आय ए एस पिता और बेटे में जंग

 
खबर नेशन / Khabar Nation 
 
महापौर को ना भाया स्वच्छता गीत
 
देश में स्वच्छता का लगातार छक्का लगाने वाला शहर उत्साहित हैं। किसी भी घर में कचरा रखा ना रह जाए इसलिए स्वच्छता गीत भी बजाया जाता है। स्वच्छता में नंबर वन जैसे ही देश में इंदौर का स्वच्छता गीत भी बनता रहा है। हाल ही में बज रहे गीत के बोल सबके मित्र महापौर पुष्यमित्र को नहीं भा रहे हैं। जल्द ही संशोधन भी सुनाई देगा।
 
घर से ही निपटा दी वीडियो कांफ्रेंसिंग
 
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और आला अधिकारी मानिटरिंग के मामले में जबरदस्त काम करते हैं। हर माह विभागों की वीडियो कांफ्रेंसिंग होती है। काम की लगन शिवराज की देखिए कि मुख्यमंत्री निवास या वल्लभ भवन में बैठकर ही वीडियो कांफ्रेंसिंग करते हैं। शिवराज की देखा देखी एक मलाईदार विभाग के संयुक्त संचालक स्तर के अधिकारी ने हाल ही में घर से वीडियो कांफ्रेंसिंग निपटा दी। अब जनता दफ्तर में इंतजार करती है तो करती रहे इन्हें क्या?
 
आय ए एस पिता और बेटे में जंग
 
कलेक्टरी से हटाए गए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खासुलखास अफसर के गृह नक्षत्र बिगड़े हुए हैं। बताया जा रहा कि मामला पारिवारिक है। बेटे का रिश्ता तय हो गया था किसी बात पर टूट गया है। अब आय ए एस पिता पर बेटा बिफरा हुआ है।
 
नसीहत अब किसे
 
भारतीय जनता पार्टी में प्रमुख भूमिका में रहे देवदुर्लभ कार्यकर्ता इन दिनों सुधारात्मक कोटेशन व्यक्त कर संगठन को पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। उक्त देवदुर्लभ कार्यकर्ता की कोशिशों को मध्यप्रदेश के एक पूर्व मंत्री जबरदस्त समर्थन दे रहे हैं। पांचों उंगलियां घी में और सिर कड़ाही में होने का मजा लेने वाले पार्टी के खेवनहारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। हां इस बहाने हताश उपेक्षित नेता अपना गम जरुर हलका कर रहे हैं इस इंतजार में कि वो सुबह कभी तो आएगी....
 
कमलनाथ का जवाब नहीं
 
पहले चलो चलो ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार गिरा दी थी अब कहीं समय का मैनेजमेंट सरकार बनाने का मैनेजमेंट खराब ना कर दे। समय कम है और काम ज्यादा है सो कई बार कमलनाथ का अपाइंटमेंट देखने वाले भी गड़बड़ी कर बैठते हैं। जहां कमलनाथ की झलक दिखाना रहती है वहां लंबा समय दे देते हैं और जहां लंबा समय राजनीतिक लिहाज से जरुरी है वहां झलक भी दिख जाए तो बड़ी बात है।
 
विभाग का बदला ढर्रा
 
अरेरा हिल्स पर मलाईदार विभाग के मुखिया के बदलते ही काम करने का अंदाज भी बदल गया। आई ए एस मुखिया सुबह से देर रात तक कार्यालय में बैठने के आदी हैं। सो मातहत भी देर रात तक काम कर रहे हैं । अंदाज यूं बदला है कि अब साहब के नाम पर मलाई की डिमांड नहीं की जा रही है। आपसी लड़ाई में उलझे मातहत अपने अपने परिचितों को फोन लगाकर लंबित काम करवाने की सलाह फोन कर दे रहे हैं। एक बात जरूर जोड़ देते हैं कि  भाई जल्दी से अपना काम करवा लो साहब पैसा नहीं ले रहे हैं अगर कोई मलाई मांगे तो कह देना साहब से बात करने जा रहा हूं।
 

 


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