तेज गति से हुई बारिश के कारण शहर के अधिकांश सड़कें हुई जलमग्न

 

धीमी गति से दिनभर बरसे बदरा कभी तेज- कभी धीमे, बघरू बांध के गेट खुले
गंजबासौदा से ओमप्रकाश/आयुष चौरसिया /खबर नेशन

 


गंजबासौदा-  शहर में बारिश का दौर रुक-रुक कर शनिवार को जारी रहा, इस दौरान दिन में कई में बार तेज गति के साथ बारिश जारी रही। वहीं गंज बासौदा- ग्यारसपुर क्षेत्र में शुक्रवार की रात को हुई बारिश के कारण त्योंदा क्षेत्र में बने बघरू डैम का जल स्तर काफी बढ़ने के चलते हैं के करीब 4 गेट खोल दिए गए। इस दौरान शुक्रवार की दोपहर को डैम के पास पुलिस प्रशासन और गांव के चौकीदार को तैनात किया गया।

एक दिन पहले देर शाम से अचानक मौसम में हुए परिवर्तन के बाद करीब आधे घंटे तक तेज बारिश का दौर चला। उसके बाद रात में भी रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी धीमी गति से बारिश जारी रही। शुक्रवार को भी सुबह से शहर में रुक - रुक कर बारिश का दौर जारी रहा। इस दौरान दिन में कई बार तेज गति से हुई बारिश के कारण शहर की अधिकांश सड़कें जलमग्न हो गईं। कई खुले मैदानों में और कार्यालय परिसर में बारिश के पानी की निकासी नहीं होने के कारण पानी जमा हो गया था। जिले में हो रही बारिश और ऊपरी हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के चलते इन दिनों बेतवा नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है।

डैम का जलस्तर बढ़ गया जानकारी के अनुसार लगातार बारिश की वजह से त्योंदा क्षेत्र में बने बघरू डैम का जलस्तर भी रात को हुई बारिश के कारण बढ़ गया था। इसलिए प्रशासन ने सुबह के समय डैम के चार गेट खोल दिए थे। जैसे ही चारों गेटों को खोला गया तो डैम का पानी काफी तेज गति से आगे की ओर बढ़ने लगा। इस नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में गांव के लोग मौके पर पहुंचने लगे।

दोपहर तक डैम के पास पानी को देखने के लिए कई लोग पहुंचे। हालांकि स्थानीय प्रशासन ने डैम के पास पुलिस और गांव के चौकीदार को मौके पर तैनात कर दिया था। जो लगातार डैम के पानी को देखने पहुंचे लोगों को डैम के पास जाने से रोकते रहे। डैम के गेटों से छोडा गया पानी किसी भी गांव में प्रवेश नहीं कर सका। मालूम हो कि 1 जून से आज तक गंजबासौदा तहसील 659.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज हो चुकी है जबकि पिछले 24 घंटों के दौरान तहसील में 7.4 मिलीमीटर दर्ज की गई है जबकि पिछले साल इस समय तक इस समय तक गंजबासौदा तहसील में 1181.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। पिछले साल की आंकड़ों की बात करें तो इस साल बारिश काफी कम हुई है और कम बारिश होने की वजह से कई किसानों की सोयाबीन,उड़द, मूंग और धान की फसलें भी काफी प्रभावित हुई हैं।

 

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