सीनियर रेसीडेंट के 354 नवीन पदों के सृजन को मंत्रि-परिषद की स्वीकृति

Khabar Nation
भोपाल
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता और उपलब्धता को सुदृढ़ बनाने के लिए सरकार सतत प्रयासरत है। नॉन क्लीनिकल एवं पैरा क्लीनिकल संकायों में सीनियर रेसीडेंट की नियुक्तियाँ चिकित्सा महाविद्यालयों को मजबूती प्रदान करेंगी। इससे स्नातकोत्तर छात्रों को प्रशिक्षण का अवसर मिलेगा और प्रदेश को कुशल चिकित्सा शिक्षक भी उपलब्ध होंगे।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व और सतत मार्गदर्शन में चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था को नई ऊँचाइयाँ मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रदेश की भावी पीढ़ी के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक साबित होगा।
मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश के 13 स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालयों में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के मापदण्डों अनुसार मान्यता प्राप्त करने के लिए सीनियर रेसीडेंट के 354 नवीन पदों के सृजन की स्वीकृति प्रदान की गई है। ये पद भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सतना, विदिशा, रतलाम, खण्डवा, शहडोल, शिवपुरी, दतिया और छिंदवाड़ा स्थित चिकित्सा महाविद्यालयों में सृजित किए गए हैं। इस निर्णय से चिकित्सा महाविद्यालयों का सुचारू संचालन सुनिश्चित होगा और स्नातकोत्तर उत्तीर्ण छात्र वहीं सीनियर रेसीडेंटशिप कर सकेंगे। साथ ही नॉन क्लीनिकल एवं पैरा क्लीनिकल संकायों में प्रदेश को योग्य चिकित्सा शिक्षक भी मिल सकेंगे।