मानव अधिकार आयोग ने मांगा 5 मामलों में संज्ञान
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोेग, भोपाल (म.प्र.)
Khabar Nation
भोपाल
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने विगत दिवस के विभिन्न समाचारो पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ’5 मामलों में संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
घाट पर महीनों से पड़ा प्रतिमा विसर्जन का कचरा
भोपाल शहर के प्रेमपुरा घाट पर प्रतिमा विसर्जन के बाद डंप किया गया कचरा कई महीनों से पड़े होने का मामला सामने आया है। जिसके कारण आसपास का पर्यावरण भी दूषित हो रहा है और घाट पर आने वाले आमजन लोगों को भी कचरे की दूर्गंध से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम द्वारा अब तक इस कचरे को उठाया नहीं गया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, नगर निगम, भोपाल से मामले की जांच कराकर पर्यावरण को दूषित करने वाली ऐसी परिस्थिति को समाप्त करने के लिये की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
गर्भावस्था में कर्मचारी को छुट्टी देने की बजाय नौकरी से निकाला
भोपाल जिले के 1250 स्थित वन स्टाॅप सेंटर गौरवी केंद्र में एक कर्मचारी महिला को उनकी गर्भावस्था में छुट्टी देने की बजाय उन्हें नौकरी से निकालने का मामला सामने आया है। बीते 9 साल से वह केंद्र में डेस्क वर्कर का काम करती है। महिला कर्मचारी ने 9 जनवरी को इसकी लिखित शिकायत जिला कलेक्टर के पास की है, लेकिन महिला कर्मचारी को अब तक कोई सहायता नहीं मिल पाई है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अतंर्गत आने वाले गौरवी केंद्र प्रबंधन की इस अमानवीयता पर विभागीय अफसर द्वारा अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
रात्री 11 बजे के बाद से रैन बसेरे में लग रहा ताला
भोपाल शहर के रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर-6 के पास बने रैन बसेरा का मुख्य चैनल गेट रात 11 बजे ही बंद कर दिया जाता हैं। रैन बसेरे के शौचालय में भी रात्रि के समय ताला लगा हुआ रहता है। जिसके कारण रात्री के समय आने वाले यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं आयुक्त, नगर निगम, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में जवाब मांगा है।
नसबंदी के लिये आई महिलाओं को करना पड़ा डाॅक्टर का इंतजार
बैतूल जिले के ब्लाॅक मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीते सोमवार को नसबंदी शिविर में आई महिलाओं को नसबंदी कराने के लिये पूरे दिन डाॅक्टर के इतंजार करने का मामला सामने आया है। कई महिलाओं को भूखे प्यासें बैठकर कई घंटों तक डाॅक्टर का इंतजार करना पड़ा। ग्रामीण अंचलों से आई महिलाओं ने अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जाहिर की है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, बैतूल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही एवं भविष्य मे ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर आॅपरेशन के लिये आई महिलाओं के लिये आवश्यक मूलभूत सुविधाओं, भोजन-पानी, विश्राम आदि की व्यवस्था के सम्बन्ध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
तीन माह बाद जंगल में लापता अधेड़ की मिली हड्डियां
नर्मदापुरम जिले के सोहागपुर ब्लाॅक के अतंर्गत आने वाले ग्राम निभौरा से 3 माह पहले लापता हुये अधेड़ व्यक्ति की बीते सोमवार को रैनीपानी के जंगल में उनकी हड्डियां मिलने की घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार लापता दिनेश नायक पिछले तीन माह से लापता था, जिसकी हड्डियां जंगल में मिली है। हड्डियो को देखकर पता चलता है कि दिनेश का शिकार किसी जंगली जानवर द्वारा किया गया है। हड्डियो के पास मिले लापता दिनेश के जूते और कपड़ों से परिवार के लोगों ने मृतक की पहचान की है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, नर्मदापुरम से घटना की जांच कराकर मृत्यु के कारण आदि के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।