जनता द्वारा दी गयी सजा का कारण जानने के लिए शिवराज सिंह को अपनी भूलों का आकलन स्वयं करना चहिए: नरेन्द्र सलूजा

राजनीति Feb 05, 2019

खबरनेशन/Khabarnation 

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान अपनी हार से इतने विचलित हैं कि वे आजकल फिल्मी गीत ‘‘हमसे क्या भूल हुई जो ये सजा हमको मिली’’ को बार बार दोहरा रहे हैं। उन्हें गंभीरता से मनन करना चाहिए और अपना आकलन स्वयं करना चाहिए कि उन्हें विधानसभा चुनाव में हरा कर जनता ने यह सजा क्यों दी ?

नरेन्द्र सलूजा ने कहा यदि वे अपनी भूल जानने के लिये वास्तव में इतने उत्सुक हैं तो उन्हें अपने शासन काल में लिये गये गलत निर्णयों, झूठी घोषणाओं और जनविरोधी नीतियों की समीक्षा करना चाहिए कि वे आखिर क्यों हारे। उन्होंने जो जो निर्णय लिये उनमें आखिर क्या कमी थी। यदि वे ईमानदारी से इस पर सोचेंगे तो उन्हें खुद समझ में आ जायेगा कि उन्होंने सत्ता में रहते हुये क्या-क्या गलतिया की जिससे उन्होनें जनता का विश्वास खो दिया और उनकी अपेक्षाओं में खरे नहीं उतरे।

सलूजा ने कहा कि दो लाख युवाओं को रोजगार देने के सपने दिखाने के बाद किसी को रोजगार नहीं मिला। निराश होकर युवा आत्महत्या करने लगे और इसमें मध्यप्रदेश नंबर वन हो गया। करोड़ों रूपये खर्च कर के इन्वेस्टर्स मीट कराई। कहा कि युवाओं को रोजगार मिलेगा। लेकिन नये उद्योग तो लगे नहीं उल्टे पुराने भी बंद हो गये। इस तरह युवाओं के रोजगार के अवसर छिन गये। पिछली सरकार ने किसानों की आय दो गुनी करने का वायदा किया था लेकिन उनकी आय दो गुनी तो हुई नहीं उन्हें उनकी फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिला। जीरो परसेंट पर किसानों कोे ऋण मिला नहीं व्यपारियों ने ऋण लेकिर किसानों को ऊंचे ब्याज पर लोन दे दिया। हजारों करोड़ के घपले अब सामने आ रहे है। प्रदेश किसानों की हत्याओं में नंबर वन हो गया। किसानों की कर्ज माफी का वादा कर मुकरना भी आपकी भूल रहा।

नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि इसी तरह महिलाओं के साथ अत्याचार और बलात्कार में भी प्रदेश नंबर वन हो गया। भ्रष्टाचार यहां एक व्यवस्था बन गयी। ई टेंडर घोटाला और व्यापम कांड ने प्रदेश को शर्म से झुका दिया। रेत माफिया का राज पूरे प्रदेश में हो गया। क्या शिवराज सिंह इस बारे में विचार नहीं करते घ् व्यापम कांड ने तो युवाओं की एक पूरी पीढ़ी को बरबाद कर दिया। छोटे व्यापारियों के धंधे चौपट हो गये। 

लोगों की क्रय शक्ति कम हो गयी । पेट्रोलए डीजल और रसोई गैस की कीमतें आसमान छूने लगीं। संविदा कर्मी, अतिथि शिक्षक, अतिथि विद्वानए आशा ऊषा कार्यकर्ता, बिजली ठेका श्रमिक सबके सब शिवराज सरकार से परेशान थे। ऐसा कोई वर्ग नहीं था जो भाजपा सरकार में परेशान न हुआ हो। शिवराजसिंह जी आपने यही सब गल्तियां की जिसकी सजा आपको मिली है। 

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