"प्याज का सच" किताब से 35 IAS अधिकारी रोएंगे

 

नागरिक आपूर्ति निगम के पूर्व अध्यक्ष डॉ हितेश वाजपेई ने दी मध्यप्रदेश की सरकार को धमकी

खबर नेशन / Khabar Nation

मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम के पूर्व अध्यक्ष डॉ हितेश वाजपेई ने मध्यप्रदेश सरकार की प्याज खरीदी प्रक्रिया और वितरण पर सवाल उठाते हुए चेतावनी दी है । डॉ वाजपेई ने कहा है कि
यदि मैंने "प्याज का सच" किताब लिखी तो शायद लगभग 35 IAS अधिकारियों की आंखों में शर्म के आंसू आ जाएंगे जो अभी केवल जनता और किसान की आंखों में हैं ।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश सरकार इन दिनों प्याज की बढ़ती हुई कीमतों को लेकर प्रदेश की जनता को सत्तर रुपए किलो पर प्याज़ उपलब्ध करा रही है । प्याज की खरीदी , वितरण , परिवहन को लेकर उच्च शासकीय स्तर पर वैधानिक प्रक्रिया नहीं अपनाई गई है । डॉ वाजपेई ने एक ट्वीट के माध्यम से चेतावनी दी है । जब इस बारे में डॉ वाजपेई से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि

यह निर्णय कब लिया गया कि तथाकथित सस्ता प्याज 70 रुपए किलो में उपलब्ध कराना है ? यह किस बैठक में किस प्रक्रिया में कितनी मात्रा में और क्यों खरीदने का निर्णय लिया गया ? नागरिकों को कितना प्याज दिया जाएगा ? यह किस बैठक में तय किया गया था?
उन्होंने कहा कि किन व्यापारियों से और किस दर पर क्या प्रक्रिया अपनाकर अभी तक कितना प्याज खरीदा जा चुका है ?
प्याज खरीदी में सरकार को कितना घाटा हो रहा है ? परिवहन के टेंडर कब बुलाए गए? डॉ वाजपेई ने कहा कि इसकी कोई भी प्रक्रिया और जानकारी सरकार ने अभी तक जाहिर नहीं की है ।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जो लोग मध्यप्रदेश के प्याज नहीं खाते हैं उनका पैसा इस मद पर खर्च क्यों कर रही है सरकार ।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष रहते हुए प्याज परिवहन में गड़बड़ियों को लेकर डॉ वाजपेई ने काफी महत्वपूर्ण सवाल उठाए थे । जिसको लेकर ना तो तात्कालीन भाजपा सरकार ने कोई कदम उठाएं थे और ना ही वर्तमान सरकार कोई कदम उठा रही है ।

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