अनुसूचित जाति और महिला विरोधी रहा है कांग्रेसियों का चरित्र

अनुसूचित जाति की महिला सरपंच को अपमानित करना कांग्रेस का असली चेहरा

खबर नेशन/ Khabar Nation

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालसिंह आर्य ने कहा कि शिवपुरी के जनपद पंचायत कोलारस के पहाड़ी गांव में महिला अत्याचार से जुड़ा गंभीर और मन को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। गांव की अनुसूचित जाति की महिला सरपंच ने गांव के दबंग कांग्रेसियों की बात नहीं मानी तो उसे कीचड़ पर पटक-पटक कर सरेआम जूते-चप्पलों से पीटा गया, जातिसूचक गालियां दी गईं, उसे सरेआम बेइज्जत व अपमानित किया गया। यही कांग्रेसियों का असली महिला विरोधी, अनुसूचित जाति विरोधी और अपमानिक करने वाला चरित्र है। उन्होंने कहा कि नारी सम्मान का झूठा राग अलापने वाली कांग्रेस का चरित्र और चेहरा वायरल वीडियो में स्पष्ट दिखता है, जिसमें असल नारी सम्मान का जो कभी मंच पर, कभी सड़कों पर महिलाओं को जगह-जगह तिरस्कृत और अपमानित करते हुए सामने आता है। यह अमानवीय घटना अत्यंत दुर्भाग्यजनक है।
अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आर्य ने कहा कि दुर्भाग्य यह है इस तरह के मामलों में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सिलेक्टिव चुप्पी साधे रखते हैं। कमलनाथ जी जवाब दें कि क्या उनके लिए यही नारी सम्मान है? अगर नहीं है तो इस घटना पर अपना मौन तोड़े और पीड़ित महिला से माफी मांगें। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी आदिवासियों, दलितों के हित की बात करते हैं, लेकिन दूसरी ओर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा सरेआम एक अनुसूचित जाति की महिला सरपंच को लात-घूसों से पीटा जाता है, जातिसूचक गालियां दी जाती हैं, बेइज्जत किया जाता है। क्या यही कांग्रेस का असली चरित्र और चेहरा है। नारी सम्मान की दुहाई देने वाले कांग्रेस नेता कहा हैं। मध्यप्रदेश में किसी भी घटना पर ट्वीट की चिड़िया उड़ाने वाले राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी और कमलनाथ अब महिला के साथ हुई बर्बरता पर मौन क्यों है?
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति की महिलाओं पर अत्याचार करने का कांग्रेस का पुराना इतिहास रहा है। कांग्रेस ने अनुसूचति जाति वर्ग को सिर्फ वोट बैंक मानकर उसे बरगलाने और भ्रमित करने का काम किया। आज कांग्रेस इस घटना को लेकर क्यों डर रही है, क्योंकि अपराध को दोहरे चश्मे से देखना कांग्रेसियों की आदत हैं। पिछले दिनों राजस्थान के करौली में अनुसूचित जाति की लड़की के साथ दुष्कर्म के बाद एसिड डालकर जिंदा जलाकर निर्मम हत्या कर दी गई। इस तरह की घटनाएं बताती हैं कि महिला सम्मान का झूठा ढोंग करने वाली कांग्रेस महिलाओं के सम्मान की बात सिर्फ दिखावा और ढकोसला है। ’लड़की हूँ मैं लड़ सकती हूँ का नारा देने वाली प्रियंका गाँधी कांग्रेसियों से महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा दिलाने के लिए कब लड़ेगी?

कांग्रेस के अंदर भी नहीं है महिलाओं का सम्मान

मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालसिंह आर्य ने कहा कि कांग्रेस नेता नारी सम्मान की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन यही नेता महिलाओं को अपमानित करने से नहीं चूकते। फिर चाहे कांग्रेस नेत्रियों को मंच पर नहीं बुलाने और उनके साथ भेदभाव की बात हो या फिर नारी सम्मान के फार्म भरवाकर महिला सुरक्षा की बात हो, हर बार महिलाओं को ही अपमानित किया जाता है। राहुल गांधी ने बड़ोदरा में लोगों से पूछा था कि क्या संघ की शाखाओं में महिलाएं स्कर्ट पहने दिखती हैं? वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस नेत्री को टंच माल और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने महिलाओं को सजावट की वस्तु कहा था। यही कांग्रेस का चरित्र और चेहरा है।

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