जागती सरकार के विरोध में आंदोलन किस मुंह से

राजनीति Sep 10, 2019

भाजपा झाँझ-मजीरे व घंटे जरूर बजाएं, लेकिन देशव्यापी मंदी व
खराब आर्थिक स्थिति को लेकर कुंभकर्णीय नींद में सोयी अपनी
केंद्र सरकार को जगाने के लिए मध्यप्रदेश में कमलनाथ जी के
नेतृत्व में सरकार 24 घंटे जागकर काम कर रही है
जो खुद 15 वर्ष गहरी नींद में सोये रहे, वह 8 माह की
 

कमलनाथ सरकार अगले 5 वर्ष में प्रदेश में विकास के इतने
आयाम स्थापित करेगी कि भाजपा को अपने 15 वर्ष के
शासन पर खुद शर्म आएगी: नरेन्द्र सलूजा

खबर नेशन /Khabar Nation

भोपाल, 

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया है कि भाजपा झाँझ-मंजीरे व घंटे जरूर बजाये लेकिन देशव्यापी मंदी व खराब आर्थिक स्थिति के मामले में कुंभकर्णीय नींद में सोयी अपनी केंद्र सरकार को जगाने के लिये। मध्यप्रदेश में तो कमलनाथ सरकार 24 घंटे जागकर विकास के कार्य निरंतर कर रही है। उसके कार्यों से तो प्रदेश में विपक्ष में बैठी भाजपा जरूर गहरी नींद में सो चुकी है क्योंकि जो काम भाजपा अपनी 15 वर्ष की सरकार में नहीं कर पाई, वह काम कांग्रेस की 8 माह की सरकार ने कर दिखाया है।
कमलनाथ सरकार 5 वर्ष में प्रदेश को विकास की दृष्टि से इतना आगे ले जाएगी कि भाजपा को अपने 15 वर्ष के शासनकाल पर खुद शर्म आएगी। चाहे किसानों की कर्ज माफी हो, युवाओं को रोजगार देने की बात हो, सस्ती बिजली देने की बात हो, बिजली दर हाफ की बात हो, पिछड़े वर्ग को आरक्षण देने की बात हो, मिलावट के विरुद्ध अभियान की बात हो, गौशालाओं के निर्माण की बात हो, राम वन गमन पथ के निर्माण की बात हो, महाकाल मंदिर के विकास की बात हो या आदिवासियों के साहूकारी कर्ज माफी की बात हो, कमलनाथ सरकार ने ऐसे कई सैकड़ों उल्लेखनीय निर्णय लिए हैं, जो प्रदेश को विकास की दृष्टि से देश के शीर्ष राज्यों में ले जाएंगे।
सलूजा ने कहा है कि भाजपा को तो देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए व मंदी की मार को देखते हुए प्रदेश भर में घंटे-घड़ियाल व झाँझ-मजीरे जरूर बजाना चाहिए। किस प्रकार से जीडीपी विकास दर 6 साल में सबसे कम 5ः तक लुढ़क गई है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 95: की गिरावट आकर ग्रोथ 12.1ः से घटकर 0.6ः रह गई है। कृषि क्षेत्र में ग्रोथ 5.1ः से घटकर 2ः रह गई है। कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 9.6ः से घटकर 5.7ः ग्रोथ रह गई है। औद्योगिक ग्रोथ 9.8ः से गिरकर 2ः तक पहुंच गई है।

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आर्थिक मंदी का देश में ऐसा दौर आया है कि व्यापार -व्यवसाय, उद्योग जगत तबाही की कगार पर खड़ा है, चारों और मंदी का वातावरण है। करोड़ों नौकरियां खतरे में है। 84 साल के इतिहास में पहली बार रिजर्व बैंक का रिजर्व फंड 1 लाख 76 करोड़ करोड़ भी ले लिया गया है।10 सरकारी बैंकों का विलय कर चार बैंक बनाने की घोषणा हो चुकी है। उसके बाद भी यह स्थिति स्पष्ट नहीं है कि इस रिजर्व फंड का कहाँ उपयोग होगा? सरकार के सारे प्रयास नाकामयाब साबित हो चुके हैं। आर्थिक मंदी से ध्यान हटाने के लिए दूसरे संवेदनशील मुद्दों को हवा दी जा रही है। पूरे देश में आर्थिक मंदी से हाहाकार मचा हुआ है। ऐसे में प्रदेश भाजपा का कर्तव्य बनता है खुद के महिमामंडन में जुटी कुंभकर्णीय नींद में सोयी अपनी केंद्र की मोदी सरकार को जगाने के लिए उसे घंटा बजाओ आंदोलन जिला स्तर पर करना चाहिए।

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