यह उपचुनाव झाबुआ के विकास का चुनाव है : डॉ. सहस्त्रबुद्धे

 

प्रदेश प्रभारी ने कहा-विकास के लिए भानू भूरिया की जीत जरूरी

 

                झाबुआ। झाबुआ विधानसभा का उपचुनाव झाबुआ के विकास का चुनाव है। प्रदेश में 10 माह की कमलनाथ सरकार के मंत्रियों के भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। इस सरकार ने श्री शिवराजसिंह चौहान की सरकार द्वारा लागू की गई जनकल्याणकारी योजनाओं को भी बंद करके गरीबों को ठगा है। भ्रष्टाचार में लिप्त इस सरकार को हटाने के लिए यह महत्वपूर्ण चुनाव है। यह बात बुधवार को झाबुआ में सेक्टर बैठक को संबोधित करते हुएं पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, प्रदेश संगठन प्रभारी व सांसद डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने कही।

कांग्रेस के मुगालतों को ध्वस्त करेगी जनता

                डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिये भानू भूरिया को जिताना जरूरी है। इससे पहले विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने भारतीय जनता पार्टी के श्री गुमानसिंह डामोर को आशीर्वाद दिया था। क्षेत्र की जनता भाजपा को एक बार फिर आशीर्वाद देकर कांग्रेस के सभी मुगालतों को ध्वस्त करेगी। डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि कांग्रेस के नेता तरह-तरह के प्रलोभन देगें, जिस पर हमें पूरी नजर बनाये रखना होगी। उन्होंने कहा कि यह कमल की भूमि है, इसलिये 21 तारीख को भाजपा के पक्ष में अधिक से अधिक मतदान कराने के लिये परिश्रम करना है।

भानू भूरिया को जिताकर मोदी जी के हाथ मजबूत करें

                डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर में धारा 370 के कलंक को हटाने का जो साहसिक निर्णय लिया, उसका पूरे विश्व में स्वागत हुआ है। जम्मू कश्मीर को वास्तविक तौर पर भारत का अभिन्न अंग बन गया है। वहां अलगाववाद की परिस्थिति को भी हटा दिया गया है। महिलाओं पर होने वाले अत्याचार समाप्त हुए हैं,  जनजातीय वर्ग पर होने वाले अत्याचारों पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि हमें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथ मजबूत करने के लिये झाबुआ उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया को प्रचंड मतों से जिताने के लिये परिश्रम करना है ।

दिल्ली से लेकर झाबुआ तक परिवारवाद

                पूर्व सांसद श्री सत्यनारायण जटिया, सांसद श्री छतरसिंह दरबार ने भी सेक्टर बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भानू भूरिया को विजयी बनाने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि कांतिलाल भूरिया एवं भानू भूरिया में कोई तुलना नहीं है। दिल्ली में सोनिया गांधी के बाद राहुल गांधी और राहुल गांधी के बाद फिर से सोनिया गांधी को कमान सौंप दी गई है,  परिवारवाद चल रहा है। वही क्रम झाबुआ में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया को लेकर भी चल रहा है। यह मामा बालेश्वरदयाल एवं भागीरथ भंवर जैसे तपोनिष्ठ नेताओं की भूमि है। एक बार जब कांग्रेस यहां से हटाई जा चुकी है, तो उसे फिर से मौका नहीं मिलना चाहिए। सेक्टर बैठक में संभागीय संगठन मंत्री श्री जयपालसिंह चावडा, इंदौर जिला अध्यक्ष श्री गोपीकृष्ण नेमा सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी उपस्थित थे।

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