पांच साल से अंधेरे में रहने को मजबूर दलित ग्रामीण

भोपाल,   जुलाई 2023

छह मामलों में संज्ञान

मप्र मानव अधिकार आयोग के मान. अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने छह मामलों में संज्ञानलेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

खबर नेशन/ Khabar Nation

बच्चा पैदा कर सरकारी स्कूल में मरने के लिये क्यों छोड जाते हो...?

भोपाल शहर के विदिशा रोड़ स्थित मालीखेड़ी गांव के सरकारी मिडिल स्कूल के बाहर सात साल के एक बच्चे की एक प्रायवेट स्कूल की वैन की टक्कर से मौत हो गई थी। अस्पताल पहुंचने पर स्कूल वाले बोले - बच्चा पैदा कर यहां मरने के लिये क्यों छोड़ जाते हो ? इस घटना को एक साल हो गया है लेकिन स्कूल स्टाॅफ की जिम्मेदारी अबतक तय नहीं हो सकी है। ऐसी शिकायत बीते मंगलवार को कलेक्ट्रेट, भोपाल में जनसुनवाई के दौरान मृत बच्चे की मां ने कलेक्टर से की है। मां ने कहा कि लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिये, क्योंकि उनकी लापरवाही के कारण ही उनका बेटा स्कूल से बाहर आ गया था और वैन से टकरा गया था। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकारी, जिला न्यायालय, भोपाल को निर्देशित किया गया है कि वे मोटरयान दुर्घटना में सात वर्षीय बालक की मृत्यु के संबंध में शासन की योजना/विधि अनुसार विधिक सेवा/सहायता हेतु अपने स्तर पर समुचित कार्यवाही हेतु प्रेषित करें।

आकाशीय बिजली गिरने से खेत में काम कर रहे तीन मजदूरों की मौत, एक घायल

शिवपुरी जिले में कोलारस थानाक्षेत्र के टीला कलां गांव में बीते मंगलवार को चैहान कृषि फार्म हाउस के खेत में काम करने के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से संजय आदिवासी, जसवंत आदिवासी एवं सनन केवट घायल हो गये। उसी फार्म हाउस में काम कर रहे मजदूरों ने तत्काल घटना की जानकारी खेत मालिक को दी। खेत मालिक अपने वाहन से तीनों मजदूरों को शिवपुरी जिला अस्पताल लेकर गया। जहां जसवंत एवं संजय की मौत हो गई, जबकि सनन का उपचार जारी है। वहीं परिजनों ने बताया कि घायल मजदूरों को लाने के लिये एंबुलेंस नहीं पहुंची। उन्हें ट्रेक्टर से अस्पताल लाना पड़ा। वहीं दूसरा मामला पोहरी थानाक्षेत्र के सालोदा गांव का है। यहां खेत पर काम करते समय राकेश जाटव पर आकाशीय बिजली गिर गई। परिजन तत्काल उसे जिला अस्पताल लेकर पहंुचे, जहां डाक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, शिवपुरी से प्रकरण की जांच कराकर मृतकों के वैध वारिसों को शासन की योजना/नियम अनुसार देय मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।

मकान में आग लगने से दो बच्चों की मौत

टीकमगढ़ शहर के सेल सागर तालाब के पास बंधान मोहल्ले में बीते सोमवार की सुबह एक मकान में आग लग गई। हादसे में पति-पत्नी सहित दो बच्चे बुरी तरह झुलस गये। उपचार के दौरान दोनों बच्चों की मौत हो गई, वहीं महिला की हालत गंभीर है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, टीकमगढ़ से प्रकरण की जांच कराकर नदी के पानी में डूबने से हुई मृत्यु के आधार पर संबंधित मृत बच्चों के वैध वारिसों को शासन की योजना/नियम अनुसार देय मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।

पांच साल से अंधेरे में रहने को मजबूर दलित ग्रामीण

शाजापुर जिले के धोबी पचोर गांव की दलित बस्ती मंे रहने वाले दर्जनों परिवार पांच साल से अपने घरोें को बिजली की रोशनी से रोशन करने को तरस रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या को लेकर जिम्मेदार अधिकारी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में आक्रोशित दलित बस्ती निवासियों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी पीड़ा सुनाई। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं अधीक्षण यंत्री, पश्चिमक्षेत्र विविकंलि, शाजापुर से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है

नलों मे आ रहा गंदा पानी, बीमारी फैलने की आशंका

बैतूल जिले की मुलताई में नगर पालिका द्वारा लोगों को की जा रही जल आपूर्ति की पाईप लाईन फूटी होने कारण उसमें बरसात का पानी मिलकर लोगों के घरों तक पहुंच रहा है। जिस कारण बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। स्थनीय लोगों ने वार्ड के पार्षद को ज्ञापन देकर इस भीषण समस्या से अवगत कराया। इसके पार्षद क नेतृत्व में नगर पालिका कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर नलों मे आ रहे गंदे पानी की समस्या के बारे में बताया और कहा कि पेयजल आपूर्ति की पाईप लाईन फूट गईं है, जिसमें बरसात का पानी मिलकर नलों में पहंुच रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, बैतूल से पेयजल आपूर्ति की समस्या के सामधान हेतु की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

शुभम हाॅस्पिटल में इंजेक्शन के रिएक्शन से आरक्षक की मौत

ग्वालियर शहर के श्रीराम काॅलोनी, झांसी रोड स्थित नवनिर्मित शुभम हाॅस्पिटल में भर्ती आरक्षक सोनू पांडे की मौत हो गई। आरक्षक पीठ दर्द की तकलीफ को लेकर हाॅस्पीटल में भर्ती हुआ था। परिजनों का गंभीर आरोप है कि उसे अस्पताल में इंजेक्शन लगाया गया और इंजेक्शन लगने के बाद रिएक्शन शुरू हो गया, जिस कारण उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि सोनू को पहले जयारोग्य अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन यहां एक डाक्टर के कहने पर आरक्षक को शुभम हाॅस्पीटल में भर्ती कराया गया था। जयारोग्य अस्पताल का वह डाक्टर कौन है और उसका नाम क्या है ? यह परिजनों को नहीं पता।  मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने एसपी एवं अधीक्षक, जेएएच, ग्वालियर से प्रकरण की जांच कराकर मृतक का शव परीक्षण कराया गया हो तो की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।

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