तीन मामलों में संज्ञान

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोेग, भोपाल (म.प्र.)
Khabar Nation
भोपाल

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी विगत दिवस के विभिन्न समाचारो पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ’तीन मामलों में संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

उज्जैन महाकाल मंदिर के गर्भगृह मे
भस्म आरती के दौरान लगी आग

उज्जैन जिले के महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भस्म आरती के दौरान आग लगने की घटना सामने आई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, उज्जैन तथा महाकाल मंदिर प्रशासक, उज्जैन से मामले की जांच कराकर निम्न बिन्दुओं पर 15 दिनों में प्रतिवेदन मांगा है-
(1) दिनांक 25.03.2024 को महाकाल मंदिर उज्जैन के गर्भगृह में भस्म आरती के लिए कितने व्यक्तियों को जाने की अनुमति थी और घटना के समय कितने व्यक्ति मौजूद थे।
(2) गर्भगृह के अलावा भस्म आरती के समय शेष व्यक्ति/भक्तगण आदि गर्भगृह के दरवाजे से से कितनी दूरी पर थे ।
(3) भस्म आरती के समय गर्भगृह में गुलाल किस प्रकृति का उपलबध करवाया गया था और यह व्यवस्था किसके द्वारा की गई थी ।
(4) गर्भगृह में भस्म आरती के समय गुलाल से आग किस प्रकार और किन परिस्थितियों में लगी थी।
(5) गर्भगृह में गुलाल से लगी ऐसी आग के कारण गर्भगृह और उसके बाहर मौजूद कितने व्यक्ति झुलसे । उन सभी का पूर्ण विवरण और इलाज एवं वर्तमान स्थिति के संबंध में स्पष्ट प्रतिवेदन ।
(6) आग में झुलसे ऐसे सभी व्यक्तियों के इलाज आदि पर व्यय की महाकाल मंदिर प्रबंधन और मध्यप्रदेश शासन की ओर से क्या व्यवस्था की गई ।
(7) आग से झुलसे ऐसे व्यक्तियों को महाकाल मंदिर प्रबंधन एवं मध्यप्रदेश शासन की ओर से कोई आर्थिक मुआवजा राशि दी गई है अथवा नहीं ।
(8) गर्भगृह या उसके पास गुलाल के साथ ही बताये अनुसार प्रेशर पम्प या रंग उड़ाने वाली छोटी स्प्रेगन किन परिस्थितियों में पहुंची थी । क्या उन्हें मंदिर के अन्दर लाये जाने की अनुमति मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा दी गई थी ।
(9) इस प्रकार की घटना महाकाल मंदिर के गर्भगृह या अन्य कहीं परिसर में न हो इसके लिए भविष्य में क्या सावधानियाँ और निर्देश प्रस्तावित हैं ।
तीन बेटियों के साथ फंदे पत्नी ने की आत्महत्या
भोपाल जिले के ग्राम रोडिया में बीते मंगलवार को एक महिला ने अपनी दो मासूम बच्चियों सहित आत्महत्या करने की घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार महिला को बेटा नहीं होेने के कारण पति और परिजन उसे प्रताड़ित करते थे। प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने अपने दो मासूम बच्चियों को पंखे से फंदे पर लटका दिया जिससे उनकी मौत हो गई। बच्चों को लटकाने के बाद महिला ने भी आत्महत्या कर ली। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के सम्बन्ध में तीन सप्ताह में जवाब मंागा है।


युवती को रंग लगाने एसिड लेकर घुसे तीन युवक, झूमाझटकी में खुद झुलसे

शाजापुर जिले के पोलायकला क्षेत्र में होली के अवसर पर एक युवती पर एसिड अटैक करने आये तीन युवकों की झूमाझटकी में झुलसे की घटना सामने आई है। होली के अवसर पर युवती के उपर एसिड अटैक करने आये तीन युवक युवती के घर में घुस गये और छेड़छाड़ करने लगे। इसी दौरान छीना-झपटी में केमिकल से तीन युवक झूलस गये। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, शाजापुर से मामले की जांच कराकर महिला पर एसिड अटैक के ऐसे गम्भीर मामले में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन 15 दिन में मंागा है।

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