भानुमति के कुनबा ने कभी कोई लक्ष्य हासिल नहीं किया

अस्तित्व रक्षा के लिए एकता का प्रहसनः डॉ. विजयवर्गीय

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि गत दिवस बैंगलुरू में कुमार स्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी दलों की एकता का प्रदर्शन करने वामपंथी, दक्षिण पंथी, जातिवादी, क्षेत्रवादी क्षत्रपों का जमावड़ा हुआ और विपक्ष की एकता का जोरदार प्रदर्शन किया गया, लेकिन इस भानुमति के कुनबे की चिंता सिर्फ अपना वजूद कायम करने की थी। भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के सतत विस्तार से भयभीत राजनैतिक दल वही हैं जो 2014 में नरेन्द्र मोदी का रास्ता रोकने के लिए अवरोध खड़े करते थक गए। कांग्रेस तो सिमटकर 44 पर रह गयी। दूसरे दल भी सिमटकर अपने मांझ तक सीमित हो गए। तथापि इस कुनबे की यह बात समझ में नहीं आयी कि लक्ष्य विहीन गठबंधन तो फिसलती रेत साबित होती हैं।

उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी की राजनैतिक क्षमता के सामने विपक्षी दलों को जनता ने नकारा फिर भी पिछले दरवाजे से सत्ता की कुर्सी हथियाने की साध संजोए हुए हाथ में हाथ डालकर अपने जख्म सहला रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता दल सेकुलर सहित इन दलों में यदि थोडी बहुत नैतिकता होती तो वे हाल के चुनावों में मिली पराजय को स्वीकार करते और देश में राजनैतिक स्थिरता को कायम रखकर मोदी सरकार के अच्छे कामों को और बेहतर बनाने में योगदान करते, लेकिन इन विपक्षी दलों ने गठबंधन बनाकर जिस तरह एक मंच पर एकता का प्रदर्शन किया हैं उससे यही संदेश मिलता हैं कि इन दलों के सामने राजनैतिक शुचिता, वैचारिक प्रतिबद्धता, संवैधानिक शुचिता, वैचारिक प्रतिबद्धता, संवैधानिक निष्ठा और मतदाताओं द्वारा किए गए जनादेश का कोई महत्व नहीं हैं।

डॉ. विजयवर्गीय ने कहा कि राजनीति में नेतृत्व की क्षमता का आंकलन किया जाता हैं। जहां तक राहुल गांधी का सवाल हैं उनके नेतृत्व में कांग्रेस 25 चुनाव हार चुकी हैं। कांग्रेस 14 राज्यों से अपना बिस्तर बोरिया बांध चुकी हैं और 2014 के बाद से अब तक21 राज्यों में भगवा फहराया जा चुका हैं। विचार शून्य, एजेंडा हीन, सिद्धांतविहीन एकता की कोई उम्र नहीं होती हैं। अलबत्ता गठबंधन शिल्प का अटलबिहारी वाजपेयी ने शुचिता के आधार पर ताना बाना बुना और 6 वर्षो तक सरकार चलाई। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन ने देश की साख, मान मर्यादा दुनिया में बढ़ायी हैं। एनडीए का स्पष्ट एजेंडा सबका साथ सबका विकास हैं। (खबरनेशन / Khabarnation)
 

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