भाजपा का दृष्टि पत्र झूठ का: कमलनाथ 

 

खबरनेशन / Khanarnation

 

 

भाजपा का आज जारी घोषणा पत्र (दृष्टि पत्र) झूठ का 

पुलिंदा, जुमला पत्र, धोखा व छलावा मात्र....

इसमें कुछ नया नहीं, वर्ष 2003-2008-2013 की अधूरी व पुरानी घोषणाओं 

को शामिल कर नया कलेवर देने का प्रयास, विजन का अभाव: कमलनाथ

 

भोपाल, 17 नवम्बर 2018

 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आज जारी भाजपा के दृष्टि पत्र को झूठ का पुलिंदा, जुमला पत्र, धोखा व छलावा पत्र बताते हुए कहा कि जिस भाजपा ने वर्ष 2003, वर्ष 2008, वर्ष 2013 के अपने घोषणा पत्र पर आज तक दृष्टि नहीं डाली, आज तक उसमें की गई घोषणाओं को पूरा नहीं किया। वह एक बार फिर इस घोषणा पत्र के माध्यम से जनता को गुमराह भ्रमित करने का प्रयास कर रही है।इस घोषणा पत्र में शिवराज सिंह जी की पुरानी घोषणाओं को व पुराने घोषणा पत्र की बातों को वापस से शामिल कर नया कलेवर देने का प्रयास किया गया है।इसमें कुछ नया नहीं है। कोई विजन नहीं है। कांग्रेस के वचन पत्र की कई बातों को भी भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में शामिल किया है।

भाजपा को आज का घोषणा पत्र जारी करने से पहले अपने पुराने 2003, 2008 और 2013 के घोषणा पत्र की घोषणाओं पर कितना अमल हुआ, उसमें से कितनी अधूरी हैं, कितनी पूरी हुई, इस पर चर्चा करनी थी ताकि जनता पुरानी घोषणाओं की वास्तविकता जान सके। बड़ा ही आश्चर्यजनक है कि भाजपा के आज के घोषणा पत्र में महिलाओं की सुरक्षा, किसानों की आत्महत्या रोकने, उनकी कर्जमाफी, युवाओं द्वारा बढ़ती बेरोजगारी कारण निरंतर की जा रही आत्महत्या को रोकना, बढ़ते कुपोषण, मां नर्मदा नदी के संरक्षण, अवैध उत्खनन रोकने, भ्रष्टाचार और घोटालों को रोकने को लेकर, जीएसटी-नोटबंदी से परेशान व्यापारियों के लिये कोई ठोस प्रावधान या घोषणा नहीं है।

नाथ ने बताया कि हर घोषणा पत्र की तरह इस घोषणा पत्र में जमकर झूठ परोसा गया है।बात करें पूर्व के प्रतिवर्ष 2 लाख युवाओं को रोजगार देने के वादे का जो कि आज तक पूरे नहीं हुए लेकिन वर्ष इस घोषणापत्र में फिर 10 लाख युवाओं को रोजगार देने का झूठा वादा परोसा गया। जिस प्रदेश में आज महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित है, प्रतिदिन दुष्कर्म का शिकार हो रही है, पूरे देश में प्रदेश इस मामले में शीर्ष पर है। उस प्रदेश के भाजपा के दृष्टि पत्र में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस बात तो नहीं की गई लेकिन गुमराह करने के लिए अलग से घोषणा पत्र जारी कर इस दाग से ध्यान हटाने का प्रयास किया गया है। प्रदेश में कई इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन कर करोड़ों के निवेश के झूठे दावे की हकीकत सभी जानते है कि आज तक कोई निवेश प्रदेश में नहीं आया लेकिन इस घोषणा पत्र में निवेशकों के लिए क्लस्टर का प्रावधान कर व निवेश के नाम एक बार फिर निवेश के नाम पर गुमराह करने का प्रयास किया गया है। 

जो भाजपा सरकार घोषणा के मुताबिक विद्यार्थियों को साइकल तक नहीं दे पा पायी, वो आज पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के बीच स्कुटी देने का वादा किस मुँह से कर रही है।स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है और झूठे सपने दिखाये जा रहे है। जिस प्रदेश में आगर का अभयारण्य दुर्दशा का शिकार हो रहा है। जहाँ गोमाता चारे के अभाव में मौत का शिकार हो रही है। वहाँ11 गोअभयारण्य बनाने की घोषणा बेमानी है।

नाथ ने कहा कि कांग्रेस शुरू से कहती थी कि भावांतर योजना किसान विरोधी है, यह व्यापारियों के हित के लिए लायी गयी है, इससे किसानों का कोई भला होने वाला नहीं। कांग्रेस के इस आरोप की आज पुष्टि हो गई इस घोषणा पत्र से। किसानों के लिए अलग से योजना का प्रावधान कर भाजपा ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि भावंतर योजना किसान हितेषी नहीं है और इससे किसानों का कोई भला होने वाला नहीं है। जो भाजपा खुद स्वीकार रही है कि सभी किसानों को बोनस का लाभ नहीं मिल पा रहा है, वो कैसे लाखों किसानो को बोनस का दावा कर रही है? पत्रकार, वकीलों के हित व सुरक्षा व कर्मचारी गण को लेकर कोई घोषणा नहीं है। मूलभूत सुविधा बिजली-सड़क-पानी को लेकर कोई ठोस योजना के प्रावधान का अभाव इस घोषणापत्र में देखने को मिला।

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