कमलनाथ का उज्जैन समझौता तोड़ते दिग्विजय सिंह -प्रेमचंद गुड्डू


 
दिग्गी पुत्र जयवर्धन के सहारे उज्जैन में पैर पसारने की कवायद

 गौरव चतुर्वेदी/ खबर नेशन / Khabar Nation 

उज्जैन जिले के विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ पूर्व सांसद एवं पूर्व विधायक प्रेमचंद गुड्डू का कराया गया कमलनाथ समझौता टूटने की कगार पर है।  समझौता गुड्डू के भाजपा से कांग्रेस में पुर्नवापसी के दौरान हुआ था । 
कल उज्जैन में मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह का दौरा था । इस दौरान पूर्व सांसद एवं पूर्व विधायक प्रेमचंद गुड्डू साए की तरह जयवर्धन के साथ लगे रहे।  बताया जा रहा है कि गुड्डू के उज्जैन में मौजूद रहने के कारण कांग्रेस के वरिष्ठ  नेताओं एवं विधायकों के चेहरे पर चिंता की गहरी लकीरें उभर आई । इस दौरान नाराजगी भी उभरती दिखाई दी।  गौरतलब है कि कांग्रेसी सांसद एवं विधायक रहे गुड्डू ने उन्हें एवं उनके बेटे को विधानसभा प्रत्याशी ना बनाए जाने पर कांग्रेस छोड़ दी थी, और वे भाजपा में शामिल हो गए थे । मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार अपदस्थ होने के बाद हुए उपचुनावों के पूर्व गुड्डू कांग्रेस में वापस आ गए। इस वापसी का स्थानीय नेताओं एवं विधायकों ने जमकर विरोध किया था दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के सामने एक विधायक तो धरने पर बैठ गए थे।  बाद में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की पहल पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने उज्जैन जिले के विधायकों रामलाल मालवीय (घटिया), मनोज चावला (आलोट), महेश परमार (तराना ), मुरली मोरवाल (बड़नगर) एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में प्रेमचंद गुड्डू का समझौता कराया गया था। समझौते के तहत गुड्डू ने उज्जैन जिले में पैर न रखने ( राजनीतिक दखल ना करने की कसम खाते हुए) का वादा यह कहते हुए किया था, कि अगर यहां से निकलूंगा तो मैं अपने पैरों को ऊपर कर लूंगा ।

गुड्डू के हालिया कदम के बाद एक नाराज विधायक का कहना है कि गुड्डू के कुछ समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को फोन कर रहे हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन रही है । गुड्डू प्रमुख भूमिका में रहेंगे । नाराज विधायक ने कहा कि कमलनाथ जी को इस बार अवसरवादी नेताओं से बचने की जरूरत है।

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