"जेईई मेंस" और मेडिकल प्रवेश परीक्षा "नीट" के परीक्षार्थी को परिवहन सुविधा और निशुल्क आवास मुहैया कराए सरकार
राज्य सरकारों को निर्देशित किए जाने की केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल से मांग
खबर नेशन / Khabar Nation
"जेईई मेंस" और मेडिकल प्रवेश परीक्षा "नीट" के परीक्षार्थी को परिवहन सुविधा और निशुल्क आवास मुहैया कराए सरकार | इस बारे में राज्य सरकारों को निर्देशित किए जाने की केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल से मांग करते हुए मध्यप्रदेश खनिज विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष गोविन्द मालू ने पत्र लिखा है | उन्होने पत्र में विरोध करने वाली राज्य सरकारों और राजनीतिक दलों को शिक्षा व्यवसायों के हाथों में खेलने का आरोप भी लगाया है |
इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा "जेईई मेंस" और मेडिकल प्रवेश परीक्षा "नीट" को सात राज्यों के विरोध को न मानते हुए, समय पर कराना चाहिए, छात्र भी चाहते हैं कि परीक्षा समय पर हो इसलिए 90% ने प्रवेश पत्र भी डाउनलोड कर लिए हैं। कड़ी प्रतिस्पर्धा के युग में छात्रों ने अपनी तैयारी लॉक डाउन के समय से कर रखी है।
यदि समय पर किन्हीं राज्यों की व्यवस्था बनाने में अक्षमता के कारण नहीं करवाई तो छात्रों को मानसिक तनाव और वेदना तो होगी ही, उन्हें डिप्रेशन का भी शिकार होना पड़ सकता है।
ऐसा मैं मानता हूँ कि निजी शैक्षणिक संस्थानों को लाभ पहुँचाने की नीयत से भी ये परीक्षा अभी कुछ राज्य और राजनीतिक दल स्थगित करना चाह रहे हैं।
मुझे लगता है कि,पूरी सतर्कता और सावधानी के प्रयास राज्य सरकारें करें तो तीन घण्टे में कोई नुकसान नहीं होगा, साथ ही राज्य सरकारों को छात्रों के आने जाने के लिए विशेष परिवहन साधनों की सहूलियत उपलब्ध कराने के साथ निवास के सशुल्क व्यवस्थाएं करने की दिशा में व्यवस्था के साथ समुचित निर्देश भी जारी करना चाहिए।
ऐसे परिपत्र केंद्र सरकार भी राज्यों को जारी करे तो बच्चों पर उपकार होगा।ताकि, छात्रों विशेषकर बालिकाओं को दूर से आने में परिवहन और निवास की परेशानी न हो। हम "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" का अभियान पूरे देश में चला रहे हैं, इस अभियान की सार्थकता भी हमारे कर्तव्य में निहित है।
बेटे बेटियों के भविष्य के लिए क्या सरकारें अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा सकती? यह हमारा सामाजिक दायित्व है, क्योंकि हम भारत की भावी पीढ़ी की आधारशिला के निर्माण का काम कर रहे हैं।
आपके लौह प्रयासों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए, कामना करता हूँ कि ये परीक्षाएँ
तमाम भय और आशंकाओं को आपके और सरकार के प्रयास निर्मूल साबित करेंगें, जिससे हम लाखों प्रतिभाओं का भविष्य सुनहरा कर रहे होंगें।