क्या राहत कार्य में बाधा पहुंचाने मंदसौर गये हैं संवेदनहीन शिवराज ?

राजनीति Sep 21, 2019

 


भोपाल, 
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अभय दुबे ने आज जारी अपने बयान में बताया कि सत्ता की भूख शिवराजसिंह को इतना संवेदनहीन बना देगी, कभी कल्पना भी नहीं की थी। यशस्वी मुख्यमंत्री कमलनाथ जी की तत्परता से मध्यप्रदेश अब बाढ़ की विभीषिका से उबरने लगा है। प्रशासन लोगों तक अपनी पहुंच बनाकर उन्हें राहत पहुंचा रहा है। वहीं दूसरी ओर हाल ही में मंदसौर में राजनैतिक रोटियां सैंककर आये शिवराज आज फिर 24 घंटे के लिए मंदसौर कलेक्टर कार्यालय को बंधक बनाने पहुंच गये हैं। भाजपा की संवदेनहीनता चरम पर है। जब सर्वाधिक अनुकूल समय है कि पूरा मंदसौर प्रशासन जनता को राहत पहुंचा सकता है, तब उनके काम में बाधा उत्पन्न करने के लिए शिवराजसिंह चैहान मंदसौर पहुंचे हैं। वे नहीं चाहते कि लोगों को समय पर राहत मिल पाये। क्योंकि उनका उद्देश्य बाढ़ पीड़ितों की मदद करना नहीं, बल्कि कांगे्रस सरकार की छवि खराब करना मात्र है।
श्री दुबे ने बताया कि शिवराज सिंह चैहान केंद्र की भाजपा सरकार से लगातार संपर्क में हैं, वह भी सिर्फ इसलिए कि कहीं केंद्र समय रहते मध्यप्रदेश की मदद न कर दे। शिवराजसिंह चाहते हैं कि प्रदेश के नागरिकों को केंद्र द्वारा आर्थिक मदद न पहुंचायी जाये, इसलिए उन्होंने और मप्र के भाजपा के किसी भी सांसद ने केंद्र सरकार से मदद के लिए संपर्क तक नहीं किया। इतना ही नहीं उल्टे केंद्र ने राहत राशि 312 करोड़ रूपये पिछले वर्ष और इस वर्ष को मिलाकर कम करा दी।
श्री दुबे ने कहा कि कांगे्रस पार्टी लगातार भाजपा नेताओं से आग्रह करती रही कि केंद्र से प्रदेश के हक की राशि दिलवायें। जैसे केंद्र प्रायाजित योजनाओं के 6500 करोड़ रूपये, भावांतर के 1017 करोड़ रू., गेहूं खरीद के 1500 करोड़ रू. नल-जल योजना के 598 करोड़ रू., केंद्रीय सड़क निधि के 498 करोड़ रू., केंद्रीय करों में मप्र के हिस्से के 2677 करोड़ रू. तथा वर्तमान में बाढ़ से हुई क्षति के 12000 करोड़ रू.। मगर भाजपा के किसी भी नेता ने केंद्र से संपर्क करना तो दूर एक वक्तव्य भी अत तक नहीं दिया। जबकि कांगे्रस के वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश की प्रतिकूल परिस्थिति में केंद्र की तत्कालीन कांगे्रस सरकार से हर संभव मदद दिलाकर हमेशा उदाहरण प्रस्तुत किया।
यशस्वी मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जब कांगे्रस सरकार में केद्रीय मंत्री थे, तब प्रदेश की भाजपा सरकार उनके प्रदेश के विकास कार्यांे में राशि उपलब्ध कराने को लेकर प्रशंसा करते नहीं थकती थी। श्री सुरेश पचैरी जब प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष थे, तब वे स्वयं अपनी ही केंद्र की कांगे्रस सरकार से अनुरोध करने के लिए कई दिनों तक भूख हड़ताल पर बैठे और तत्कालीन प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह ने न सिर्फ मदद का आश्वासन दिया, अपितु केंद्र से तत्काल सैकड़ों करोड़ रूपयों की राशि हाथों-हाथ भिजवा दी।
मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज जी में जरा भी संवेदनाएं बाकी हों तो वे धरने की संकुचित मानसिकता की राजनीति छोड़कर तुरंत केंद्र से बाढ़ पीड़ितों के लिए 12000 करोड़ रूपये राहत राशि मंगवायें।

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