मध्यप्रदेश श्रम सीकरों का सम्मान करने वाला देश में अग्रणी राज्य बना

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लुणावत ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेश के असंगठित मजदूरों को सामाजिक, आर्थिक कवच देकर सूखे, मुरझाए चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी हैं। असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के श्रम सीकरों का सम्मान करके उनकी जिन्दगी से अनिश्चित भविष्य की आशंका समाप्त करने की मानवीय पहल की हैं। असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले पुरूषों की तरह महिला श्रमिकों को भी सौगात दी हैं। जिससे उन्हें प्रसूतिका के रूप में निश्चित अवकाश के साथ पोषण आहार की चिंता से मुक्त कर दिया हैं। श्रमिकों के लिए सामाजिक, आर्थिक सुरक्षा पेंशन का प्रावधान करके मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मानवोचित पहल की हैं जो ऐतिहासिक एवं अभिनंदनीय हैं।

उन्होंने कहा कि मजदूरों को सुरक्षा के साथ सम्मान देने का यह क्रम प्रदेश की 2300 से अधिक ग्राम सभाओं में इस तरह आरंभ किया गया कि प्रदेश का कोई भी श्रमिक इसके लाभ से वंचित नहीं रहेगा। ग्राम सभाओं में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की सूची का पारायण किया गया और जो सूचीबद्ध नहीं थे उन्हें मौके पर पंजीयन का अवसर दिलाया गया। मध्यप्रदेश में आयोजित इस अभियान के केन्द्र में मजदूर ही धुरी था और उसे पंजीयन से मिलने वाले लाभ से परिचित करा दिया गया हैं। ग्राम सभाओं में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के संबोधन का प्रसारण होने से ग्राम सभाओं में मौजूद लाखों मजदूरों ने अपने भविष्य के प्रति राज्य सरकार की सकारात्मक पहल को सराहा।

लुणावत ने कहा कि ढाई एकड़ के काश्तकार से लेकर घरेलू श्रमिक, फेरी लगाने वाले, दुग्ध श्रमिक, पत्थर तोड़ने वाले, ईट भट्टा पर काम करने वाले, मोटर परिवहन के काम करने वाले, आटो चालक, मिल कारखाना में काम करने वालों, कचरा उठाने वाले, सफाई कर्मी, हम्मान, तुलावटी, गृह उद्योगों में मजदूरी करने वाले सभी इन सुविधाओं के हकदार होंगे। मजदूरों को आवासीय पट्टा, पक्का मकान, उन्नत औजार के लिए सुविधा, बच्चों को शिक्षा किफायती बिजली, आजीविका के लिए रिक्शा, ठेला, आटो चलाने वालों को अपने वाहन के गौरव से नवाजा जायेगा। (खबरनेशन / Khabarnation)
 

 

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