स्व-सहायता समूह की मदद से महिला की बदली तकदीर

भोपाल। अनूपपुर जिले की जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के ग्राम भेजरी निवासी मायावती भोगरे ने आजीविका परियोजना की प्रेरणा से लक्ष्मी स्व-सहायता समूह से पाँच वर्ष पहले जुड़ी। समूह की बैठकों में लगातार भाग लेने एवं चर्चा के बाद उसे समझ में आया कि समूह से लोन लेकर खेती में आने वाली जरूरतों को न केवल पूरा किया जा सकता हैं बल्कि माली हालत भी सुधारी जा सकती हैं। 

सामान्य तरीके से और अपने सीमित संसाधनों के चलते इस महिला को खेती से महज 6 हजार रूपये मासिक आय हो पाती थी। भोगरे ने समूह से 2 लाख रूपये का कर्ज लेकर व्यवसायिक सब्जी उत्पादन एवं सीएम एसए मॉडल का उपयोग करना शुरू कर दिया जिससे अब इनकी मासिक आमदनी दो गुना से ज्यादा हो गई हैं।

स्व-सहायता समूह की मदद से इस महिला ने अपने दोनों बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ाना शुरू कर दिया हैं। स्वयं का रहन-सहन बदल गया हैं और समाज में सम्मान में भी बदलाव आया हैं। (खबरनेशन / Khabarnation)

Share:


Related Articles


Leave a Comment