अवैध निर्माण से आपको क्या परेशानी....शिकायतकर्ता से भवन अधिकारी का सवाल


दो माह में नोटिस भी नहीं किया जारी

एक तोड़कर सौ को डराकर कर रहे अवैध वसूली

खबर नेशन/ Khabar Nation

इंदौर नगर निगम के भवन अधिकारियों के हौंसले को दाद देनी पड़ेगी। अवैध निर्माण को लेकर की गई शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय भवन अधिकारी शिकायतकर्ता से ही जबाब तलब कर बैठे कि निर्माण कार्य से आपको क्या परेशानी है। सूत्रों के अनुसार इंदौर में यह पहला मामला नहीं है अवैध निर्माण को लेकर की जाने वाली शिकायतों को कचरे के डिब्बे में पटक दिया जाता है और अवैध निर्माण करने वालों से जमकर वसूली की जाती है। इसी वजह से शहर की यातायात, जल-मल निकासी और पर्यावरणीय व्यवस्था गड़बड़ाई हुई हैं ।

गौरतलब है कि इंदौर नगर पालिक निगम के सीमा अंतर्गत ग्राम निरंजनपुर तहसील व जिला इंदौर की भूमि सर्वे क्रमांक 410/4,410/5,410/6,410/7 कुल रकबा 0.112 पर स्वयं के आवास उपयोग हेतु  राहुल पिता  दिनेश संघवी एवं  दिनेश पिता स्व.श्री नानालाल संघवी द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है ।
नगर तथा ग्राम निवेश जिला कार्यालय इंदौर मध्यप्रदेश द्वारा क्र./  /INDLP-4810/18/नग्रानि/2018 दिनांक 08/10/2018  ( संलग्न ) को उक्त निर्माण कार्य के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है । निर्माणकर्ताओं द्वारा उल्लेखित स्वीकृति के अनुसार उक्त निर्माण कार्य नहीं कराया जा रहा है । मौके पर हो रहे निर्माण कार्य में एम.ओ.एस की भूमि पर भी अवैध निर्माण कर दिया गया है । नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय द्वारा संलग्न मानचित्र में दी गई स्वीकृति के अनुसार फ्रंट एम.ओ.एस  गार्डन पश्र्चात 4.5 मीटर छोड़ा जाना था । जिस पर भवन निर्माता द्वारा गार्डन के लिए निर्धारित भूमि छोड़ते हुए एम.ओ.एस पर अवैध निर्माण कर दिया गया है । इसी प्रकार रियर ( बैक ) एम.ओ.एस 4.5 मीटर छोड़ा जाना था जो मौके पर मात्र लगभग 1.5 मीटर ही छोड़ा गया है । 
नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय द्वारा दी गई स्वीकृति की कंडिका 5 के अनुसार प्रश्नाधीन भूमि के दक्षिण दिशा में 18.0 मीटर मार्ग स्थित है अतः मार्ग मध्य से 9.0 मीटर भूमि मार्ग विस्तार हेतु खुली रखी जाना आवश्यक होगा। मार्ग विस्तार हेतु खुली छोड़ी गई भूमि पर किसी भी प्रकार का विकास/निर्माण कार्य मान्य नहीं होगा ।
मौके पर अवैध निर्माण कार्य के कारण नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय द्वारा स्वीकृत शर्तो के उल्लंघन के साथ साथ बिल्डिंग लाइन का अलाइनमेंट भी बिगाड़ा जा रहा है । जिससे भविष्य में संभावित सरकारी विकास कार्य प्रभावित हो सकते हैं ।
इस मामले को लेकर इंदौर नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह को अवैध निर्माण  रोकने लगभग दो माह पहले शिकायत की गई । 
उक्त शिकायत को लेकर भवन अधिकारी दौलत सिंह गुंड़िया से तीन चार बार संपर्क किया तब जाकर जोन के दरोगा से उन्होंने मौका मुआयना करवाया। संपूर्ण प्रकरण समझने के बाद आगामी कार्रवाई ठंडे बस्ते में डाल दी। पुनः संपर्क करने पर श्री गुड़िया नोटिस देने की बजाय स्वयं मौका मुआयना करने जा पहुंचे । मौके से शिकायतकर्ता को फोन लगाकर वे पूंछ बैठे कि आप कहां रहते हैं , जब शिकायतकर्ता ने अपना पता बताया तो वे कह उठे कि आपको यहां हो रहे निर्माण कार्य से क्या परेशानी है । भवन अधिकारी के उक्त अवैध निर्माण के मौका मुआयना और इस तरह के सवाल को करे हुए भी चार दिन बीत गए हैं न मौके पर अवैध निर्माण रोका गया और न ही कोई नोटिस जारी किया गया है ।

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