ग्यारह मामलों में संज्ञान

मप्र मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ‘ग्यारह मामलों में संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

Khabar Nation 

दृष्टि एवं श्रवण बाधित विद्यालय का छात्रावास पांच माह से बंद

भोपाल जिले के शाहजहांनाबाद, परी बाजार में स्थित शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधित उमा विद्यालय
 का छात्रावास पिछले पांच माह से बंद है। नए सत्र की शुरूआत से ही छात्रावास बंद होने के कारण स्कूली छात्राओं को अपने रिश्तेदार के यहां रहने पड़ रहा है या फिर अपडाउन कर स्कूल पहंुच रहे है। जो छात्र पहले से रह रहे थे, उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। वहीं कुछ ऐसे बच्चे भी है जिन्होंने स्कूल आना बंद कर दिया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सचांलक, सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग, भोपाल से मामलें की जांच कराकर की गई कार्यवाही/व्यवस्था के संबंध में प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

शादी का झांसा देकर महिला से किया दुराचार

भोपाल जिले के बजरिया इलाके में 
लिव-इन में रह रही एक युवती के साथ दुराचार करने का मामला सामने आया है। आरोपी युवक ने महिला को शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाये और लिव-इन में रहने लगा। पीड़ित महिला जब गर्भवती हुई तो युवक ने उसे छोड़ दिया और शादी से भी मुकर गया। पीड़िता ने थाने पहंुचकर आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

युवक ने की अधेड़ व्यक्ति की हत्या

अशोकनगर जिले में ईसागढ़ थानाक्षेत्र के अंतर्गत
 एक 55 वर्षीय व्यक्ति की उसके पड़ोसी युवक द्वारा बेरहमी से हत्या करने का मामला सामने आई है। आपसी विवाद के चलते दिनदहाड़े घर के सामने युवक ने व्यक्ति पर चाकू से हमला कर दिया। परिजन घायल व्यक्ति को ईलाज के लिये अस्पताल लेे कर पहुंचे तो, डाॅक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, अशोकनगर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

नाबालिग से दुराचार, रात भर बंधक बनाकर करी मारपीट

ग्वालियर जिले के एक गांव में
  एक 16 वर्षीय लड़की के साथ गांव के दंबगों द्वारा दुराचार करने का मामला सामने आया है। पीड़ित नाबालिग का कहना है कि 31 अक्टूबर की रात को ज बवह घर में थी तो उसकी सहेली ने छोखे से उसे पीछे जंगल में ले गई, जहां उसके दोस्त और साथी ने जंगल ले जाकर उसके साथ दुराचार किया और रात भर बंधक बनाकर मारपीट की। नाबालिग ने हिम्मत कर बीते सोमवार को पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ एचआईआर दर्ज कराई है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस महानिरीक्षक, ग्वालियर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।

जंगल में टाइगर के हमले से वृद्ध की मौत
उमरिया जिले के ग्राम मझखेता के मझिहारी हार के जंगल में
 बाघ के हमले से एक चरवाहे की मौत की घटना सामने आई है। सूचना मिलने पर पुलिस और वन अमला की टीम मौके पर पहंुची, जहां मृतक की पहचान 65 वर्षीय प्रेम सिंह पिता बाबूलाल सिंह ग्राम मझखेता के रूप में हुई है। वहीं इस घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने डीएचओ, उमरिया से घटना की जांच कराकर मृतक के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि के संबंध में प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

संदिग्ध हालात में मिली युवक की लाश, परिजनों को हत्या की आशंका

गुना जिले सिरसी थानांतर्गत ग्राम श्यामपुर 
के पास एक युवक की संदिग्ध हालात में लाश मिलने का मामला सामने आया है। युवक का शव गांव के एक खेत में मिला है। युवक के शरीर पर कई जगर चोटों के निशान थे एवं प्रायवेट पार्ट पर भी काटने के निशान है। परिजनों ने युवक की हत्या की आशंका बताई है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, गुना से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।  

ड्यूटी रूम मे रात के समय नर्सें गायब, महिलाएं हो रही परेशान

टीकमगढ़ जिले के जिला अस्पताल में
 प्रसूति वार्ड रात के समय नर्सें गायब रहती है। वहीं एमसीएच भवन में बने महिला टायलेट में हमेशा ताला लगा रहता है, जिसके कारण गर्भवती महिलाओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, टीकमगढ़ से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन मे जवाब मांगा है।

रोड़ पर सड़ांध मार रहा गोबर का ढेर, रोजाना गिर रहे वाहन चालक


जबलपुर जिले के नर्मदातट का गौरीघाट के ललपुर रोड़ पर नगर निगम के अंतर्गत सैकड़ों डेयरी संचालित हैं। डेयरी संचालक द्वारा गोबर के ढेर लगाने से बारिश होते ही वह सड़क पर बह जाता है। बारिश खत्म होने के बावजूद भी अब तक वह उसी स्थिति में पड़ा हुआ है। जिसके कारण वाहन चालकों को रोजाना आवाजाही में परेशानी हो रही हैं और सड़क दुर्घटनाएं भी आये दिन होती है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं आयुक्त, नगर निगम , जबलपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।

एक महीने से बंद छात्रवृत्ति का पोर्टल


जबलपुर जिले के एससी, एसटी के विद्याार्थियों हेतु आॅनलाईन रजिस्ट्रेशन के लिये चालू किया गया पोर्टल पिछले एक महीने से बंद है। पोर्टल बंद होने के कारण विद्याार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें पोर्टल अधिकारियों द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है। यह कहकर टाल दिया जाता है कि पोर्टल भोपाल से ही बंद है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, जनजातीय कार्यविभाग म.प्र., भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।

स्कूलों में टाट-पट्टी पर बैठने पर मजबूर बच्चे


जबलपुर जिले के सरकारी स्कूलों के प्राथमिक और माध्यमिक शाला के हजारों मासूम विद्यार्थी टाट-पट्टी पर बैठकर पढ़ाई करने के लिये मजबूर है। इनके लिये अभी तक फर्नीचर की व्यवस्था नहीं की गई है। बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी ठंड के समय होती है। इस बार भी बच्चों को ठंड में टाट-पट्टी पर बैठने पर मजबूर होना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, लोक शिक्षण संचालनायल मध्यप्रदेश, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।  

दूषित पानी पीने से 20 लोग बीमार

सतना जिले के कोठी थानांतर्गत ग्राम पंचायत नयागांव के 
आदिवासी बस्ती में दूषित पानी पीने से 20 से ज्यादा लोग बीमार हो गये। ग्रामीणों को उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी। जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग का अमला जांच के लिये गांव पहंुचा। आठ लोगों की तबीयत ज्यादा खराब होने के चलते अस्पताल में भर्ती कराया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, सतना से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।


आयोग की अनुशंसा करने पर मृतक बंदी के उत्तराधिकारियों को मिली आर्थिक सहायता राशि

मप्र मानव अधिकार आयोग द्वारा अनुंशसा करने पर एक मृतक बंदी के वैध उत्तराधिकारियों को पांचा लाख रूपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की है। आयोग के प्रकरण क्रं. 7868/शिवपुरी/2022 के अनुसार दिनांक 18.1.2022 को सर्किल जेल, शिवपुरी में अभिरक्षा के अधीन रहे बंदी पातीराम पिता परमा आदिवासी द्वारा की गई आत्महत्या के कारण हुई ऐसी अप्राकृतिक मृत्यु के संबंध में जेल प्रबंधन से जुड़े लोक सेवकों की ऐसी उपेक्षा के लिये सिविल दायित्व के अन्तर्गत प्रतिनिधिक दायित्वाधीन रहते हूये, मध्यप्रदेश शासन बंदी दण्डित पातीराम पिता परमा आदिवासी के उत्तराधिकारियों को पांच लाख रूपये की प्रतिकर राशि दो माह में अदा करें।


जेलों में स्थापित सीसीटीव्ही कैमरों के प्रदर्शन की नियमित रूप से माॅनीटरिंग की जाये एवं राज्य शासन द्वारा जेलों में निरूद्ध बंदियों के स्वास्थ्य/सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये मनोवैज्ञानिक चिकित्सकों की सेवायें एवं परामर्श करना सुनिश्चित किया जाये। 

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