पंचतत्व में विलीन हुई स्व. मनोहर ऊटवाल की देह, पार्टी नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

शख्सियत Feb 01, 2020

 

 

 खबर नेशन / Khabar Nation

 

                आलोट। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधायक स्व. मनोहर ऊंटवाल  की अंत्येष्टि शुक्रवार को रतलाम जिले में स्थित उनके गृहनगर आलोट के अनादिकल्पेश्वर मुक्तिधाम में संपन्न हुई। उनकी अंतिम यात्रा निज निवास हाउसिंग बोर्ड कालोनी से हजारों की संख्या में लोगों ने अपने चहेते नेता को श्रद्धांजलि देकर रवाना किया। तिरंगे से लिपटा उनका पार्थिव शरीर करीब 2 कि.मी. मुख्य मार्ग से होते हुए मुक्तिधाम पहुंचा, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र श्री मनोज उंटवाल ने मुखाग्नि दी। अंतिम यात्रा में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री शिवराजसिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव, पार्टी के पदाधिकारी, सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।

 

जिम्मेदार कार्यकर्ता ही नहीं, जननेता थे स्व. ऊंटवाल : राकेश सिंह

 

                स्व. ऊंटवाल को भारतीय जनता पार्टी और उसके लाखों कार्यकर्ताओं की ओर से श्रद्धांजलि देते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह ने कहा कि उंटवाल अल्पायु में ही चले गए। यह भरोसा नहीं हो रहा है कि अब वे हमारे बीच नहीं हैं। कुछ दिन पहले मेरे साथ पार्टी की गतिविधियों पर चर्चा करने वाले ऊंटवाल जी आज हमारे बीच में नहीं है। उन्होंने कहा कि स्व. ऊंटवाल लगातार 4 बार विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री रहे। पार्टी एवं शासन के विभिन्न पदों पर रहते हुए स्व. उंटवाल श्रेष्ठ और प्रमाणिक कार्यकर्ता थे। वे ऐसा कार्यकर्ता थे जिन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपी गई उसको उन्होंने पूरे उत्साह और उमंग के साथ पूरी तरह निर्वहन किया। उनकी अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा और माता-बहनों के शोकाकुल चेहरे, साथ में चलने वालों की भावनाएं और आखों में आंसू यह प्रकट कर रहे हैं कि स्व. मनोहर उंटवाल लोगों के सुख-दुख में कंधे से कंधा मिलाकर हमेशा साथ खड़े रहे। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की अंतिम यात्रा यह बता देती है उसने अपने जीवन में क्या खोया और क्या पाया। आज हम यह कह सकते हैं कि स्व. उंटवाल ने जो पाया उससे भारतीय जनता पार्टी परिवार को उन पर गर्व है। इससे साबित होता है कि वे पार्टी के कार्यकर्ता ही नहीं,  बल्कि एक जननेता थे। श्री सिंह ने ईश्वर प्रार्थना की कि उनकी पुण्य आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दे।

 

मनोहर सब के मन में बसे थे, सब के मन को मोहा थाः शिवराजसिंह चौहान

 

                पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्व. ऊंटवाल का स्मरण करते हुए कहा कि बहुत ही दुःखी मन से आज अभिन्न मित्र एवं आगर के लोकप्रिय नेता श्री मनोहर ऊंटवाल जी को विदा किया। अंतिम यात्रा के दौरान उमड़े जनसमुद्र ने यह सिद्ध कर दिया कि मनोहर सबके मन में बसे थे और उन्होंने सबके मन को मोहा था। सहज, सरल सेवाभावी व्यक्तित्व के धनी थे। राष्ट्रीय स्वयं संघ के स्वयंसेवक के नाते अपना जीवन भारत माता के चरणों में समर्पित किया था। भाजपा के माध्यम से पहले संगठन का कार्य खड़ा करके विधायक, सांसद के नाते, प्रदेश सरकार के मंत्री के नाते उन्होंने सिद्ध कर दिया था कि साधारण दिखने वाले मनोहर असाधारण व्यक्ति और कृतित्व के धनी हैं। उनको जो काम दिया उसको पूरी कर्मठता, कुशलता, परिश्रमपूर्वक और ईमानदारी से किया। अभी भी उनसे बहुत उम्मीदें थी। प्रदेश की जनता को, संगठन को और हमें उनसे बहुत उम्मीदें थी। जब किसी क्षेत्र में चुनाव लड़ाने का सोचते थे, तो बार बार उनका ही नाम आता था। ऐसे मनोहर कम उम्र में चले गए। मनोहर के सपनों को आलोट, आगर और बदनावर में साकार करने का भारतीय जनता पार्टी और कार्यकर्ता पूरा प्रयास करेंगे। उनके जाने से सार्वजनिक जीवन और भाजपा की क्षति हुई है। दिल का कोना खाली और सूना हो गया, जिसको भरना आसानी से संभव नहीं है। वे सदैव अपने कल्याणकारी विचारों के माध्यम से हमारे बीच जीवित रहेंगे। ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। बड़े गौर से सुन रहा था जमाना, तुम ही सो गए दास्तां कहते कहते।

 

हमने विधानसभा में अपना साथी खो दिया है : गोपाल भार्गव

 

                नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने स्व. ऊंटवाल को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मनोहर उंटवाल जी असमय और अल्प आयु में ही चले गए। यह पार्टी ही नहीं बल्कि पूरे मध्यप्रदेश की अपूरणीय क्षति है। कमजोर आर्थिक परिस्थिति से आगे बढ़कर स्व. उंटवाल ने लगातार विधानसभा और लोकसभा में जनता का मन जीतने का काम किया। विकास के काम करते हुए उन्होंने जनता से आत्मीय संबंध बनाए। स्व. मनोहर जी की अंतिम यात्रा में जैसा जनसैलाब उमड़ा है, मैंने कभी नहीं देखा। उनका चला जाना हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है। विधानसभा में उनके वक्तव्य और उनकी भाषण शैली अद्वितीय थी। हमने विधानसभा में अपना साथी खो दिया है। उनके जाने से रिक्त हुए स्थान की पूर्ति होना संभव नहीं है। ईश्वर उनके परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। श्रद्धांजलि सभा को पार्टी के पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों सहित समाज के प्रतिष्ठित लोगों ने संबोधित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

 

                अंतिम यात्रा में पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती रंजना बघेल, वरिष्ठ नेता श्री कृष्णमुरारी मोघे, प्रदेश महामंत्री श्री बंशीलाल गुर्जर, विधायक श्री चेतन कश्यप, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह श्री शंभु गिरी, प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री लोकेन्द्र पाराशर, प्रदेश प्रवक्ता श्री राजपाल सिंह सिसोदिया, श्री चिंतामन मालवीय, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, श्री महेंद्र सिंह सोलंकी, पूर्व मंत्री श्री हिम्मत कोठारी, श्री पारस जैन, विधायक जगदीश देवड़ा, श्री प्रभाकर केलकर, कांग्रेस विधायक श्री मनोज चावला, जिलाध्यक्ष श्री दिलीप सकलेचा, रतलाम जिलाध्यक्ष श्री राजेन्द्रसिंह लुनेरा, विधायक डॉ. राजेन्द्र पाण्डे, श्री करणसिंह यादव, श्री मुरलीधर पाटीदार, श्री गोपाल परमार, श्री बहादुर सिंह, श्रीमती रेखा रत्नाकर, श्री बद्रीलाल सोनी, विधायक श्री माधव मारू, श्री मनोज चावला सहित क्षेत्रीय जनता में शामिल हुए।

 

 

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