12 मामलो में संज्ञान

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने विगत दिवस के विभिन्न समाचारो पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ’12 मामलों में संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

Khabar Nation

भोपाल


जर्जर आवास में मेंटेनेंस की कमी से रहवासी परेशान

भोपाल शहर के तुलसी नगर स्थित सरकारी आवास तीन दशक पुराने होने एवं जर्जर घोषित होने के बाद भी लोग वहां रहने पर मजबूर है। सरकारी आवास में मेंटेनेंस की कमी से रहवासियों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। रहवासियों ने आवास की सुधार के लिये कई बार शिकायत भी की, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने अधीक्षक यंत्री, लोक निर्माण विभाग (भवन सुधारण), भोपाल से मामले की जांच करारक तुलसी नगर/शिवाजी नगर के शासकीय आवासों के संधारण पर की गई कार्यवाही के संबंध में स्पष्ट प्रतिवेदन सहित तीन सप्ताह मे मांगा है। और साथ ही संधारण हेतु कितनी शिकायत प्राप्त हुई, कितनों का निराकरण किया गया और कितनी लम्बित और कितने समय से लम्बित है, यह स्थिति भी प्रतिवेदन मे दंे।

पालतू श्वान को बचाने नहर में कुदा युवक, मौत

भोपाल जिले के रातीबढ़ थानाक्षेत्र स्थित केरवा डैम की नहर में बीते बुधवार को एक युवक की डूबने से मौत होने की घटना सामने आई है। युवक अपने दो दोस्त और पालतू श्वान के साथ डैम घूमने गया था। तभी अचानक श्वान नहर में गिर गया। उसे बचाने के प्रयास में तीनों ने चेन बनाई। संतुलन बिगड़ने से तीनों नहर मे गिर गए। जहां सरल निगम नामक युवक की डूबने से मौत हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर मृतक के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना-नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

अलाव के पाॅइंट पर लकड़ियों की कमी से लोग हो रहे परेशान

भोपाल शहर में कई जगह बने अलाव के पाॅइंट पर लकड़ियों की कमी से लोगों को कड़ाके की ठंड में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार लगभग 100 पाॅइंट पर नगर निगम अलाव जलवा रही है, जबकि शहरवासियों नेे ठंड की स्थिति में और अधिक स्थानों पर व्यवस्था शुरू करने की मांग भी की है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, भोपाल एवं आयुक्त, नगर निगम भोपाल, से मामले की जांच कराकर प्रदूषण की समस्या से बचाव के लिये लकड़ियों के स्थान पर रैन बसैरों के बन्द स्थानों पर पर्याप्त ऊॅचाई पर सुरक्षा के उपायों के साथ इलेक्ट्रिक हीटर स्थापित कर ठंड से बचाव की कार्यवाही के विकल्प पर प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है। और साथ ही लकड़ियों के लिये पेड़ो की कटाई और जलाने पर प्रदूषण दोनो से बचाव के विकल्प पर कार्यवाही अपेक्षित है।

बारिश के दौरान बिजली गिरने से किसान की मौत

टीकमगढ़ जिले के नगर परिषद पलेरा में बीते बुधवार को बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से एक बुजुर्ग किसान की मौत होने की घटना सामने आई है। बुजुर्ग किसान जब खेत से घर जा रहा था, तब बारिश में बिजली की चपेट में आने से किसान गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन जब उसे अस्पताल लेकर पहंुचे तो, अस्पताल में चेकअप के बाद डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, टीकमगढ़ से प्रकरण की जांच कराकर मृतक के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना-नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

 
एक माह से नहीं खुली राशन की दुकान

जबलपुर जिले के कंुडम गांव में एक माह से राशन की दुकान नहीं खुलने का मामला सामने आया है। जिसके चलते 100 से अधिक राशन कार्ड हितग्राहियों को राशन नहीं मिलने से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूलों में भी मध्यान्ह भोजन के लिये गेंहू नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से मामले की शिकायत की है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, जबलपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

बुजूर्ग और निःशक्तजन हो रहे मूल-भूत सुविधाओं के लिये परेशान

जबलपुर जिले के जिला चिकित्सालय (विक्टोरिया) के पास बूढ़े, निःशक्तजन, लावारिस लोगो को ठंड में खुले शेल्टर होम में बिना मूल-भूत सुविधाओं के ही रहने पर मजबूर होना पड़ रहा है। कई वृद्धजन जमीन पर ही सोने को मजबूर है। उम्र के आखिरी पड़ाव में उन्हे दवायें भी नसीब नही हो रही। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं सीएमएचओ, जबलपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।  

न सड़क सुरक्षित, न स्कूल में मिलने वाला खाना अच्छा, कैसे स्कूल चलें?

जबलपुर जिले के गांधीग्राम इलाके के पंचायत के पोषक गांव धमकी में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को गंाव से स्कूल तक जाने वाली सड़क की दुर्दशा और स्कूल में मिलने वाले मध्यान्ह भोजन का गुणवत्तापूर्ण नहीं मिलने का मामला सामने आया है। जिससे बच्चों को स्कूल आने और भोजन ना मिलने से उनकी शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, जबलपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

अस्पताल की ओपीडी तक पहुॅचने में मरीज हो रहे परेशान

जबलपुर जिले के जिला चिकित्सालय विक्टोरिया में मरीजों को मैन गेट से ओपीडी तक पहंुचने में भारी दिक्कत होने का मामला सामने आया है। चिकित्सालय प्रबंधन ने ओपीडी तक जाने वाले मार्ग पर वाहन स्टैंड बना दिया हैं, जिसके चलते गंभीर मरीज और दिव्यांगजन को ओपीडी तक आने में भारी परेशानी का सामने करना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, जबलपुर से मामले की जांच कराकर दिव्यांगजन की समस्या का समाधान कर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में जवाब मांगा है।

मुआवजे के लिये 10 माह से भटक रही पीड़िता

इंदौर जिले के द्वारकापुरी, गौतमपुरा और चंदननगर थानाक्षेत्र में बीते एक साल पहले धार जिले की चार युवती के साथ दुराचार की घटना हुई थी। 10 महीने से पीड़िताओं को मुआवजे के लिये इंदौर-धार के बीच दफ्तर-दफ्तर भटकना पड़ रहा है। पीड़िताओं को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, इंदौर सम्भाग, इंदौर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे ग्रामीण

जबलपुर जिले के धमकी के बाशिंदे गांव में 1400 से ज्यादा ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं के लिये तरसना पड़ रहा है। यहां ना तो सड़क है और ना ही शुद्ध पानी। राशन की दुकान भी गांव से 4 किमी. दूर है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने गांव में प्लांट और खदाने लगाई है जिससे गांव का प्रदूषण और पीने का पानी दूषित हो रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, जबलपुर से मामले की जांच कराकर दिव्यांगजन की समस्या का समाधान कर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर दृष्टिबाधित छात्र

जबलपुर जिले के धनवंतरी नगर बायपास पर स्थित शासकीय दृष्टिबाधित उमा. विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को जर्जर विद्यालय में पढ़ने को मजबूर है। जर्जर भवन के चलते बड़ा हादसे की आंशका भी बनी हुई है। मेंटेनेंस के अभाव के चलते छात्रों को जर्जर विद्यालय में बैठने से भी डर लग रहा है। असुविधाओं और संभावित खतरों के बीच दृष्टिबाधित छात्र कक्षाओं में पढ़ने को मजबूर है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, जबलपुर से मामले की जांच कराकर दिव्यांगजन की समस्या का समाधान कर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

बच्ची को बंधक बनाकर करा रहे थे काम

जबलपुर जिले के रांझी थानाक्षेत्र स्थित श्यामलाल अपार्टमेन्ट में रहने वाले एक दपंत्ती द्वारा दस साल की मासूम बच्ची को अपने घर में बंधक बनाकर जबरन घर के काम-काज करवाने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार दंपत्ती बच्ची को छत्तीसगढ़ के सीतापुर से एक परिवार से बच्ची की पढ़ाई-लिखाई करवाने का कहकर उसे जबलपुर लाये थे। बच्ची की पढ़ाई-लिखाई ना करवाकर उससे घर के सारे काम करवाते थें और मारपीट भी करते थे। उसकी व्यथा जानकर अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं जिला श्रम अधिकारी, जबलपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। 

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