बेतवा खतरे के निशान से 4 फिट ऊपर

 

नदी किनारे बसी सभी बस्तियां कराई खाली
खबर नेशन / Khabar Nation
विदिशा। रविवार दोपहर से बेतवा नदी में जल स्तर लगातार बढऩा शुरू हुआ जो सोमवार की देर शाम तक भी जारी रहा। दोपहर के समय तक बेतवा खतरे के निशान से 4 फिट ऊपर बह रही थी। वहीं नदी किनारे बसी तमाम बस्तियों को खाली करा लिया गया है। अधिकारी, जनप्रतिनिधि हालातों पर निगाह रखे हुए हैं। 
रविवार की दोपहर से विदिशा शहर और उसके आसपास बारिश नहीं हुई, यह एक राहत की बात थी। लेकिन भोपाल में कालियासोत और भदभदा के गेट खोले जाने के बाद से बेतवा नदी में लगातार जल स्तर बढ़ता जा रहा हे। बेतवा की सहायक नदियां उफान पर हैं तो रायसेन और उसके आसपास के क्षेत्रों में तालाबों का बढ़ा हुआ पानी भी बेतवा में आ रहा है। सोमवार की सुबह बेतवा का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया था। वहीं दोपहर होते-होते जल स्तर खतरे के निशान 1373 फिट से बढ़कर 1377 फिट तक पहुंंच गया। वहीं शाम की स्थिति में यह आंकड़ा 1378 फिट के आसपास पहुंच गया था। 
कई बस्तियां जल मग्न
बेतवा नदी के किनार बसी तमाम बस्तियां जल मग्न हो गई हैं। रंगई क्षेत्र में सुआखेड़ी और रंगई गांव के कुछ इलाके जल मग्न हैं। इधर बासौदा रोड पर नौलखी क्षेत्र में भी बस्ती जलमग्न है। रायपुरा बस्ती में भी पानी भर गया है। वाटर वाक्स रोड क्षेत्र में भी पानी भरने की वजह से यहां के लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। खामबाबा टीला, अमाछावर और नदी किनारे बसे अन्य क्षेत्रों में भी जलभराव की सूचना है। रंगई के पास पीलिया नाला से जुड़ी बस्ती काली माता मंदिर के पीछे के पूरे इलाके में पानी भरा हुआ है। यहां बेतवा समानांतर बह रही है। यहां की पूरी बस्ती भी खाली करा ली गई है। 
किनारे के मंदिर भी डूब में
बेतवा नदी के किनारे बने बाढ़ वाले गणेश मंदिर, रंगई हनुमान मंदिर, काली माता मंदिर, चरणतीर्थ क्षेत्र में शनि मंदिर सहित आसपास के अन्य मंदिरों में पानी भर गया है। बेतवा का जल स्तर मूर्तियों तक जा पहुंचा है। बाढ़ वाले गणेश मंदिर पर तैनात पुलिसकर्मियों को सोमवार की सुबह रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। 
700 लोगों का किया रेस्क्यू
कलेक्टर डा. पंकज जैन के अनुसार बेतवा के जल स्तर में लगातार बढ़ोत्तरी रविवार से ही शुरू हो गई थी जो सोमवार देर शाम तक जारी है। रातभर रेस्क्यू आपरेशन जारी रहा है। एसडीआरएफ, होमगार्ड और पुलिस ने लगभग 700 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है।  कलेक्टर ने बताया कि 
जिन-जिन स्थानों से बस्तियां खाली कराई गई हैं, उनके जनदीक शासकीय, अशासकीय स्कूलों और सरकारी भवनों में लोगों को ठहराया गया है। उनके खाने पीने की व्यवस्था की जा रही है। जल स्तर के लगातार बढऩे की स्थिति को देखते हुए भोपाल से कुछ वोट और अन्य सुरक्षा उपकरण मंगाए गए है। 
कई रास्ते बंद 
विदिशा से रायसेन का सड़क संपर्क बहुत पहले से टूटा हुआ है। सोमवार को ईदगाह से सांची रोड पर रंगई क्षेत्र में जल प्रलावन की वजह से रास्ता बंद कर दिया गया। अमराई होटल से लेकर रंगई हनुमान मंदिर तक बेतवा एक समान हो गई है। जिसके चलते रास्ता पूरी तरह बंद है। हालांकि सोमवार दोपहर तक वायपास रोड से भोपाल जाने के लिए रास्ता चालू था। दोपहर के बाद खबर आई कि सांची में शराब दुकान के सामने  पानी चार से पांच फिट होने के कारण हाईवे का यह रास्ता भी बंद कर दिया गया। जिससे भोपाल ओर विदिशा के बीच की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई। 
इधर बेतवा और बैस नदी में बढ़े जल स्तर की वजह से खामबाबा क्षेत्र में सड़क पर पानी आ गया। जिससे यहां का रास्ता भी बंद कर दिया गया। इस रास्ते के बंद होने पर विदिशा का गंजबासौदा, नटेरन, शमशाबाद सहित जिले के अन्य हिस्सों से सड़क संपर्क टूट गया है। उदगिरी सांची मार्ग भी बंद होने की वजह से यहां भी आवागमन बंद है। 
बाढ़ की इस स्थिति को देखने और जरूरतमंदों को मदद पहुंचाने के लिए नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन लोगों के बीच पहुंच रहे हैं तो वहीं विधायक शशांक भार्गव ने भी जलभराव की स्थिति का जायजा लिया।

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