कुत्ते के DNA से तय होगा मालिकाना हक

 

देवेंद्र वैश /खबर नेशन/Khabar Nation

 
 देर रात पुलिस को खुलवाना पड़ा पशु चिकित्सालय खुलावाकर लिया डॉग का डीएनए के सेम्पल 


एक कुत्ते के दो मालिक एक का कोको दूसरे का टाईगर

 


होशंगाबाद- आपने मनुष्य के डीएनए को लेकर तो मालिकाना हक पेस करते सुना होगा पर होशंगाबाद में एक अनोखा मामला सामने आया है होशंगाबाद में एक कुत्ते के ऊपर दो मालिको ने अपना दावा किया है के यह कुत्ता उनका है लेवराडोर प्रजाति के इस तीन वर्ष के डॉग के ऊपर 2 मालिकों ने अपना हक जताया है शादाब खान उसे अपना कोको तो वही कृतिक शिवहरे इस डॉग को टाइगर नाम से पुकारते हैं दरअसल होशंगाबाद के रहने बाले शादाब खान का कहना है के उनका लेवराडोर प्रजाति का डॉग लगभग 3 माह पहले उनका डॉग घर से गुम हो गया था जिसकी सूचना उन्होंने देहात थाने में की थी वही 18 नवंबर को मालाखेड़ी में ही डॉग के होने की सूचना मिलने पर शादाब खान कृतिक के स्थान पर पहुंचे थे जिसके बाद उन्हें पता चला के वहां पर उनका डॉग कोको है और उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी थी कि उसका डॉग मालाखेड़ी में ही एक जगह बंधा हुआ है तभी होशंगाबाद देहात पुलिस द्वारा पुलिस अभिरक्षा में डॉग को शादाब खान को दिया गया डॉग से संबंधित दस्तावेजों को पुलिस को दिखाया गया इसके बाद बाद दूसरे दिन 19 नवंबर को कृतिक शिवहरे द्वारा डॉग को लेकर थाने में दावा प्रस्तुत किया गया। की यह जो डॉग आप लेकर आए हैं वह मेरा है जिसका नाम टाईगर हे इसके बाद से ही लगभग 2 दिनों से डॉग को लेकर दोनों ही पक्ष स्वयं के डॉग होने का दावा कर रहे थे शादाब खान का कहना है कि डॉग का नाम कोको है वही कृतिक का कहना है के डॉग का नाम टाइगर है।

DNA सेंपल लेने के लिए खुलवाया पशु चिकित्सालय

 शादाब खान एवं कृतिक द्वारा दावा किए जाने के कारण डॉग को किसे सौंपा जाए इसीलिए शादाब खान द्वारा कहा गया कि डॉग का ब्लड सेम्पल लिया जाए और उसका उसके पिता के साथ डीएनए टेस्ट करा कर असली मालिक को सौंपा जाए इसी बात को लेकर देहात थाना पुलिस टी आई हेमंत श्रीवास्तव द्वारा देर रात बजे प्रतिवेदन बनाकर जिला पशु चिकित्सालय खुलवा कर डॉग का ब्लड सैंपल लेकर उसे संबंधित लैब में पहुंचाने को कहा गया

डॉग के पिता डॉग के भी सेंपल लिए जाएंगे

 वहीं शादाब खान का कहना है कि 18 तारीख को वह मालाखेड़ी में स्थान पर गया था जहां पर उसने एक ग्राहक बनकर के उस जगह पर चौकीदार से बात की इसके बाद उसने अपने डॉग को पहचान कर देहात पुलिस को फोन लगाया और बताया कि उसने अगस्त माह में आवेदन दिया था जिसमें डॉग लेब्राडोर प्रजाति का गुम होने की सूचना दी थी जिसके बाद से ही उसकी नजर उस डॉग पर पड़ी और उसके द्वारा पुलिस को सूचना देकर संबंधित दस्तावेज दिखाकर डॉग को लेकर आया गया साथ ही शादाब द्वारा यह दावा किया गया कि डॉग के फादर को भी पचमढ़ी से बुलाकर और डॉग कोको का ब्लड सैंपल लेकर दोनों का मैच कराया जाए और जिसका डॉग हो उसे सौंपा जाये- शादाब खान
बिना बताए ले गए डॉग

 वहीं दूसरी ओर दावा करने वाले कृतिक का कहना है कि वह 18 नवंबर को भोपाल में था उस समय शादाब खान का फोन आया था और उसने बताया कि उसे डॉग परचेस करना है जिसके बाद कृतिक ने उसके चौकीदार को कहकर डॉग दिखाने के लिए कहा बाद में शादाब खान द्वारा यह कहा गया कि डॉग मेरा है और शादाब खान द्वारा डॉग को मेरे स्थान शादाब के घर ले जाया गया साथ ही उसने 19 नवंबर को जिस व्यक्ति से डॉग खरीदा था उसको भी थाने बुलाकर डॉग की पुष्टि करवाई है और जिस व्यक्ति से उसे खरीदा है उसे भी डॉग को दिखाया है- क्रतिक शिवहरे


डीएनए रिपोर्ट आने के बाद उसे संबंधित मालिक के पास उसे पहुंचाया जाएगा जब तक के लिए डॉग को जिसके घर से लेकर आया गया था कृतिक के घर पर ही रखा जाएगा इस बीच उसे न डॉग को कुछ भी नही किया जाएगा 
हेमंत श्रीवास्तव

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