शांति बनाने आई शोभा अंशांति फैला गई

 

इंदौर में CAA के विरोध में हुए लाठीचार्ज पर अपनी सरकार को लिया आड़े हाथ

मध्यप्रदेश कांग्रेस में शोभा ओझा के गुट ने सी एम कमलनाथ के निर्देश पर प्रमुख भूमिका निभाने के तौर पर किया था प्रचारित

काँग्रेस की मीडिया प्रभारी को गिरफ्तार किया जाए।

खबर नेशन / Khabar Nation


मुख्यमंत्री कमलनाथ से खनिज निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविंद मालू ने प्रश्न पूछा कि क्या काँग्रेस की मीडिया प्रभारी उनके निर्देश और पार्टी के तुष्टिकरण के एजेंडे के तहत इंदौर के बड़वाली चौकी में सीएए के विरोध में एक समुदाय द्वारा किए जा रहे इन धरने प्रदर्शनों में शामिल असामाजिक तत्वों जिन्होंने पुलिस के साथ 16 और 17 जनवरी की दरम्यानी रात बदसलूकी की उनके समर्थन और उन्हें बचाने  धरना स्थल पर गईं थी।
क्या यह शान्ति भंग कर भड़काने वाली कार्रवाई नहीं हैं और उनके बयानों से कानून व्यवस्था सम्भालने वाली पुलिस का मनोबल नहीं गिरा। यदि आपके निर्देश के बिना यह बयानबाजी हुई
तो मीडिया प्रभारी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने बगैर अनुमति धरने के समर्थन कर पुलिस की निंदा कर भड़काने वाली कार्रवाई की है।गृह मंत्री ने भी ऐसे भड़काने वाले तत्वों को नहीं बख्शने की कही है,जिसे प्रशासन पूरा करे।
श्री मालू ने जिलाधीश और नवागत आई जी से भी मांग की है कि उनकी जिम्मेदारी संविधान,कानून की रक्षा की पहले है और सत्तारूढ़ दल के तुष्टिकरण के एजेंडे को पूरा करने के लिए नहीं है।इसलिए कानून की रक्षा के लोकसेवक के कर्तव्य की प्रतिपूर्ति में ऐसे वैमनस्यता फैलाने व भड़काने,उकसाने वाले नेताओं की गिरफ्तारी कर एक मिसाल कायम करें।

श्री मालू ने सराफा टी आई और एडिशनल एस पी के ट्रांसफर को दुर्भाग्यपूर्ण और तुष्टिकरण का उदाहरण बताते हुए पुलिस का मनोबल गिराने और असामाजिक तत्वों के हौसलों को बढ़ाने वाला कदम बताते हुए।शांति व्यवस्था को खतरा तथा बहुसंख्यक समाज में असुरक्षा का भाव पैदा करने वाला निर्णय बताते हुए कहा कि ऐसे में शरारती तत्वों से पुलिस कैसे निपटेगी जिन पर नेताओं का वरदहस्त वोट बैंक के लिये होगा।बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन और मारपीट करने वालों पर  कार्रवाई कब होगी?

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