कोरोना काल ने बदला बाढ़ राहत रेस्क्यू का काम

- संक्रमण के कारण रेस्क्यू के कई नियमों में हुआ बदलाव
- एनडीआरएफ टीम ने किया दौरा
देवेन्द्र वैश / खबर नेशन / Khabar Nation
होशंगाबाद। कोरोना कॉल ने आपदा प्रबंधन के कामों में भी बदलाव ला दिया है। अब बाढ़ आपदा सहित अन्य राहत काम में कोरोना संक्रमण का ध्यान रखते हुए रेस्क्यू किया जाएगा। इसके लिए रेस्क्यू करने वाली टीमें और रेस्क्यू करने वाले को मौके पर सैनिटाइज करके पीपीई किट पहनाकर सुरक्षित किया जाएगा। आपदा में फंसे व्यक्ति को सुरक्षित निकाल कर सभी से अलग ही रखा जाएगा। इसके अलावा रेस्क्यू करने वाले लोगों का प्रशासन की गाइड लाइन के अनुसार कोरोना परीक्षण भी होगा और उन्हें अन सुरक्षात्मक उपाय अपनाने के लिए भी कहा जाएगा। ऐसे कई नियमों का पालन अब रेस्क्यू काम में लगी टीमें करेंगी। इसके लिए एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फाॅर्स ) की टीम ने प्रदेश सहित देश में इसकी शुरुआत भी कर दी है। सोमवार को जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने आए एनडीआरएफ के स्टेट कोऑर्डिनेटर राम कुमार मालवीय ने कोरोना काल में एनडीआरएफ रेस्क्यू में होने वाले बदलाव की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि की कोरोना काल में रेस्क्यूू टीम और फोर्स को संक्रमण से बचाने के लिए कई प्रकार के नियमों का पालन पालन किया जाएगा इसके लिए एनडीआरएफ की टीम और जिले में तैनात आपदा प्रबंधन की टीमों को भी गाइडलाइन पालन करने की जानकारी दी गई है। इन नियमों का पालन करने पर रेस्क्यू किस समय में बढ़ोतरी होगी। लेकिन टीम नियमों का पालन करते हुए रेस्क्यू के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने बताया कि जहां भी एनडीआरएफ की टीम वर्तमान में रेस्क्यू कर रही वहां कोरोना से बचाव के नियमोंं का पालन करते हुए रेस्क्यू किया जा रह है।
जिले में 2 घंटे में पहुंच जाएगी टीम
एनडीआरएफ के स्टेट कोऑर्डिनेटर श्री मालवीय ने बताया कि भोपाल में फोर्स का मुख्यालय है। यदि जिले में किसी स्थान पर बाढ़ या अन्य कोई आपदा आती है तो एनडीआरएफ की टीम 2 घंटे के दौरान मौके पर पहुंच जाएगी। उन्होंने बताया कि बड़े स्तर के रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की टीम को जिले में बुलाया जाता है।
अतिक्रमण से परेशानी
एनडीआरएफ की टीम ने जिले के पिपरिया बाबई होशंगाबाद के नर्मदा तट क्षेत्रों का दौरा किया। यहां बाढ़ आपदा के दौरान रेस्क्यू करने के स्थान और अन्य प्रकार की जानकारियां एकत्रित की। टीम के साथ शामिल होमगार्ड कमांडेंट ने बताया कि कुछ स्थानों पर अतिक्रमण के कारण बैकवॉटर से बाढ़ का खतरा है। कई स्थानों पर नालों पर अतिक्रमण के कारण बाढ़ का पानी खतरा बन सकता है। इसकी प्रशासन को जानकारी दी गई है।