VD का नाम किसके इशारे पर ?
मौत पर राजनीति करती कांग्रेस
Khabar Nation
आष्टा के उधोगपति मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा परमार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की प्रताड़ना से तंग आकर फांसी के फंदे पर झूल गई। परमार दंपति के बच्चे गुल्लक टीम के नाम से कांग्रेस में खासे लोकप्रिय हैं। इन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान इंदौर के पास अंबेडकर नगर जाकर अपनी गुल्लक भेंट की थी।
परमार दंपति की आत्महत्या के बाद लंबे समय से अपना अस्तित्व तलाश रही कांग्रेस को मुद्दा मिल गया। सात पाइंट के सुसाइड नोट में मनोज परमार ने लिखा है कि ईडी का अधिकारी संजीत कुमार साहू उन पर बच्चों के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का दबाव बना रहा था। सुसाइड नोट और जारी प्रेस नोट में भी इन्हीं बातों का उल्लेख है लेकिन किसी भी भारतीय जनता पार्टी के नेता का नाम नहीं है। फिर किस आधार पर कांग्रेस भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का नाम उछाल रही है।
मीडिया को जीतू पटवारी द्वारा दिए गए बयान में इस बात का जिक्र है कि मृतक दंपति के पुत्र ने उन्हें बताया कि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वी डी शर्मा ईडी के जरिए पापा पर भाजपा में शामिल होने का दबाव बना रहे थे। भाजपा विधायक भगवान दास सबनानी और भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने आरोप लगाया कि वीडियो में साफ दिख रहा है कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी बच्चों को भाजपा पर आरोप लगाने के लिए फुसलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि इन दिनों भारतीय जनता पार्टी में संगठन चुनाव चल रहे हैं। ऐसी स्थिति में कहीं यह कवायद विष्णु दत्त शर्मा को डेंट पहुंचाने का प्रयास तो नहीं है। लंबे समय से कांग्रेस में कई नेताओं ने खुले तौर पर और दबे छुपे स्वरों में कांग्रेस के शीर्षस्थ नेताओं पर भाजपा नेताओं के साथ गलबहियां और मिलीभगत के आरोप लगाएं हैं। ऐसी आवाज उठाने वाले जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को कांग्रेस ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। जीतू पटवारी मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समर्थक माने जाते हैं और राजनीतिक तौर पर विष्णु दत्त शर्मा और दिग्विजय सिंह के बीच कई मौकों पर तीखे आरोप लगाए जाते रहे हैं।