मध्यप्रदेश के आबकारी विभाग में ई-घोटाला
मध्य प्रदेश का आबकारी विभाग शराब की मदहोशी में
वेबसाइट पर प्रॉपर्टी स्टेटमेंट में भेदभाव छोटे कर्मचारियों के संपत्ति विवरण देख रहे हैं लेकिन अफसरों के संपत्ति विवरण पर एरर
खबर नेशन
प्रदेश का आबकारी विभाग शराब बेचते बेचते मदहोशी की हालत में आ गया है। इसे शराब का नशा कहे या अपने पापों को छुपाने की कवायद यह आबकारी विभाग की वेबसाइट पर देखा जा सकता है । आबकारी विभाग की वेबसाइट पर कर्मचारियों और अधिकारियों के दिए जाने वाले संपत्ति विवरण में भेदभाव बरता जा रहा है। जहां मिस्ट्रियल स्टाफ के संपत्ति विवरण एक झटके में खुल जाते हैं वही आबकारी विभाग के बड़े अधिकारियों के संपत्ति विवरण ओपन करने के नाम पर एरर आ जाता है ।
आबकारी विभाग की वेबसाइट पर यही जानकारी ही नहीं काफी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी छुपाने का खेल लंबे समय से चल रहा है । संपति विवरण में अतिरिक्त कमिश्नर , डिप्टी कमिश्नर, असिस्टेंट कमिश्नर ,जिला आबकारी अधिकारी, सहायक आबकारी अधिकारी और मिनिस्ट्रियल स्टॉफ के बारे में उल्लेख किया गया है । अतिरिक्त कमिश्नर , डिप्टी कमिश्नर, असिस्टेंट कमिश्नर ,जिला आबकारी अधिकारी, सहायक आबकारी अधिकारी के संपत्ति विवरण तलाशें जाने पर HTTP ERROR 404 लिखा आने लगता है ।
जब इस बारे में आबकारी आयुक्त राजेश बहुगुणा से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि उनकी हाल ही में अभी आबकारी आयुक्त के पद पर नियुक्ति हुई है । उन्होंने कहा कि आप इस बात को संज्ञान में लाए हैं मैं दिखवाने का प्रयास करता हूं ।
गौरतलब है कि हाल ही में
मप्र के आबकारी अफसर के 7 ठिकानों पर लोकायुक्त के छापे में 100 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ था।
इंदौर में पदस्थ सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे के इंदौर में दो, भोपाल, रायसेन और छतरपुर में एक-एक ठिकाने पर एक साथ कार्रवाई की गई थी ।
इंदौर के फ्लैट में ताला लगा मिला तो टीम ने उसी पर सील लगा दी ।
खरे के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी, जिस पर लोकायुक्त पुलिस ने यह कार्रवाई की।
लोकायुक्त डीएसपी नवीन अवस्थी का कहना था कि ये प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई हो सकती है।प्रारंभिक जांच में ही करीब 100 करोड़ से अधिक की संपति का खुलासा हो चुका है।इंदौर के पॉश इलाके में एक पैंट हाउस और एक बंगले का पता चला है। यहां से तीन किलो सोना मिलने की भी खबर है। इंदौर के जिस फ्लैट में आलोक खरे रहते थे, उस पर ताला था। लोकायुक्त की टीम ने ताले पर ही सील लगा दी। वहीं, कलेक्टर कार्यालय के जिस कक्ष में वह बैठते थे वहां भी छानबीन की गई है।
वहीं, भोपाल के चूनाभट्टी और बाग मुगालियां में दो बड़े बंगलेऔर कोलार में फार्म हाउस की जमीन का पता चला है।रायसेन में दो फार्म हाउस का भीखुलासा हुआ। नवीन अवस्थी ने बताया कि लोकायुक्त टीम के 70 सदस्य एक साथ सात जगह कार्रवाई कर रहे हैं। इन ठिकानों मेंएक दर्जन से अधिक लग्जरी गाड़ियां मिल चुकी हैं। इंदौर के बंगले से 10 लाख रुपए और रायसेन के फार्म हाउस से पांच लाख रुपए कैशमिले हैं।
सहायक आबकारी आयुक्त खरे का छतरपुर स्थित निवास की कीमत भी करोड़ों रुपए में बताई जा रही है। सूचना यह भी है कि खरे के छतरपुर स्थित निवास से विदेशी मुद्रा भी मिली। रायसेन स्थित खरे का लग्जरी फार्म हाउस देखकर लोकायुक्त टीम भी हैरान रह गई।
इंदौर में कार्रवाई करने के लिए इंदौर लोकायुक्त टीम की मदद ली गई। इंदौर के ग्रेंड एक्सओटिका सहित एक अन्य स्थान पर जब टीम पहुंची तो उन्हें ताला मिला। खरे ने दिखा रखा है कि उनकी पत्नी रायसेन में फलों की खेती करती हैं और वे पत्नी के नाम से ही इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर रहे थे।
आबकारी विभाग के अधिकारियों की आपसी रंजिशों के चलते हालिया लोकायुक्त छापें को देखा जा रहा है ।