट से दो किसानों की मौत

ग्वालियर जिले के भितरवार अनुभाग अंतर्गत बेलगढ़ा थानाक्षेत्र के ग्राम खेड़ा में पहले मामले में बीते सोमवार को किसान रामनाथ शाक्य धान के फसल में पानी देने खेत पर गया था। जब वह मोटर चालू करने गया, तो वहां से गुजरी विद्युत लाईन चपेट में आ गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन उसे भितरवार अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने जिला अस्पताल, ग्वालियर रैफर कर दिया। ग्वालियर ले जाते समय किसान ने रास्ते मंे ही दम तोड़ दिया। वहीं दूसरे मामले में ग्राम खेड़ा में ही बीते मंगलवार को किसान रंजीत रावत धान की सिचाई करने गया था। मोटर के लिये निकली बिजली लाईन का तार टूटकर उसके उपर गिर गया, जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। परिजन उसे भितरवार अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने जिला अस्पताल, ग्वालियर रैफर कर दिया। ग्वालियर ले जाते समय किसान ने रास्ते मंे ही दम तोड़ दिया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने अधीक्षण यंत्री, मध्यप्रदेश मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, ग्वालियर से प्रकरण की जांच कराकर दोनों प्रकरणों के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।

गैस सिलंेडर में ब्लास्ट, दो मजदूर बुरी तरह से झुलसे

अनूपपुर जिले के अमरकंटक ताप विद्युत केन्द्र, चचाई में गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से दो मजदूर प्रवीण गुप्ता एवं भोला प्रसाद पटेल बुरी तरह से झुलस गये। जिन्हें जिला अस्पताल, अनूपपुर में प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल काॅलेज, शहडोल रैफर कर दिया गया। दोनों मजदूर गैस सिलंेडर के पास मच्छर भगाने के लिये सिगड़ी जलाकर धुंआ कर रहे थे, तभी इस सिगड़ी की आग का गैस सिलंेडर से संपर्क हो गया और जोरदार धमाके के साथ गैस सिलेंडर ब्लास्ट हो गसर। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने मुख्य अभियंता, अमरकंटक ताप विद्युत केन्द्र, चचाई, जिला अनूपपुर से प्रकरण की जांच कराकर घायलों के ईलाज एवं मुआवजा राशि दिये जाने के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में जवाब मांगा है।

जमीन पर दबंग का कब्जा, किसान ने लगाई गुहार

विदिशा जिले की नटेरन तहसील अंतर्गत ग्राम गूदनखेड़ी निवासी श्यामलाल अपने परिवार सहित कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर से गुहार लगाई कि उन्हें शासन द्वारा प्रदाय पांच बीघा पट्टे की जमीन पर कुछ दबंगों के कब्जा कर लिया है, उन्हें उनकी जमीन दबंगों के कब्जे से मुक्त कराकर वापस दिलाई जाये। श्यामलाल व उनका परिवार उसे जमीन को वापस पाने के लिये शासन-प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुके हैं और कलेक्टर को भी चार-पांच बार ज्ञापन दे चुके हैं, परंतु उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। श्यामलाल का कहना है कि अब यदि समस्या हल नहीं हुआ, तो आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ेगा। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, विदिशा से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।

कुटीर न मिलने से हितग्राहियों ने की शिकायत

अशोकनगर जिले की ईसागढ़ तहसील के ग्राम फुटेरा में हितग्राहियों को आवास की राशि न मिलने के कारण परेशान हैं। बीते मंगलवार को हितग्राही कलेक्ट्रेट मंे आयोजित जनसुनवाई में पहुंच और अपनी समस्या से अवगत कराया। एक हितग्राही लालाराम आदिवासी ने बताया कि वर्ष 2022 की प्रधानमंत्री आवास की सूची में उनका नाम अंकित है और उनकी कुटीर भी स्वीकृत हो गई थी। इसके बावजूद भी अबतक उनके खाते में पैसा नहीं आया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, अशोकनगर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

फल-फूल रहा झोलाछाप डाक्टर्स का अवैध कारोबार

गुना जिले में इन दिनों झोलाछाप डाक्टर्स की दुकानें धडल्ले से संचालित हो रही हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी आखों पर पट्टी बांधकर बैठे हुये हैं। झोलाछाप डाक्टर्स के गलत ईलाज से कई मरीजों की जान चली गई और कई मरीज मरते-मरते बचते हैं। सूत्रों का कहना है कि झोलाछाप डाक्टर्स से पीड़ित मरीज पहले, तो इन्हीं से ईलाज कराते हैं और जब बात बिगड़ जाती है, तो ये झोलाछाप डाक्टर्स, जिनके संपर्क बड़े-बड़े अस्पतालों से होते हैं, गभीर केस वाले मरीजों को उस अस्पताल में भेज देते हैं। जहां से इन झोलाछाप डाक्टर्स को अच्छा खासा कमीशन भी मिलता है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, एवं सीएमएचओ, गुना से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

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