मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी एवं माननीय सदस्य श्री राजीव कुमार टंडन ने ’बारह मामलों में स्वतः संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

भोपाल, ‘बारह मामलों में स्वतः संज्ञान


आकाशीय बिजली गिरने से युवक की मौत

खबर नेशन / Khabar Nation  

भोपाल शहर के पलवलिया थानाक्षेत्र में बीते शुक्रवार की शाम को आकाशीय बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस के अनुसार विजय अहिरवार 26 वर्ष गांव कुराना, परवलिया सड़क में रहता था। उसका कुराना में खेत है और वहीं खेत पर मकान बना है। वह घर से थोड़ी ही दूरी पर बने मवेशियों के टपरे में चारा डालने गया था। इसी बीच आकाशीय बिजली गिरने से उसकी चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर मृतक के उत्तराधिकारियों को शासन से देय आर्थिक सहायता मुआवजा राशि के संबंध में एक माह में जबाव मांगा है।

आंगनवाड़ी केन्द्रों में नहीं मिलते सेनेटरी पैड्स

महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित उदिता परियोजना के अंतर्गत उदिता काॅर्नर्स पर विगत् एक साल से सेनेटरी पैड्स की उपलब्धता ना होने के मामले में मप्र मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग, मंत्रालय, भोपाल से जांचकराकर उदिता परियोजना के संबंध में आवश्यक जागरूकता एवं सैनेटरी पैड्स की सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने हेतु की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में तलब किया है।

नाबालिग से बलात्कार एवं अन्य प्रदेश की महिला को जबरन धर्मांतरण कराये जाने का मामला

भोपाल शहर में एक 17 वर्षीय बालिका ने आरोप लगाया है कि उसके कोचिंग सेंटर संचालिका के पति द्वारा उससे जबरन दुष्कृत्य किया गया। अन्य मामले में दूसरे प्रदेश की एक महिला से दुष्कृत्य एवं जबरन धर्मांतरण के मामलों में मप्र मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में तलब किया है। 


दो दिन से लापता 12 साल के बच्चे का शव मिला, आधा कुत्तों ने खाया

दमोह जिले के हिंडौरिया नगर में एक बच्चे का शव मिला है। जानकारी के अनुसार पप्पू पटेल का 12 साल का बेटा सूरज दो दिन से लापता था। तेंदूपत्ता तोड़ने गईं महिलाओं ने बीते शनिवार को पप्पू पटेल को सूचना दी कि सूरज का शव एक पेड़ के नीचे पड़ा है। उसके गले में पलंग की निवार की रस्सी से फंदा बना है। शरीर का अधिकांश हिस्सा कुत्ते खा गये। हिंडौरिया टीआई का कहना है कि सूरज दिनभर मोबाइल चलाता था। दो दिन पहले ही उसके पिता ने मोबाइल चलाने से मना किया तो वह गुस्सा होकर बिना बताये घर से चला गया। पुलिस घटना की जांच कर रही है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी, दमोह से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में जबाव मांगा है।

गलत रिपोर्ट देने पर बच्चे की जान को जोखिम

टीकमगढ़ जिले के मऊ रोड़ खादी आश्रम के पास निवासी वीरेन्द्र सूत्रकार अपने 5 वर्षीय बेटे अथर्व सूत्रकार को लेकर अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ ने अथर्व का अल्ट्रासाउण्ड कराने की बात कही। इस बात पर वीरेन्द्र अपने बेटे का अरिहंत सीवी स्क्रीन सोनोग्राफी सेंटर पर अल्ट्रासाउण्ड कराया और सोनोग्राफी संचालक ने अथर्व की किडनी में 12 एमएम की गठान एवं 3.2 एमएम की स्टोन पत्थर की बात कही। अथर्व को जब ज्यादा शारीरिक कष्ट हुआ तो उसके पिता उसे गजराराजा मेडीकल काॅलेज, ग्वालियर लेकर गये, जहां शिशु रोग विशेषज्ञ ने बच्चे का दोबारा अल्ट्रासाउण्ड कराया और रिपोर्ट देखी तो अथर्व के पेट में न तो गठान थी ना हीं स्टोन पत्थर।  डाक्टर की रिपोर्ट पर बच्चे के पिता को यह अहसास हुआ कि टीकमगढ़ के अरिहंत सोनोग्राफी सेंटर के संचालक को भले ही लाइसेंस मिल गया हो, लेकिन हकीकत तो यह है कि उनमें चिकित्सकीय योग्यता की कमी है। जिसके चलते वे सोनोग्राफी की गलत रिपोर्ट देकर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर अपनी जेब भरने में जुटे हुये हैं। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्ट एवं सीएमएचओ टीकमगढ़ से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जबाव मांगा है।

बीना क्षेत्र में ओलों की मार से हुई वृद्ध की मौत

सागर जिले की बीना तहसील अंतर्गत ग्राम धनौरा से ट्रैक्टर-ट्राॅली में एक परिवार भंडारे के लिये देवल जा रहा था और रास्ते में गिरे ओलों के कारण एक वृद्ध की मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। मृतक के परिजन ने बताया कि 60 वर्षीय रमेश अहिरवार अपने परिवार सहित करीब 30 लोगों के साथ ट्रैक्टर-ट्राॅली से भंडारे में जा रहे थे। वह जब पुरा पंधव के पास पहुंचे तो, अचानक बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई और ओले करीब 50-50 ग्राम के थे। ओलों से बचने के लिये सभी ने बरसाती डाल ली, लेकिन रमेश दूसरी जगह छिपने जा रहे थे और ओले लगने से वह जमीन पर गिर गये और बेहोशी छा गई। परिजन उन्हें सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं मालथौन, जिला सागर में तेज आंधी, तूफान और बारिश में उड़कर आई सीमेंट की चद्दर ने दो साल की मासूम कोहिनूर की जान ले ली और उसकी मां गंभीर रूप से घायल हो गईं। जिसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, सागर से प्रकरण की जांच कराकर मृतक रमेश अहिरवार निवासी धनौरा तथा दो वर्षीय बालिका कोहिनूर की मृत्यु के संबंध में शासन की योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता मुआवजा राशि के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।


मजबूरी: घर-घर झाडू लगाती नाबालिग

अशोकनगर जिले के बहादुरपुर में बीते छह माह से 12 वर्षीय नाबालिग अपनी आठ वर्षीय फुफेरी बहिन के साथ कस्बे में करीब बीस घरों में सफाई का काम करती है। उसका काम घरों के सामने गली में  झाडू लगाना, नाली साफ करना और कुछ घरों के टाॅयलेट साफ करना शामिल हैं। इसके बदले में उसे हर घर से एक रोटी और तीस रूपये एक महीने के मिलते हैं। नाबालिग का यह काम तीन परिवारों को रोजी दे रहा है कभी-कभी उसके साथ उसकी बुआ भी सफाई करने आती हैं। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, अशोकनगर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही का तीन सप्ताह में जबाव मांगा है।

चाट खाने से आठ बच्चे बीमार, महिला की हालत नाजुक

मुरैना जिले के कैलारस के चैडेरा कोंडेरा में फूड पाइजनिंग के कारण 12 लोग बीमार हो गये, इनमें आठ बच्चे व चार महिलाएं हैं। बीमार हुये लोगों में से एक गर्भवती महिला की हालत नाजुक है, जिसे रैफर किया गया है। घटना के अनुसार चौडेरा और कोंडेरा गांव में बीते शनिवार की शाम को एक चाट का ठेला अया था, जो पानीपुरी व आलू भल्ला बेच राह था। गांव में चाट का ठेला देखकर कई महिलाओं एव बच्चों ने खाने के लिये चाट बनवाई। पानीपुरी खानेवालों को तो कुछ नहीं हुआ किंतु जिन्होने आलू भल्ला खाया उनको पेट दर्द हुआ और लगातार उल्टियां होने लगीं इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम रविवार को चौडेरा और कोंडेरा गांव पहुंची और चाट खाने वालों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, मुरैना से प्रकरण की जांच कराकर खाद्य पदार्थों के विक्रय में गुणवत्ता सुनिश्चित कराये जाने के लिये की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जबाव मांगा है।


कुल्फी से 25 बच्चों की बिगड़ी सेहत

विदिशा जिले के शमशाबाद क्षेत्र के दो गांव के करीब 20 से 25 बच्चे कुल्फी खाकर अचानक बीमार हो गये। बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत आने लगी। इससे उनके परिजन घबरा गये। वे बच्चों को सरकारी व प्रायवेट अस्पताल में लेकर पहुंचे। जांच के बाद मालूम चला कि इन बच्चों को फूड पाइजनिंग हुई है। डाक्टर्स के मुताबिक जिन बच्चों को फूड पाइजनिंग हुई थी उन सभी का इलाज किया जा रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, विदिशा से क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थों के विक्रय में गुणवत्ता सुनिश्चित कराये जाने के लिये की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जबाव मांगा है।                                        

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ग्10 का कमरा; आधे हिस्से में इलाज और आधे हिस्से में होती है पढ़ाई

बैतूल जिले के ससाबड़ ग्राम पंचायत में 10ग्10 के एक कमरे में आधे में आंगनवाड़ी व आधे में उप स्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रहा है। यह सिलसिला एक-दो माह से नहीं, 20 साल से चल रहा है। वैसे भवन आंगनवाड़ी का है। यहां पर ना पानी की व्यवस्था है, ना हीं बिजली और ना हीं बैठने की। मरीजों को फर्श पर लिटाकर इलाज कराना पड़ता है। रोज 20-30 मरीज इलाज कराने के लिये आते हैं। सीएमएचओ एकता कैथवास ने बताया कि पंचायत से भवन निर्माण की मांग की थी, लेकिन वे कहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग ही बनाकर देगा। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, बैतूल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जबाव मांगा है।

स्ट्रेचर पर पत्नी को लेकर जिला अस्पताल में घंटों तक भटकता रहा बुजुर्ग

गुना जिला अस्प्ताल में एक बार फिर अमानवीय तस्वीर देखने को मिली है। जब एक बुजुर्ग देर रात खुद ही अपनी पत्नी को स्ट्रेचर पर लिटाकर इलाज के लिये इधर-उधर भटकता रहा। जैसे-तैसे डाक्टर ने महिला को देखा तो बुजुर्ग को उसकी सोनोग्राफी कराने निजी पैथोलाॅजी भेज दिया। इस दौरान बुजुर्ग आधा किमी तक महिला को स्ट्रेचर पर पैथोलाॅज लेकर पहुंचा तो, यहां से उन्हें अगले दिन सुबह आने का कहकर चलता कर दिया। परेशान बुजुर्ग दंपति का पूरे मामले का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो गया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, गुना से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जबाव मांगा है। साथ ही अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा है अथवा नहीं ? की जानकारी का भी प्रविवेदन मांगा है।

पुलिस ने जिसकी मौत बताकर पिता-भाई को भेजा जेल, वो नौ साल बाद जिंदा मिली

छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा थानाक्षेत्र की सिंगोडी चैकी के अंतर्गत जोपनाला गांव में चैंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस रिकाॅर्ड में नौ साल पहले मर चुकी लड़की अचानक जिंदा हो गई। बीते बुधवार को लड़की की डीएनए रिपोर्ट आने के बाद पुलिस की कार्यवाही पर सवाल खड़े हो गये। छिंदवाड़ा एसपी का कहना है किअब डीएनए रिपोर्ट शामिल कर जल्द ही दोबारा जांच की जायेगी। जानकारी के अनुसार इस मामले में कंचन नौ साल पहले घर से लापता हो गई थी। उसके पिता ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। बाद में पुलिस ने युवती का मर्डर होना बताते हुये एक कंकाल मिलने पर पिता और भाई को जेल भेज दिया था। मार्च में जब युवती को पता चला तो वह घर पहुची और बताया कि मैं जिंदा हूं। तब पुलिस ने डीएनए टेस्ट कराया, जिसमें पुष्टि हुई कि लड़की कंचन ही है। सवाल यह है कि वह कंकाल किसका था ? कंकाल का डीएनए क्यों नहीं कराया गया ? मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी, छिंदवाड़ा से प्रकरण के संबंध में एक माह में जबाव मांगा है।


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