मां आप बहुत याद आती हो, किसी और रूप में लौटकर आना : शिवराजसिंह चौहान

शख्सियत Jan 25, 2020

 

पूर्व मुख्यमंत्री ने स्व. राजमाता विजयाराजे सिंधिया को पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

खबर नेशन /Khabar Nation
ग्वालियर।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री शिवराजसिंह चौहान शनिवार को ग्वालियर पहुंचकर स्व. राजमाता विजयराजे सिंधिया की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर उनके आदर्शों को जमीन पर उतारने की कोशिश करें।
देवी समान था अम्मा महाराज का व्यक्तित्व
पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चैहान ने कहा कि श्रद्धेय अम्मा महाराज का व्यक्तित्व देवी समान था। उनके चेहरे का तेज, उनकी वाणी का ओज,  जैसे सरस्वती उनकी जिह्वा पर विराजमान हों। अम्मा महाराज के सामने आने पर ऐसा एहसास होता था जैसे साक्षात देवी आशीर्वाद दे रही हैं। देवी की ऐसी प्रतिमूर्ति मैंने कभी नहीं देखी। अम्मा महाराज का यह दैवीय व्यक्तित्व उनके कर्मों के कारण था। आज अम्मा महाराज का भौतिक शरीर से हमारे बीच नहीं हैं पर उनके स्नेह की वर्षा सदैव हम पर हो रही है। सूक्ष्म शरीर से आपका आशीर्वाद हम सब प्रदेश व देशवासियों को मिलता है।
ममता की मूर्ति थीं राजमाता
श्री चैहान ने कहा कि मुझे याद है जब होशंगाबाद में बाढ़ आई थी,  तो अम्मा महाराज ने अनाज, कंबल और दैनिक उपयोग की वस्तुएं लेकर बाढ़ पीड़ितों की मदद की थी। जहां भी संकट आ जाए तो वह विचलित हो जाती थीं और मदद के लिए सबसे पहले पहुंचती थीं। उन्होंने कहा कि मुझे याद है जब मैं पदयात्रा का प्रारंभ करता था,  तो समापन अम्मा महाराज करती थीं। जब मैं उपचुनाव लड़ा तो सभाएं अम्मा महाराज करती थीं। आज भी वह पल याद आते हैं जब मेरी शादी हुई तो अम्मा महाराज मुझे आशीर्वाद देने आई थीं और जब मेरे बेटे का जन्म हुआ,  तो अम्मा महाराज ने गोद में लेकर प्यार और दुलार दिया था। ऐसी ममतामयी मां थी, श्रद्धेय राजमाता विजयाराजे सिंधिया। मैं अम्मा महाराज के स्नेह को व्यक्तिगत रूप से नहीं भूल सकता।
भाजपा की शिल्पी थीं अम्मा महाराज
श्री चैहान ने कहा कि अम्मा महाराज की पुण्यतिथि पर मैं बताना चाहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी का आज जो भव्य भवन प्रदेश व देश मैं खड़ा है,  उस भवन की शिल्पी श्रद्धेय राजमाता विजयाराजे सिंधिया थीं। यह हम कभी नहीं भूल सकते कि उन्होंने अपने परिश्रम से,  पसीने से,  संगठन की जड़ों को सीचा है और हम जैसे लाखों कार्यकर्ताओं को पुत्रों की तरह स्नेह दिया। आज हम सब उनका पुण्य स्मरण कर रहे हैं,  इस संकल्प के साथ कि आप राजपथ से जनपथ की ओर चलीं और आपने ऐसी राह बनाई राष्ट्र के पुनिर्निमाण की, जिस पर चलकर हम सब देश की सेवा करके उसे गौरवशाली,  वैभवशाली,  स्वच्छ और  संपन्न बना सकें।
हम विपक्ष को कुचलने वाली मानसिकता को कुचल देंगे
पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चैहान ने ग्वालियर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार को सत्ता के अहंकार और मद में इतना चूर नहीं होना चाहिए कि आप विपक्ष को कुछ भी कहते रहें। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र है और इसमें विपक्ष को विरोध करने का अधिकार है। श्री चैहान ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार अगर विपक्ष के इस अधिकार को कुचलना चाहती है, तो हम कुचलने वाली सरकार की इस मानसिकता को ही कुचल देंगे। चाहे कि इन अधिकारों को कुचल देगी तो हम इस कुचलने वाली मानसिकता को कुचल देंगे।

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