देश में भारतीय जनता पार्टी के प्रति सकारात्मक वातावरण बना: राकेश सिंह
खबरनेशन/Khabarnation
भोपाल। पूरे देश की तरह मध्य प्रदेश में भी भारतीय जनता पार्टी को लेकर अनुकूलता है। उसका सबसे बड़ा कारण है कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व है। पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी के प्रति एक सकारात्मक वातावरण बना है। लोगों को लगता है कि नरेन्द्र मोदी जी इस देश की आवश्यकता है। यह बात शनिवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कही।
राकेश सिंह ने कहा कि जितनी ताकत के साथ देश इतने कम समय में विकास के रास्ते पर आगे बढ़ा है उसके कारण आज दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है। देश में किसानों एवं गरीबों के लिए जिस तरह की कारगर योजनाएं बनी हैं और इतने कम समय में उनका लाभ लोगों को मिला है उसके कारण सरकार के प्रति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति लोगों का विश्वास अत्यंत दृढ़ हुआ है। देश की जनता यह चाहती हैं कि ऐसा ही सक्षम नेतृत्व देश को आगे भी मिलते रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को देश की जनता फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहती है। लोकसभा का चुनाव केंद्रीय मुद्दों एवं केंद्रीय नेतृत्व पर आधारित होता है, इसलिए हम यह उम्मीद कर रहे हैं कि मध्यप्रदेश में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 29 में से 29 लोकसभा सीटें जीतने में सफल होंगे। मजबूत नेतृत्व, जनता के विश्वास और कार्यकर्ताओं के परिश्रम से मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी 29 में से 29 सीटें जीतेंगी, ऐसा मेरा विश्वास है।
उन्होंने कहा कि सभी प्रकार की परिस्थितियों पर विचार करके टिकट का वितरण होता है, जिसमें सर्वे भी हैं, कार्यकर्ताओं का और जनता का फीडबैक भी हैै अन्य तरह की राजनैतिक, सामाजिक एवं भौगोलिक परिस्थितियां हैं। इन सबको ध्यान में रखकर टिकट का वितरण होता है और उसी आधार पर जीतने वाले प्रत्याशियों को ही टिकट का वितरण होता है। हमारा केंद्रीय नेतृत्व इतना सक्षम है कि वह किसी भी नेता का स्थान परिवर्तन कर सकते हैं। दिग्विजय सिंह हास्य के पात्र हो गए हैं, मुख्यमंत्री कमलनाथ उनको भोपाल से लड़ाना चाहता हैं। दिग्विजय सिंह भोपाल से लड़ना नहीं चाहते हैं। कांग्रेस का नेतृत्व टिकटों की घोषणा करे इसके पहले ही मुख्यमंत्री कमलनाथ यह कह देते हैं कि दिग्विजय सिंह भोपाल से चुनाव लड़ें। अब कांग्रेस के भीतर जो कुछ भी चल रहा है वह सबके सामने है और कांग्रेस का नेतृत्व एकजुट नहीं है कि कौन कहा से चुनाव लड़ेगा तो फिर कार्यकर्ताओं के बीच में उनके नेतृत्व का जो भ्रम है जिसके लिए कांग्रेस जानी जाती है तो वह नीचे तक बना रहेगा।