वाहन स्वामी पर विधि अनुसार कार्यवाही करें: आयोग

खबर नेशन / Khabar Nation  

आयोग ने अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, भोपाल से मांगा प्रतिवेदन

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग को आज भोपाल के एक वाहन क्रमांक एमपी 04 सीएन 2631 का छायाचित्र प्राप्त हुआ। वाहन की नंबर प्लेट पर राष्ट्रीय महासचिव, राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन भी लिखा हुआ है। अतः आयोग के नाम के दुरूपयोग की आशंका के मद्देनजर आयोग द्वारा इस वाहन की फोटो अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (नगरीय) भोपाल को भेजकर उनसे वाहन स्वामी के विरूद्ध विधि अनुसार कार्यवाही कर आयोग को 12 अप्रैल 2023 तक प्रतिवेदन देने को कहा है।

नौ मामलों में स्वतः संज्ञान
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष मनोहर ममतानी एवं माननीय सदस्य राजीव कुमार टंडन ने नौ मामलों में संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है।
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने भोपाल शहर के हलालपुर इलाके में तीन से अधिक मैरिज गार्डन हाईटेंशन लाईन के नीचे ही संचालित होने के मामलें में संज्ञान लिया है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जिम्मेदार अफसरों की अनदेखी के चलते यहां हाईटेंशन लाईनों के नीचे ही रोजना शादियां हो रही है। कार्यवाही करना तो दूर, जिम्मेदार अफसर मौके पर देखने तक नहीं जाते। इससे हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है। मामले में आयोग ने मुख्य प्रबंध निदेशक (सीएमडी) मध्य क्षेत्र विविकंलि, भोपाल तथा कमिशनर नगर निगम, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने शहडोल जिले के सामतपुर में तीन माह की मासूम बच्ची को 24 बार सलाखों से दागने के कारण बच्ची की हालत बेहद गंभीर होने के मामले में संज्ञान लिया है। बच्ची शहडोल के मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। बच्ची की मां सोनू कोल ने बताया, उसे सांस लेने में दिक्कत है। मामले में आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक शहडोल से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने छतरपुर जिले के लवकुश नगर थाना इलाके में एक दबंग व्यक्ति द्वारा 17 साल की छात्रा से शारीरिक शोषण की घटना की शिकायत करने पर पुलिस द्वारा केवल मारपीट का केस दर्ज करने के मामले में संज्ञान लिया है। आरोपी इलाके रसूखदार परिवार से है। छात्रा ने आरोप लगाया है कि आरोपी नौ माह से उसका शारीरिक शोषण कर रहा है और उसने गोली खिलाकर छात्रा का गर्भ भी गिरवा दिया। फिर भी पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। मामले में आयोग ने उप पुलिस महानिरीक्षक, छतरपुर से प्रकरण की जांच कराकर एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने जिला अस्पताल सीधी में अशोक कोल की मौत हो जाने के बाद उसके घर तक शव ले जाने के लिये परिजनों द्वारा मिन्नतों के बाद भी उन्हें शव वाहन नहीं मिलने के कारण उसके परिजन शव को ठेले में रखकर घर ले जाने के मामले में संज्ञान लिया है। अशोक मजदूरी करता था, वह किराये पर रहता था। मामले में आयोग ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सीधी से प्रकरण की जांच कराकर शव वाहन/शव ले जाने के लिए एंबुलेंस की उपलब्धता के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने जिला अस्पताल झाबुआ में विगत अगस्त 2022 में लगाये गये नसबंदी शिविर में तीन माह की एक गर्भवती महिला की नसबंदी कर दिये जाने का मामला सामने आने पर संज्ञान लिया है। महिला के अनुसार जब से नसबंदी हुई, तब से पेट फूलने लगा। दर्द होने पर सोनोग्राफी कराई तो उसमें आठ माह से गर्भवती होने का पता चला। पीड़िता के पति ने बताया कि उसके पहले से चार बच्चें हैं। परिवार नियोजन के लिये नसबंदी करायी थी, पर डॉक्टर ने बिना जांच के ही पत्नी की नसबंदी कर दी। मामले में आयोग ने कलेक्टर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, झाबुआ से प्रकरण की जांच कराकर गर्भवती महिला के स्वास्थ्य एवं गर्भस्थ की सुरक्षा तथा त्रुटिकर्ता अधिकारी/कर्मी के विरूद्ध की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने शहडोल जिले में बाघ के हमले से एक अधेड़ व्यक्ति की मौत हो जाने के मामले में संज्ञान लिया है। मृतक की पहचान बुद्धु अगरिया, ग्राम कैल्होरी के रूप में हुई है। वह मछली पकड़ने के लिए कैल्होरी गुडरू नदी, कछोड़ गया था। यहां बाघ ने उस पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। बुद्धु घर वापस नहीं लौटा तो परिजन तलाश में पहुंचे, तो उसका क्षत-विक्षत शव मिला। मामले में आयोग ने कलेक्टर एवं वनमंडलाधिकारी, शहडोल से मृतक के परिजनों को देय मुआवजा राशि के भुगतान एवं प्रभावित रिहायशी क्षेत्र में निवासियों की सुरक्षा के संबंध में किये गये उपयो के बारे में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने शिवपुरी जिले मे बदरवास नगर के वार्ड क्रमांक 11 के निवासी एक परिवार के दो बच्चे चलते फिरते अचानक अपंग हो जाने के मामले में संज्ञान लिया है। दोनों बच्चों के पैर के निचले हिस्से काम नहीं कर रहे हैं। ये बच्चे स्वयं दैनिक कार्यों के लिये भी नहीं जा पा रहे हैं। परिवार दोनों बेटों का ईलाज महानगरों में भी करा चुका है, लेकिन बीमारी बढ़ती ही जा रही है। अब इन बच्चों का स्कूल जाना भी बंद हो गया है। मामले में आयोग ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, शिवपुरी से प्रकरण की जांच कराकर पीड़ित बच्चों को हुई बीमारी, उसके कारण एवं ईलाज के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने खण्डवा जिले में वन कटाई के मामले में बीते शनिवार को एक युवक को हिरासत में लेने पर ग्रामीणों द्वारा पांच वनकर्मियों को बंधक बना लिये जाने के मामले में संज्ञान लिया है। कुमठा सर्कल के नाहरमल बीट के गांव टाकलबेड़ी के निकट बीते शनिवार को अनुविभागीय अधिकारी (वन) गश्त के दौरान एक संदेही को पूछताछ के गुड़ी कार्यालाय लाये थे। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने बाईक से गश्त कर रहे वन कर्मचारियों को बंधक बना लिया और युवक को छोड़ने की बात पर अड़ गये। मामले में आयोग ने वनमंडलाधिकारी, खण्डवा से जवाब मांगा है।

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने खरगौन जिले के सनावद थानाक्षेत्र में रस्सी से बांधकर तीन लोगों द्वारा एक महिला की बड़ी बेरहमी से पिटाई करने के मामले में संज्ञान लिया है। आरोपी महिला का घर तोड़ने और उसे जान से मारने की धमकी दे रहे थे। एक युवक ने महिला के बेटे को फोन पर जानकारी दी। बेटे ने डायल 100 को फोन लगाकर बताया। पुलिस आई और उसने महिला को छुड़ाया, परंतु पुलिस ने मामूली धाराओं में केस दर्ज किया है। मामले में आयोग ने पुलिस अधीक्षक, खरगौन से जवाब मांगा है।



लिखें और कमाएं        
मध्यप्रदेश के पत्रकारों को खुला आमंत्रण आपके बेबाक और निष्पक्ष समाचार जितने पढ़ें जाएंगे उतना ही आपको भुगतान किया जाएगा 1,500 से 10,000 रुपए तक हर माह कमा सकते हैं अगर आप इस आत्मनिर्भर योजना के साथ जुड़ना चाहते हैं तो संपर्क करें:
गौरव चतुर्वेदी
खबर नेशन
9009155999

 

 

 

Share:


Related Articles


Leave a Comment