लोकतंत्र को खोखला करती रही है कांग्रेस: मोदी

खबरनेशन / Khabarnation

ग्वालियर की धरती को नमन, जिसने दिए कई महापुरूष और महान लोग

प्रधानमंत्री ने पूछा- राजमाता निर्दोष थीं, तो इमर्जेंसी में कांग्रेस ने जेल में क्यों डाला?

 

                ग्वालियर। कांग्रेस पार्टी में लोकतंत्र का गला घोंटने की परंपरा रही है। उन्होंने कई मौकों पर इस परंपरा को निभाया है। उन आपातकाल के दिनों को हम कैसे भूल सकते हैं, जब राजमाता सिंधिया को 19 माह तक जेल में रखा गया और उन्हें यातनाएं दी गईं। यदि वे निर्दोष थीं तो फिर कांग्रेस पार्टी ने यह पाप क्यों किया? ये बातें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ग्वालियर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कही। इससे पहले उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, राजमाता सिंधिया, अटलबिहारी वाजपेयी सहित कई महान लोगों की ये धरती प्रेरणा देने वाली धरती है, इस पावन धरती को नमन।

कांग्रेस ने किया बांटने का काम

                प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ग्वालियर, भिंड और मुरैना जिलों के भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में ग्वालियर में एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से वोट बैंक की राजनीति की है। उन्होंने बंटवारे का काम किया है। कभी देश का बंटवारा किया तो कभी परिवारों को बांट दिया। कांग्रेस के साथ मिलकर जिन दलों ने सरकारें बनाईं हैं, वे सरकारें कभी दो महीने तो कभी चार महीने ही काम कर पाईं। कांग्रेस को देश के नुकसान की चिंता नहीं है। भाजपा सरकार ने हमेशा से सिर्फ विकास, विकास और सिर्फ विकास पर ही फोकस किया है। भाजपा का मूल मंत्र है सबका साथ-सबका विकास।

कांग्रेस सिर्फ एक परिवार के लिए बनी है

                प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ एक परिवार के लिए बनी है। उसके लोग एक परिवार के लिए जीते हैं, एक ही परिवार के लिए जूझते हैं और एक परिवार के लिए देश का भविष्य भी दांव पर लगा देते हैं। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या मध्यप्रदेश का भाग्य ऐसी कांग्रेस के हाथों में सौंप सकते हैं, बिल्कुल नहीं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की विकास यात्रा में फिर से रूकावटें पैदा नहीं होनी चाहिए। यदि ये रूकावटें एक बार फिर पैदा हो गई तो 15वर्षों का विकास इसकी भेंट चढ़ जाएगा।

हिम्मत है तो मुख्यमंत्री का नाम घोषित करे कांग्रेस

                प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की गुटबाजी पर भी हमला बोला और कहा कि यहां पर आठ अलग-अलग इलाकों में कांग्रेस की आठ अलग-अलग भाषाएं हैं। ये लोग अलग-अलग चेहरे लेकर भटक रहे हैं, घूम रहे हैं। यदि हिम्मत है, तो कांग्रेस मुख्यमंत्री का नाम घोषित करके दिखाए। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी का मुखिया अपनी पार्टी का सिरमौर कौन होगा, अब तक यह तय नहीं कर पाए हैं तो फिर प्रदेश की जनता का भविष्य तय कैसे कर पाएंगे। बिना नाम लिए बोला राहुल-सिंधिया पर हमला प्रधानमंत्री ने बिना नाम लिए राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि एक कांग्रेस नेता की दादी ने गरीबी हटाने का नारा दिया था, लेकिन इतने वर्षों के बाद भी वे गरीबी नहीं हटा पाए। इसी तरह आपातकाल के दौरान राजमाता सिंधिया को जेल में बंद करने को लेकर कहा कि एक कांग्रेसी नेता की दादी को आपातकाल में बंद किया गया, उन्हें तरह-तरह की यातनाएं दी गईं।

एमपी का नाम ‘मैक्सिमम प्रोगेस’  हो गया

                प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2003 से पहले मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य के नाम से जाना जाता था। कांग्रेस ने 54 साल तक मध्यप्रदेश में राज किया, लेकिन वे मध्यप्रदेश की स्थिति में बदलाव नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि जितना काम कांग्रेस की सरकार 54 वर्षों में नहीं कर पाई, उससे कहीं ज्यादा काम भाजपा की सरकार ने इन 15 वर्षों में करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि हम चुनौती देते हैं कि किसी भी तराजू में तौल लीजिए इन 54 वर्ष के और इन 15 वर्षों के कामों को, पलड़ा भारी 15 वर्ष का ही रहेगा। उन्होंने कहा कि अब एमपी को दुनिया में ‘मैक्सिमम प्रोग्रेस’ राज्य के नाम से जाना जाता है।

राजमाता से लोकमाता बनीं थीं विजयाराजे सिंधिया

                प्रधानमंत्री ने कहा कि राजमाता से लोकमाता बनकर विजयाराजे सिंधिया जी ने हम जैसे अनेकों कार्यकर्ताओं को संबल दिया था, अभूतपूर्व प्यार दिया था। अब हम उनका जन्मशती वर्ष मना रहे हैं। यह हमारे लिए बड़े सौभाग्य का विषय है कि आज राजमाता विजयाराजे सिंधिया की धरती पर आने का सौभाग्य मिला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्वालियर की धरती पर आते हैं तो यहां के हर चौराहे से, हर घर से, हर सड़क से, पेड़-पौधों से एक और आवाज आती है और वह आवाज आती है स्व. अटलबिहारी वाजपेयी जी की। उन्होंने कहा कि यह धरती कभी कुशाभाउ ठाकरे की कर्मभूमि भी हुआ करती थी।

मध्यप्रदेश के विकास कार्य भी गिनाएं

                प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार द्वारा किए गए विकास कार्य भी गिनाए। उन्होंने कहा कि कृषि विकास के मामले में शिवराज सरकार ने कमाल करके दिखाया है। खेती-किसानी में नंबर एक पर रहने का कार्य मध्यप्रदेश ने किया है। इसी तरह प्रदेश के लोगों को 24 घंटे बिजली देने का कार्य भी भाजपा सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर को स्मार्टसिटी बनाने का सपना देखा है। इसके साथ ही प्रदेश के अन्य सात शहरों को भी स्मार्टसिटी बनाने जा रहे हैं। इसके लिए 23 हजार करोड़ रूपए की राशि खर्च की जाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश की जनता को, प्रदेश के युवाओं को उकसाने का काम कर रही है। लेकिन हम बालक-बालिकाओं को पढ़ाई, युवाओं को कमाई, किसानों को सिंचाई और बुजुर्गों को दवाई के मंत्रों के साथ प्रदेश का विकास कर रहे हैं।

भाजपा सरकार बीहड़ों में लाई विकास की बयारः नरेंद्र सिंह तोमर

                ग्वालियर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय ग्रामीण एवं पंचायत विकास मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर-चंबल अंचल की धरती पहले डाकुओं की शरणस्थली हुआ करती थी। यहां पर आने से लोगों को डर लगता था, लेकिन पिछले 15 वर्षों में यहां की धरती से सभी डाकू गिरोहों का सफाया किया गया है। अब इन बीहड़ों में विकास कार्यों की शुरूआत हो गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने प्रदेश में विकास की गंगा बहाई है। गरीब कल्याण की दृष्टि से, महिलाओं के सशक्तीकरण की दृष्टि से, युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दृष्टि से, किसानों की आय दोगुनी करने और उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने की दृष्टि से भाजपा सरकार ने काम किए हैं। उन्होंने कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार थी,  तो हमारे साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया जाता था। लेकिन अब केंद्र सरकार से हमें खूब पैसा मिलता है। उन्होंने कहा कि आज पूरे प्रदेश में विकास कार्य लगातार गति पकड़ रहे हैं।

ये थे मंच पर मौजूद

                प्रधानमंत्री श्री मोदी की सभा के दौरान मंच पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, सांसद अनूप मिश्रा, मंत्री माया सिंह, ग्वालियर के महापौर विवेक शेजवलकर,प्रदेश महामंत्री वंशीलाल गुर्जर, भाजपा प्रत्याशियों में ग्वालियर से जयभानसिंह पवैया, ग्वालियर ग्रामीण से भारत सिंह कुशवाहा, ग्वालियर पूर्व से सतीश सिकरवार, ग्वालियर दक्षिण से नारायण सिंह कुशवाह, भीतरवार से अनूप मिश्रा, डबरा से कप्तान सिंह सहसारी, गोहद से लालसिंह आर्य, मेहगांव से राकेश शुक्ला, लहार से रसाल सिंह, भिंड से चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी, अटेर से अरविंद सिंह भदौरिया, अम्बाह से गब्बर सिकरवार, दिमनी से शिवमंगल सिंह तोमर, मुरैना से रूस्तम सिंह, सुमावली से अजब सिंह कुशवाहा, जौरा से सूबेदार सिंह, सबलगढ़ से सरला रावत सहित ग्वालियर, भिंड, मुरैना के जिलाध्यक्ष एवं बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहे।

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