मोदी - शाह के अरमानों पर पानी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वीटों पर बचे शिवराज

हालिया घोषित 57 भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशियों को बचा ले गए उनके आका

गौरव चतुर्वेदी / खबर नेशन /Khabar Nation

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मजबूरन प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के अरमानों पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दबाव के बाद अंततः शिवराज को भाजपा ने सीहोर जिले की बुदनी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित कर दिया है। कल ही भाजपा ने 57 प्रत्याशी घोषित किए हैं। जिनमें 24 मंत्री और 33 विधायकों को रिपीट किया गया है। इनमें से मात्र दो प्रत्याशियों के विधानसभा क्षेत्र बदले गए हैं।

गौरतलब है कि भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 को के लिए अभी तक 136 प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। पहली दो लिस्ट 39-39 प्रत्याशियों की घोषित की थी। जिसमें हारी हुई सीटों पर नाम तय किए गए थे। एक सिंगल नाम की सूची गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से भाजपा में शामिल हुई कैंडिडेट के बारे में था। दूसरी लिस्ट में शामिल नामों ने राजनीतिक विश्लेषकों के साथ साथ पार्टी के आला नेताओं को चौंका दिया। इस लिस्ट में 3 केंद्रीय मंत्रियों सहित 4 सांसद और एक राष्ट्रीय पदाधिकारी का नाम था।

जिसके बाद यह संभावना व्यक्त की जा रही थी कि संभवतः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। यह संभावना इसलिए जताई जा रही थी क्योंकि संगठन के सारे नियंत्रण केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने हाथों में लेते हुए सारी प्रमुख जबाबदारियां दिल्ली के नेताओं को सौंप दी। इसी दौरान भाजपा ने अपने प्रचार अभियान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पीछे करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगे रखने की मुहिम को तेज गति से बढ़ा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मध्यप्रदेश में अपने दौरे की गति बढ़ा दी और सार्वजनिक तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज को अपेक्षित महत्व ना देने की शुरुआत कर डाली। आला नेताओं के विरोधी रुख को भांपते हुए शिवराज ने अपना भावनात्मक ट्रंप कार्ड खेलना शुरू कर दिया। सूत्रों के अनुसार शिवराज ने इसी दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में अपने आला संपर्कों को केंद्र के रुख को बदलने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया। 

सूत्रों के अनुसार अंततः संघ ने अपने वीटों का उपयोग करते हुए केंद्रीय नेतृत्व को किसी ऐसे निर्णय को ना किए जाने की हिदायत दे डाली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अभी भी शिवराज सिंह चौहान में भविष्य के राष्ट्रीय नेता की तस्वीर को देख रहा है जो मोदी और शाह को मंजूर नहीं है। क्योंकि भविष्य में राजनाथ सिंह , नितिन गडकरी, योगी आदित्यनाथ और शिवराज सिंह चौहान भाजपा का प्रमुख चेहरा बन सकते हैं। मोदी और शाह अपने प्रतिद्वंद्वी खड़े नहीं होने देना चाहता है।

सबसे बड़ा सर्वे :

मध्यप्रदेश का सबसे भ्रष्ट मंत्री कौन?

जवाब देगी जनता 

मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 में संभावित हैं। विपक्षी दल कांग्रेस मध्यप्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहा है। खबर नेशन यह नहीं कहता कि सभी मंत्री भ्रष्ट हैं।

जनता जनार्दन भी कई मंत्रियों के भ्रष्टाचार का शिकार हुई है। आखिर क्या है वस्तु स्थिति?

कौन है मध्यप्रदेश का भ्रष्ट मंत्री

जनता फैसला करेगी।

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धन्यवाद

गौरव चतुर्वेदी

खबर नेशन

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