कमलनाथ जी का छिंदवाड़ा मॉडल विकास का है, शिवराज का बुदनी मॉडल झूठी घोषणाओं का है

आनंद सागर की रामायण में हनुमान का किरदार निभाने वाले
विक्रम मस्ताल शर्मा और प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग

के अध्यक्ष के.के. मिश्रा की संयुक्त पत्रकार वार्ता   

भोपाल,  जुलाई 2023

खबर नेशन/ Khabar Nation

विकास के बडे-बडे बैनर पोस्टर देखे होंगे, विकास के बडे़-बड़े विज्ञापन, फिल्में भी देखी होगीं और आजकल विकास की बडी-बडी बातें तो आप सुन ही रहे होंगे। यदि सचमुच आपको विकास देखना है तो कमलनाथ जी के छिंदवाडा में देखिए। क्योंकि छिंदवाड़ा में विकास की बात नहीं होती, विकास करके दिखाया जाता हैं। जो प्रगति का रथ छिंदवाडा में चला है मैं माननीय कमलनाथ जी से अनुरोध करता हूं इसी प्रगति के रथ की संपूर्ण मध्यप्रदेश को आवश्यकता है और मुझे विश्वास है कि इस बार जनता कमलनाथ जी को भारी बहुमत के साथ विजय तिलक लगाएगी, ताकि प्रगति का रथ कोई रोक ना पाए।
कमलनाथ जी ने मुझसे कहा आपने छिंदवाडा देखा है तो मैंने कहा है सिर्फ सुना है पर देखा नही है, मैं जब छिंदवाडा आया तो मुझे लगा जैसें मैं किसी मेट्रो शहर में आ गया हूं। चाहे स्कूल की बात हो, चाहे अस्पताल की बात हो, आदिवासी भाई बहनों के सम्मान की बात हो, युवाओं के रोजगार की बात हो या फिर सडकें हों, हर मामले में छिंदवाड़ा सबसे आगे हैं।
मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैं बुदनी का निवासी हूं। यहीं से मुझे आगे बढ़कर अभिनय करने का मौका मिला। प्रभु श्रीराम की कृपा से मुझे आनंद सागर जी की रामायण में बजरंगबली भगवान हनुमान जी की भूमिका निभाने का सौभाग्य मिला। अभी कर्नाटक चुनाव के बाद एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें हनुमान जी कह रहे थे कि कर्नाटक के बाद मैं मप्र जाकर हनुमान भक्त कमलनाथ की मदद करूंगा। उस वीडियो में हनुमान जी की भूमिका में मैं ही था। मेरे मन में प्रश्न उठा कि जब जनता की यह भावना है कि कमलनाथ जी को हनुमान जी का आशीर्वाद मिलना चाहिए तो मुझे लगा कि मैं भी कमलनाथ जी का काम देखूं। मैंने आदरणीय कमलनाथ जी के नेतृत्व में छिंदवाड़ा में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली। छिंदवाड़ा देखकर मैंने जाना कि क्षेत्र का विकास कैसे किया जाता है। जबकि मेरे गृह नगर बुदनी से 18 साल के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आज भी बुदनी को अंधकार में रखा है। वैसे सडकें हमारे यहां भी हैं बुदनी विधानसभा में,,,, अमेरिका से अच्छी सड़कें। वहां पर टाईम्स स्क्वायर भी है न्यूयार्क का.... और बगल में वाशिंगटन डीसी भी। जिन सडकों पर गौमाता अक्सर विचरण करती रहती है।  
श्री मस्ताल ने कहा कि जब आईफा अवार्ड मप्र में आ रहा था तो सारे कलाकार बहुत खुश थे। हमें लग रहा था एक नये सूरज का उदय हो रहा है, मप्र में कोई तो है जिसने हम कलाकारों के बारे में सोचा। जब मुंबई-हैदराबाद में साथी कलाकार मुझसे कहते थे कि आपके मप्र में आईफा अवार्ड हो रहा है तो सुनकर मेरा सीना गर्व से चौडा हो जाता था।
उन्होंने आगे बताया कि आईफा सिर्फ एक अवार्ड नही है, उसके माध्यम से देशभर के फिल्म डायरेक्टर, प्रोडयूसर यहां आते और करोड़ों रूपयों का मप्र में इंवेस्टमेंट करते। मप्र के पर्यटक स्थलों की सुंदरता पूरी दुनिया में फैलती और मप्र में देश-विदेश के लोग आते जिससे टूरिज्म क्षेत्र में क्रांति हो जाती। यहां के कलाकारों को इससे बहुत लाभ होता। मप्र की प्रतिभाओं को विश्व में पहचान व सम्मान मिलता। साथ ही स्थानीय स्तर पर आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ती, लोगों को रोजगार मिलता। मार्च 2020 में भाजपा सरकार आयी उसके बाद आईफा अवार्ड का क्या हुआ आप सब जानते है।
श्री मस्ताल ने कहा कि मैं मां नर्मदा पर एक फिल्म बना रहा था। जब मैंने इस फिल्म की शूटिंग के लिए मां नर्मदा की यात्रा की। मैंने देखा जिस तरह से मां नर्मदा का अवैध खनन हो रहा है, ये देखकर दिल बहुत दुखी हुआ। मां नर्मदा की अस्मिता पर कुछ लोग हमला कर रहे हैं, उनका चीरहरण कर रहे हैं। लहुलुहान कर दिया है मां नर्मदा को। मां नर्मदा केवल नदी नही है वो हमारी मां है जीवनदायिनी है। पर कुछ लोग उस जीवन रेखा को मिटाने पर टिके हुए हैं।
श्री मस्ताल ने कहा कि आप सब जानते हैं बीजेपी ने एक नया एप लांच किया है जिसके बारे में अगर आप नही जानते हैं तो बताता हूं बहुत कमाल का ऐप है, जिसका नाम है ‘‘मूकएप’’ जिसका अर्थ होता है साईलेंस। जो भी व्यक्ति जन सामान्य की समस्याओं को उठाता है, उनके हित की बात करता है उसके मुंह को बंद करने का प्रयास किया जाता है चाहे वह आम व्यक्ति हो, कोई नेता हो या अभिनेता। उन्होंने बताया कि मेरे गांव में एक तालाब है जिसमें दरारें भी आ गई है और कई नहरे भी कई वर्षों से कच्ची है। मैंने जब इस बारे में संबंधित अधिकारी से कहा कि बांध की मरम्मत करा दीजिए हर वर्ष बहुत पानी बर्बाद होता है। वो पानी अगर किसान के खेत तक जाएगा, तो दो पैसे किसान के घर तक जाएंगे। कहीं ऐसा ना हो धार के कारम बांध टूटने वाली घटना हमारे यहां भी हो जाए। पर अधिकारियों ने मेरी एक नहीं सुनी। किसी ने मुझसे कहा कि सीएम हेल्पलाईन पर कॉल कर लो बड़ी योजना है, मैंने भी कॉल लगा दिया 181 पर, शिकायत एक तल से दूसरे तल, दूसरे से तीसरे तल पर जाती रही पर मेरी समस्या का निराकरण नही हुआ। मुझ पर शिकायत वापस लेने के लिए दबाव भी डाला गया। जब मैंने शिकायत वापस नही ली तो मेरे नंबर को ब्लाक कर दिया गया। मैंने इस बारे में माननीय मोदी जी को, शिवराज जी को विडियो और फोटो के साथ ट्विट किया फिर भी निराशा ही हाथ लगी।
कुछ दिनों के बाद मैंने अखबार में देखा, जिसमें लिखा हुआ था 181 सीएम हेल्पलाईन योजना में समस्याओं का निराकरण करने में सीहोर जिले को पहला स्थान मिला है। यह बुदनी का झूठ पर आधारित मॉडल है, जिसमें लोगों की आवाज दबाकर प्रथम स्थान पाओ।
कुछ दिनों के बाद मैंने फिर अखबार में एक बडा सा विज्ञापन देखा, मुझे लगता है कि विज्ञापन मेंजितना पैसा खर्च किया होगा उतने में तो हमारे बांध की मरम्मत हो जाती। पर बांध की मरम्मत करना जरूरी नहीं है विज्ञापन देना जरूरी हैं। जब सारा काम इवेंट और प्रचार से चल रहा है तो काम क्यों करना? उस विज्ञापन में लिखा था, मप्र सरकार को जल संरक्षण के लिए प्रथम पुरूस्कार मिला। एक इंजन ने छापा और दूसरे इंजन ने प्रसारित कर दिया।
 हाल ही में एक फिल्म आई थी आदिपुरूष, आदि थी कि संस्कृति बर्बादी थी। इस फिल्म में हमारे देवी-देवताओं का जिस प्रकार अपमान किया गया, उन्हें नीचा दिखाया गया, उसे देखकर मन बहुत दुखित हुआ और आश्चर्य इस बात पर हुआ कि जो लोग दो-दो मिनट पर झंडे और डंडे उठा लेते थे, पूरे शहर में आग लगा देते हैं, सिनेमा घरों को फूंक देते थे, वो आज चुप बैठे हैं, मूकदर्शक बन गए हैं और कुछ लोग वो हैं जो आभार के भार तले दब गए हैं। इसलिए उनकी आवाज भी नही आ रही है। पर जनता अब चुप नही बैठेगी जनता सब जान गई है।
हनुमान भक्त कमलनाथ जी ने रामपथगमन विकास की अवधारणा लाये, उसके लिए एक बडी 600 करोड की योजना बनाई, कांग्रेस की सरकार बनते ही उस पर काम भी शुरू कर दिया। वहीं भाजपा सरकार धर्म का इस्तेमाल सिर्फ अपने राजनीतिक लाभ के लिए करती है। इनके मुंह में तो राम है पर दिल में असुर। जो भगवानों के साथ छल कर सकते हैं तो इंसानों की क्या गिनती।
मैने कमलनाथ जी से अनुरोध किया कि इस सत्य के युद्ध में, इस न्याय के युद्ध में, जनता के सम्मान के युद्ध में मुझे भी अपने साथ जोड़ लीजिए। मैं इस भ्रष्ट और जनता पर अन्याय करने वाली सरकार से कहना चाहता हूं |

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