प्रदेश में कानून व्यवस्था ठप, पुलिस का डर अपराधियों में नहीं: राकेश सिंह
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे दुष्कर्म पीड़ित बच्ची से मिलने
खबर नेशन/Khabar Nation
जबलपुर। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप हो चुकी है। जहां आए दिन छोटी-छोटी बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रहीं हैं, उससे यह प्रतीत होता है कि, सरकार का दबाव और पुलिस प्रशासन का डर अब बेखौफ घूम रहे अपराधियों पर खत्म हो चुका है। ऐसी घटनाएं निश्चित तौर पर समाज को झकझोर देती है। इसलिए इन पर लगाम लगना अति आवश्यक है। यह बात पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद राकेश सिंह ने जबलपुर के मेडीकल कॉलेज में पाटन विधानसभा क्षेत्र में निवासरत दुष्कर्म पीड़ित 4 वर्ष की बच्ची को मिलने के उपरान्त कही।
जबलपुर में हुई घटना के बाद राकेश सिंह मेडीकल अस्पताल में भर्ती कराई गई बच्ची से मिले एवं उनके परिजनों को ढांढस बंधाया। सिंह ने इस कहा कि इस तरह की घटनाओं पर किसी तरह की राजनीति नहीं होना चाहिए और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की भारतीय जनता पार्टी कड़ी निंदा करती है। साथ ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार को सचेत करती है कि ऐसे आवश्यक प्रबंध किये जायें ताकि इन घटनाओं पर रोक लगे। सिंह ने कहा कि सरकार का और प्रशासन का दायित्व है कि यदि ऐसी घटनायें किसी के साथ भी घटित होती हैं तो उन्हें प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया जाये।
सिंह ने कहा कि जो कृत्य उस मासूम बच्ची या अन्य जगह पर हुई घटनाओं में हुए हैं, उसकी क्षति पूर्ति किसी तरह की मुआवजा राशि देकर नहीं की जा सकती। फिर भी चूंकि उस परिवार की आर्थिक स्थिति अत्यंत कमजोर है इसलिए सरकार को आर्थिक मदद अवश्य रूप से करना चाहिए। सिंह ने कहा कि मुआवजा राशि के साथ ही बेहतर इलाज इन मासूम पीड़ितो का हो, ऐसी कोशिश भी होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकारों ने ही सबसे पहले दुष्कर्म जैसे मामलों में कड़े कानून बनाने की शुरूआत की थी।
सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है और लॉ एण्ड ऑर्डर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। सरकार की पूरी ताकत ट्रांसफर और पोस्टिंग में लग रही है। सिंह ने कहा कि आश्चर्य होता है कि लगातार सिर्फ और सिर्फ ट्रांसफर पोस्टिंग की जा रही है और सरकार का ध्यान न तो बेहतर कानून व्यवस्था की ओर है न ही विकास के कोई भी कार्य प्रदेश में प्रारंभ हो सके हैं। कांग्रेस के मंत्री खुलेआम कहते हैं कि हम जब चाहें किसी भी अधिकारी और कर्मचारियों को हटा सकते है।
सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि प्रदेश की सरकार अपने तबादला उद्योग से बाहर निकले और जनता ने जिस उद्देश्य से सत्ता में बिठाया है उसे पूरा करने की दिशा में प्रयास करे, किन्तु दुर्भाग्य है कि इतने माह बीतने के बाद भी सरकार का कोई भी ऐसा कार्य जनहित में नहीं दिखा है जो कि होना चाहिए था।