स्वार्थ आधारित, सपा-बसपा गठबंधनः शिवराज

राजनीति Feb 05, 2019

बाराबंकी की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा- नेता, नीति और नियति विहीन है विपक्ष

खबरनेशन/Khabarnation  

भोपाल। अपने-अपने राजनीतिक स्वार्थों के चलते कई विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी जी के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। लेकिन इन गठबंधनों का कोई भविष्य नहीं है, क्योंकि विपक्षी दलों के पास न तो नेता है, न कोई नीति है और न ही उनकी कोई नियति है। यह बात मंगलवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान ने उत्तरप्रदेश के बाराबंकी में आयोजित बाराबंकी, अयोध्या एवं अम्बेडकर नगर के सेक्टर संयोजक, प्रभारियों, लोकसभा चुनाव के प्रभारी, संयोजक एवं जिला अध्यक्षों की बैठक में कही।

उत्तरप्रदेश के बाराबंकी, आयोध्या एवं अम्बेडकर नगर लोकसभा क्षेत्रों के पार्टी पदाधिकारियों की बैठक मंगलवार को बाराबंकी में आयोजित की गई। इस बैठक में शामिल में 2000 से अधिक पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बनता था। भारत माता की जय और जय श्रीराम के नारों से सम्पूर्ण ऑडिटोरियम गूंजता रहा। इस बैठक में पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को आगामी कार्यक्रमों की जानकारी भी दी गई। बैठक में उपस्थित पार्टीजनों का अभिनंदन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मैं उत्तरप्रदेश की जनता व पार्टी के कार्यकर्ताओं का अभिनंदन करना चाहता हूँ कि उन्होंने एकजुटता का परिचय देकर पिछले लोकसभा चुनाव में हमारे यशस्वी नेता श्री नरेंद्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया।

चौकीदार को हटाने एक हो रहे चोर

कार्यक्रम के मुख्य पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने उत्तरप्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन पर जमकर चुटकियां लीं। उन्होंने एक फिल्मी गीत की तर्ज पर कहा कि आंखों ही आंखों में इशारा हो गया, बबुआ बुआ के सहारे हो गया’। विपक्षी एकता की चर्चा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि कभी उत्तरप्रदेश में महागठबंधन बनता है, तो कभी पश्चिम बंगाल में विपक्षी नेता एकजुट होते हैं। इन्हें कितना डर है सीबीआई का। मैं पूछता हूं, अगर तुमने कुछ गड़बड़ नहीं की तो डरते क्यों हो भाई ?  चौहान ने कहा कि सभी चोर मिलकर चौकीदार को हटाने में लगे हुए हैं।

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