मौसम की मार या सरकार बेकार या कुछ और ?


मध्यप्रदेश के मंत्रालय वल्लभ भवन से हो रहा  जनता का मोहभंग 
खबर नेशन/ Khabar Nation

मध्यप्रदेश के मंत्रालय वल्लभ भवन में आम जनता की आमद कम हो रही है। गलियारे सूने सूने नजर आ रहे हैं। आखिर वजह क्या है ? क्या मौसमी गर्मी का असर है या फिर जनता बेरुखी हो रही है ? कहीं कोई और वजह तो नहीं है । एक विश्लेषण-:
वल्लभ भवन के गलियारों में इन दिनों सूनापन व्याप्त है। आम दिनों सी चहल पहल नजर नहीं आ रही है । सूत्रों के अनुसार इन दिनों मुश्किल से 250-300 के आसपास आम आदमी प्रवेश पत्र बनवा रहे हैं । पूर्व में यह संख्या लगभग सात सौ के आसपास होती थी। कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ के समय यह संख्या लगभग बारह सौ के आसपास दर्ज की गई थी। आखिर कमी की क्या वजह रही ?
कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनते ही पन्द्रह सालों से सत्ता से उपेक्षित पड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बांछे खिल गई। लंबे समय से कार्यकर्ताओं के काम लंबित पड़े थे। कार्यकर्ताओं की आमद बढ़ गई। उस दौरान कांग्रेस के मुख्यमंत्री सहित अधिकांश मंत्री नियमित तौर पर वल्लभ भवन में सरकारी बैठक , कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे थे। 
2020 में कमलनाथ सरकार के अपदस्थ होते ही भाजपा की सरकार तो बनी पर विश्व व्यापी कोरोना संक्रमण के चलते लाकडाउन लग गया । सामान्य स्थिति व्याप्त होते होते आम आदमी सहित जनप्रतिनिधि और सरकारी अफसर भी संक्रमण से भयभीत हो उठे। कुछ प्रतिबंधों के साथ शासन प्रशासन आम जनता से दूरी बना बैठा। जिसके चलते कार्य संस्कृति में परिवर्तन आया और एक बड़ा असर अब देखने को मिल रहा है।
कोरोना संक्रमण की आड़ में आम आदमी के आवेदन पर निराकरण में लगने वाला समय बढ़ गया। जिसके चलते आमजन हताश और निराश होकर आर्थिक संकटों के चलते भी वल्लभ भवन से दूरी बना बैठा। 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार मुख्यमंत्री बनते ही इस बात के भी संकेत दिए थे कि उनकी कार्यशैली पहले के मुकाबले एक अलग अंदाज में नजर आएंगी। जिसकी झलक मंत्रियों और अफसरों के बीच बढ़ रही तल्खियों में भी नजर आ रही है । मुख्यमंत्री शिवराज तो भोपाल में रहते हुए नियमित तौर पर वल्लभ भवन में बैठ रहे हैं लेकिन अफसरों से तनातनी के चलते मंत्री वल्लभ भवन में बैठना कम पसंद करते हैं । अधिकांश मंत्रियों को अपने बंगले से ही काम काज निपटाने में सहूलियत महसूस होती है ।
इस साल पहले के मुकाबले गर्मी तीखा असर भी दिखा रही है। जिसे भी एक कारण के तौर पर गिना जा सकता है।

 

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