कमलनाथ पहले सिख विरोधी दंगों में अपनी संलिपत्ता का स्पष्टीकरण देते हुए सिख समुदाय से माफी मांगकर प्रायश्चित करते तो अच्छा होता


 करतारपुर साहिब को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में जोड़ने का स्वागत -विश्वास सारंग
खबर नेशन / Khabar Nation
 भोपाल ।
पूर्व सहकारिता मंत्री व नरेला विधायक विश्वास सारंग ने करतारपुर साहिब को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में जोड़ने का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम 84 के सिख विरोधी दंगो में आया इसलिए उनके द्वारा यह कदम उठाना कहीं कोई राजनैतिक हथकंडा तो नहीं है?
विश्वास सारंग ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के वकील एच एस फूल्का के पास तो मुख्यमंत्री कमलनाथ के 84 के सिख विरोधी दंगों में शामिल होने के पुख्ता सबूत हैं और एसआईटी फिर से जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि दंगों में कमलनाथ की संलिप्तता के बारे में कांग्रेस जानती थी और इसी कारण से उन्हें 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले के कांग्रेस प्रभारी के पद से हटा दिया गया था।
विश्वास सारंग ने कहा कि अच्छा होता कमलनाथ पहले सिख विरोधी दंगों में अपनी संलिपत्ता का स्पष्टीकरण देते हुए सिख समुदाय से माफी मांगकर प्रायश्चित करते तो अच्छा होता।
सार्वजनिक रूप से नाक रगड़ कर माफी मांगे राहुल गांधी
पूर्व सहकारिता मंत्री व नरेला विधायक विश्वास सारंग ने कहा कि राफेल डील मामले में दाखिल रिव्यू पिटिशन को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। अब चौकीदार को गलत बताने वाले खुद चोर साबित हुये हैं। देश के प्रधानमंत्री का सार्वजनिक रूप से राहुल गांधी और कांग्रेस के नेताओं ने अपमान किया था। वह अपमान अकेले मोदी जी का नहीं था बल्कि देश की 130 करोड़ की जनता का अपमान था।
विश्वास सारंग ने कहा कि आज के फैसले से सुप्रीम कोर्ट ने बता दिया कि राफेल सौदा पूरी तरह से पारदर्षी तरीके से हुआ था और नियम अनुसार हुआ था इसलिये सभी तत्यों को ध्यान में रखकर ही यह फैसला लिया है।
श्री सारंग ने कहा कि अब राहुल गांधी और कांग्रेस के नेता पूरी तरह से बेनकाब हो चुके हैं। उन्हें अब प्रधानमंत्री मोदी जी से और देष की जनता से नाक रकड़ का माफी मांगना चाहिए।

Share:


Related Articles


Leave a Comment